अमरिंदर और गांधी परिवार से ‘लात खाने’ के बाद, सिद्धू को अब AAP पसंद आने लगी है

कांग्रेस छोड़, अब 'आप' के होंगे सिद्धू?

सिद्धू आम आदमी पार्टी

पंजाब में कांग्रेस पार्टी के लिए मुसीबत बनने की सोच रहे नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने रंग बदलना शुरु कर दिया है। सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह से बगावत कर कांग्रेस में अपनी जगह तलाश रहे सिद्धू ने अब कांग्रेस की प्रतिद्वंदी आम आदमी पार्टी की तारीफ करना शुरु कर दिया है। आप सांसद भगवंत मान का वीडियो री-ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा है कि, “आप ने हमेशा उनके मुद्दों को गंभीरता से लिया है, बेअदबी कांड से लेकर पंजाब में नशे के कारोबार तक के मुद्दों पर आपने सवाल उठाए हैं।”

सिद्धू का भगवंत मान के संबंध में दिया गया ये बयान इस बात का संकेत है कि सिद्धू को कैप्टन से बगावत करने और नाराज कांग्रेस विधायकों को जुटाने का कोई फायदा नहीं हुआ है, क्योंकि कांग्रेस आलाकमान भी उनसे नाराज ही है। इसीलिए अब सिद्धू ने आम आदमी पार्टी में जाने के लिए भूमिका बनाना शुरु कर दिया है।

इसमें कोई शक नहीं है कि नवजोत सिंह सिद्धू को कांग्रेस आलाकमान ने ही कैप्टन अमरिंदर सिंह के पर कुतरने के लिए भेजा था, लेकिन कैप्टन के राजनीतिक कद के सामने सिद्धू बौने साबित हुए। ऐसे में अब सिद्धू के सिर से कांग्रेस आलाकमान ने भी अपने हाथ पीछे खींच लिए हैं। राहुल गांधी से मुलाकात के लिए उन्हें प्रियंका गांधी की सिफारिशों की आवश्यकता पड़ने लगी थी। वहीं मुलाकात के बावजूद सिद्धू को कुछ खास हासिल नहीं हुआ। ऐसे में अब सिद्धू ने आम आदमी पार्टी में जाने के संकेत दे दिए हैं।

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दरअसल, हाल के अपने एक ट्वीट में उन्होंने लिखा, “’हमारे विपक्षी AAP ने हमेशा पंजाब के लिए मेरे विजन और काम को पहचाना है, 2017 से पहले की बात हो (बीड़बी, ड्रग्स, किसानों के मुद्दे, भ्रष्टाचार और बिजली संकट पर पंजाब के लोगों का ख्याल रखना) या आज जैसा मैं पंजाब मॉडल पेश करता हूं, लोग जानते हैं कि वास्तव में पंजाब के लिए कौन लड़ रहा है।गौरतलब है कि सिद्धू ने आप सांसद भगवंत मान के एक वीडियों को री-ट्वीट करते हुए उनकी तारीफों को पुल बांध दिए हैं, जो कांग्रेस के लिए किसी झटके की तरह ही हैं।

इसके इतर एक सिद्धू के खिलाफ और कैप्टन अमरिंदर सिंह के पक्ष में राजनीतिक विश्लेषक प्रशांत किशोर ने भी माहौल बनाना शुरु कर दिया है। प्रशांत किशोर को प्रियंका गांधी और राहुल गांधी का करीबी माना जाता है। वहीं वो कैप्टन अमरिंदर सिंह के मीडिया सलाहकार भी हैं। सिद्धू ने भगवंत मान की तारीफ की, उसके कुछ घंटों बाद ही प्रशांत किशोर की राहुल- प्रियंका से मुलाकात हुई; जो इस बात का संकेत हैं कि कैप्टन पीके के जरिए धीरे-धीरे राहुल और प्रियंका को सिद्धू के खिलाफ भड़का रहे हैं। यही कारण है कि सिद्धू के इस ट्वीट को कांग्रेस नेताओं द्वारा ज्यादा महत्व नहीं दिया गया।

 

सिद्धू द्वारा अचानक आम आदमी पार्टी और भगवंत मान की तारीफ करना इस बात का संकेत देता है कि सिद्धू को कांग्रेस आलाकमान से कुछ खास हासिल नहीं हुआ है, जिसकी एक बड़ी वजह कैप्टन अमरिंदर सिंह हैं। पंजाब की राजनीति में कांग्रेस का अस्तित्व तब तक ही है, जब तक वहां कैप्टन पार्टी का चेहरा हैं और ये बात कांग्रेस आलाकमान भी जानता है। कैप्टन अमरिंदर सिंह पहले ही कुछ मुद्दों पर कांग्रेस आलाकमान को सांकेतिक लताड़ लगा चुके हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने सिद्धू को किसी भी अहम पद की जिम्मेदारी न देने की बात कह दी थी।

 

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ऐसे में कैप्टन से बगावत की पराकाष्ठा पार करने के बाद सिद्धू का राजनीतिक करियर कांग्रेस में हाशिए पर जा चुका है। उन्हें पता है कि कैप्टन तो उन्हें पंजाब में मौका नहीं ही देंगे, और कांग्रेस आलाकमान भी कैप्टन के दबाव में उन्हें भाव नहीं देगा। इस परिस्थिति के बीच अपना राजनीतिक भविष्य खतरे में पड़ता देख नवजोत सिंह सिद्धू ने अचानक पलटी मारी है। सिद्धू ने भगवंत मान और आम आदमी पार्टी की तारीफ कर उन्होंने संकेत दे दिया है कि वो अब आप का दामन थाम सकते हैं, क्योंकि उनका मुख्य उद्देश्य मुख्यमंत्री बनना है।

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