तेलेगु देसम पार्टी के मुख्य सचिव नारा लोकेश ने आंध्रप्रदेश सरकार के ऊपर 15,000 करोड़ के बाक्साइट खनन घोटाले का आरोप लगाया है। आरोप यह है कि आंध्र प्रदेश सरकार ने बाक्साइट खनन माफियाओं के लिए विजाग जिले के जंगलों में रोड़ बनाई, ताकि बाक्साइट का अवैध खनन किया जा सकें। नारा लोकेश ने YSRCP पर आरोप लगाया है कि,“AP सरकार ने YSRCP माफिया के लिए विजाग जिले के मान्यम (वन) क्षेत्र में बॉक्साइट चोरी करने के लिए एक सड़क बनाई है। संरक्षित वन क्षेत्र में 14 किमी के दायरे में 30 फीट चौड़ी सड़क बिछाई गई है।“
लोकेश ने आगे आरोप लगाया है कि, आंध्र प्रदेश सरकार ने रिकॉर्ड टाइम, 24 घंटे के अंदर रोड़ बनाई है। रोड़ बनाते वक़्त 10,000 से ज्यादा पेड़ों को काटकर गिराया गया, ताकि सड़क छोड़ी की जा सकें और खनन माफियाओं को बड़ी गाड़ी में बॉक्साइट ले जाने की सहूलियत मिले। तेलेगु देसम पार्टी (TDP) के नेता नारा लोकेश ने जगन मोहन रेड्डी सरकार पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि, राज्य सरकार जनता से झूठ बोल रही है कि, मान्यम जंगल क्षेत्र में रोड़ गाँव को जोड़ने के लिए बनाई गई है।
असल में वो, बाक्साइट खनन माफियाओं के लिए बनाई गई है। बता दें कि, मान्यम वन क्षेत्र जंगल जैव विविधता में समृद्ध है, हाथी, तेंदुए और सुस्त भालू सहित कई खतरे वाली प्रजातियों की मेजबानी करता है। आरोप लगने के बाद आंध्र प्रदेश सरकार ने TDP पर जवाबी हमले किए है। खनन विभाग के मुख्य सचिव गोपाल कृष्ण द्वेदी ने विपक्षी पार्टी और मीडिया के ऊपर बेबुनियाद आरोप लगाने के लिए मानहानि का मुकदमा दर्ज करने की धमकी तक दे डाली है।
यह पहली दफा नहीं है जब आंध्र प्रदेश सरकार के ऊपर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे है। साल 2020 में तेलेगु देसम पार्टी के संसदीय जिला अध्यक्ष पसरला प्रसाद ने आरोप लगाया था कि, गरीबों को घर के लिए जमीन देने के योजना में 8,000 करोड़ का घोटाला हुआ है। इतना ही नहीं आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के ऊपर भी कुल 31 आपराधिक मुकदमे दर्ज है। जिसमें, अपराधिक षड्यंत्र, धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार जैसे संगीन आरोप लगे है। जून के शुरुआत में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के ऊपर 42,000 करोड़ के भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। रेड्डी भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी में इतने लिप्त है कि हाल ही में वो टिवीटर पर #विजय मलया ऑफ साउथ के नाम से ट्रेंड कर रहें थे।