IT मंत्री RS प्रसाद का ट्विटर अकाउंट लॉक- सरकार क्या अब PM मोदी के अकाउंट सस्पेंड होने का इंतजार कर रही है?

आखिर ट्विटर की मनमानियां कब तक बर्दाश्त करेगी सरकार?

रविशंकर प्रसाद ट्विटर

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रविशंकर प्रसाद का ट्विटर अकाउंट लॉक

ट्विटर की हिमाकत दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। अब ट्विटर ने आईटी मिनिस्टर रविशंकर प्रसाद के ट्विटर अकाउंट को अमेरिकी कानून के उलंघन में एक घंटे के लिए लॉक कर दिया था। हैरानी की बात तो यह है कि IT मिनिस्टर ने यह जानकारी दी वह भी उलाहना के स्वरुप में।

Twitter द्वारा भारतीय कानून को नजरंदाज किये जाने और अब मंत्री के ही अकाउंट लॉक किये जाने के बावजूद केंद्र सरकार ने अभी तक ट्विटर को बैन नहीं किया है। यह समझ से परे हैं कि आखिर केंद्र सरकार अब किसकी प्रतीक्षा कर रही है? क्या प्रधानमंत्री मोदी के अकाउंट को सस्पेंड किये जाने की प्रतीक्षा की जा रही है?

दरअसल, केन्द्रीय सुचना और प्रद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सबसे पहले koo ऐप और फिर ट्विटर पर बताया कि वह बीते करीब एक घंटे से अपने ट्विटर अकाउंट पर एक्सेस नहीं कर पा रहे थे। उन्होंने कहा कि एक्सेस की कोशिश करने पर यह बताया गया कि उनके अकाउंट से अमेरिका के डिजिटल मिलेनियम कॉपीराइट ऐक्ट का उल्लंघन हुआ है।

रविशंकर प्रसाद ने खुद इसकी जानकारी देते हुए ट्विटर पर लिखा, “मेरे साथ एक अजीब घटना घटी। ट्विटर ने शुक्रवार सुबह लगभग एक घंटे तक मेरे अकाउंट को एक्सेस नहीं करने दिया। उन्होंने अमेरिकी कानून के डिजिटिल मिलेनियम कॉपीराइट एक्ट के कथित उल्लंघन का आरोप लगाया और इसके बाद उन्होंने मेरे अकाउंट का एक्सेस दिया।“

रवि शंकर प्रसाद को ट्विटर ने नोटिस दिए बिना की कार्रवाई

रविशंकर प्रसाद ने आगे लिखा कि, “ट्विटर की यह कार्रवाई Information Technology (Intermediary Guidelines and Digital Media Ethics Code) Rules 2021 के नियम 4 (8) के घोर उल्लंघन में से एक थी जहाँ अकाउंट ब्लॉक करने से पहले ट्विटर ने मुझे कोई भी नोटिस नहीं दिया।“

IT मिनिस्टर ने बताया कि, “पिछले कई वर्षों में किसी भी टेलीविजन चैनल या किसी भी एंकर ने सोशल मीडिया पर शेयर किए गए मेरे साक्षात्कारों के इन समाचार क्लिप के संबंध में कॉपीराइट उल्लंघन के बारे में कोई शिकायत नहीं की है।“

आईटी और कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा, ”ट्विटर का ऐक्शन दिखाता है कि वे अभिव्यक्ति की आजादी के अग्रदूत नहीं है, जैसा कि वे दावा करते हैं, बल्कि वे केवल अपना एजेंडा चलाने में दिलचस्पी रखते हैं। इस धमकी से वह दिखाना चाहते हैं कि यदि आप उनकी द्वार खींची गई लाइन पर नहीं चलते हैं तो वे मनमाने ढंग से उन्हें प्लैटफॉर्म से हटा देंगे।”

यह हैरानी की बात है कि इतने नोटिस दिए जाने के बाद भी भारत जैसे देश के सुचना और प्रद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद अब भी ट्विटर की शिकायत ही कर रहे हैं। ट्विटर ने सरकार द्वारा भेजे गए नोटिस और नए कानून की कई बार धज्जियाँ उड़ाई हैं। कुछ दिनों पहले ही ट्विटर ने उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, RSS प्रमुख मोहन भागवत  के अकाउंट से ब्लू टिक बिना किसी कारण के ही हटा दिया था। यह विडम्बना ही है कि मंत्री जी शिकायत कर रहे हैं।

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ट्विटर अपनी सारी हदे पार कर रहा है

आज आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद को कुछ अमेरिकी कानून का हवाला देते हुए ट्विटर द्वारा ब्लॉक कर दिया गया है। कल मुख्य निशाने पर प्रधानमंत्री मोदी हो सकते हैं। Twitter का एक्शन यह दर्शाता हैं कि वह जो चाहता है उसे पाने के लिए सभी हदें पार कर सकता है।

क्या सरकार ट्विटर के खिलाफ एक्शन लेने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के अकाउंट को सस्पेंड किये जाने का इंतजार कर रही है? ट्विटर को मौका मिलेगा तो वह ऐसा करने से पीछे भी नहीं हटेगा उदहारण के लिए डोनाल्ड ट्रंप हैं। जिस तरह नाइजीरिया ने ट्विटर की मनमानी से तंग आकर उसे बैन कर दिया था, उसी प्रकार अब भारत सरकार को भी ट्विटर के खिलाफ तुरंत एक्शन लेने की आवश्यकता है। नहीं तो यह घाव कब नासूर बन जायेगा किसी को नहीं पता।

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