आखिरकार छिन गया बाबुल सुप्रियो का मंत्री पद, इन कारणों को देखें तो ये बहुत पहले हो जाना चाहिए था

2014 से बाबुल सुप्रियो मंत्री थे, एक टास्क पूरा नहीं कर पाए !

बाबुल सुप्रियो

पीएम मोदी के मंत्रिमंडल का विस्तार हो चुका है जिसमें इस बार कई नए चेहरों को शामिल किया गया है,  साथ ही कई पुराने मंत्रियों को कैबिनेट से बाहर का रास्ता भी दिखाया गया है। बाहर निकाले गए नामों में केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो का नाम भी शामिल है, जिनके जाने के संभावनाएं काफी अधिक मानी जा रही थीं।

बाबुल सुप्रियो मोदी सरकार की पहली कैबिनेट यानी साल 2014 से मंत्री पद पर बने हुए थे; और पश्चिम बंगाल का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। इसके बावजूद हाल के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में वो खुद ही चुनाव हार गए। उनका ये प्रदर्शन दिखाता है कि वो जब खुद ही हार गए तो फिर पार्टी को कैसे ही मजबूत करेंगे।

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पीएम मोदी के नए मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया है। महत्वपूर्ण बात ये है कि 12 मंत्रियों का इस्तीफा भी लिया गया है। इन निकाले गए मंत्रियों में एक नाम बाबुल सुप्रियो का भी है, जो कि हाल ही में हुए बंगाल के विधानसभा चुनावों में बुरी तरह हारे थे। ऐसा माना जाता है कि जब भी बाबुल बंगाल के दौरे पर जाते थे तो वहां हिंसा होती थी। इस दौरान वो अपनी सुरक्षा के स्वार्थ में पार्टी के कार्यकर्ताओं को ही बली का बकरा बना देते थे।

दूसरी तरफ बाबुल के कुछ बयान ऐसे भी है, जिनसे पार्टी के प्रति उनकी कर्तव्यनिष्ठा पर शक होता था। कुछ इसी तरह जब चुनावों के दौरान जया बच्चन प्रचार के लिए बंगाल आईं थीं तो बाबुल ने कहा था कि वो बीजेपी के बारे में गलत बोल सकती हैं; परंतु मेरे बारे में नहीं।

बाबुल अपने इस बयान के जरिए ये दिखाना चाह रहे थे कि वो पार्टी को खुद से छोटा समझते हैं। बाबुल सुप्रियो ने कभी भी बंगाल में जमीनी स्तर पर काम नहीं किया, कम से कम उन्हें ऐसा करते हुए देखा तो नहीं गया। इन सब कारणों को देखते हुए करीब-करीब ये तय था कि बाबुल सुप्रियो की छुट्टी हो सकती है और वैसा ही हुआ।

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बाबुल सुप्रियो को मंत्री बनाकर बीजेपी ने उम्मीद की थी कि वो पार्टी में उनके लोकप्रिय चेहरे का लाभ उठाएगी लेकिन बाबुल तो एक अलग ही दुनिया में मग्न हो गए। मंत्री पद की चकाचौंध में सुप्रियो पिछले सात सालों में खुद को मिला एक टास्क भी पूरा नहीं कर पाए, जिसका नतीजा ये हुआ कि अब पीएम मोदी ने उन्हें कैबिनेट से बाहर का रास्ता दिखा दिया है।

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