ये साल उत्तर प्रदेश में छोटे छोटे चुनावों की बयार लेके आया है। त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव के माध्यम से जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान जैसे पदों पर चुनाव हुए। फिर ज़िला पंचायत अध्यक्ष के लिए चुनाव प्रक्रिया पूर्ण हुई और अब शनिवार को प्रखण्ड पंचायत प्रमुख (ब्लॉक प्रमुख) पद पर चुनाव हो रहे हैं।
सोशल मीडिया के इस युग में बहुत भ्रांतियाँ अपने एजेंडे को जगह देने के लिए समाज में फैलाई जाती हैं और अगर चुनाव में इन भ्रांतियों का फैलाव हो जाता है तो अप्रिय घटनाओं का उदय हो जाता है। ब्लॉक प्रमुख चुनाव में ये हिंसा एक प्रायोजित घटना हो सकती है और उसी पर सख्ती दिखाते हुए सीएम योगी हर उस वायरल वीडियो पर पैनी निगाह रखकर उस पर जांच कर कार्यवाही के निर्देश दे चुके हैं। घटना कोई भी हो उससे फिर राज्य की बदनामी होती है इसी कारणवश CM योगी ने अपने अधिकारियों को त्वरित जांच करने के आदेश देना शुरू कर दिया हैं।
एक वायरल वीडियो में ऐसा ही कुछ देखने को मिला, जिसमें लखीमपुर खीरी के पसगवां क्षेत्र में नामांकन वाले दिन प्रस्तावक के तौर पर प्रत्याशी के साथ नामांकन की प्रक्रिया पूरी करने जा रही महिला अनीता यादव के साथ बदसलूकी करते हुए उनके कपड़ों को खींचा गया ताकि वो प्रस्तावक की भूमिका न निभा सकें। बता दें अनीता यादव सपा प्रत्याशी ऋतु सिंह के नामांकन में उनके साथ प्रस्तावक बनकर नामांकन करवाने जा रही थी ।
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सीएम योगी आदित्यनाथ निर्देश पर लखीमपुर खीरी एसपी विजय ढुल ने इस मामले में पसगवां थाना प्रभारी आदर्श कुमार सिंह, मैगलगंज थाना इंस्पेक्टर (क्राइम) हनुमान प्रसाद, चौकी इंचार्ज बरवर महेश गंगवार, चौकी इंचार्ज जेबीगंज दुर्वेश गंगवार और उचौलिया चौकी इंचार्ज उग्रसेन को निलंबित कर दिया है।
पूरे राज्य में नामांकन के दौरान सभी घटनाओं पर कार्यवाहियों को अंजाम देते हुए सीएम योगी के निर्देशानुसार राज्य पुलिस सभी अभियुक्तों के नाम प्राथमिकी दर्ज़ कर उनपर दंडात्मक कार्यवाही सुनिश्चित कर रही है, क्योंकि लखीमपुर खीरी वाले मामले में राजनीति गर्म हो चुकी थी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, बसपा सुप्रीमो मायावती ने तीखे वार करते हुए योगी सरकार पर सवाल खड़े कर दिये थे।
वहीं अनीता यादव ने अखिलेश यादव से मुलाक़ात कर उनके साथ हुई बदसलूकी में भाजपा के कार्यकर्ताओं के शामिल होने की बात कही तो अखिलेश यादव ने भी अपने तेवर गरम कर लिए और सीएम योगी को आड़े हाथों ले लिया और कहा की- भाजपा ने पूरे प्रदेश में गुंडों को आजादी दे रखी है। योगी के निर्देश पर डीएम एसपी भाजपा कार्यकर्ता की तरह काम कर रहे हैं, उन्हें चिह्नित किया जा रहा है। सबकुछ याद रखा जाएगा। समय आने पर जवाब दिया जाएगा।
अखिलेश यादव ने कहा कि, “अपने आप को अनुशासित पार्टी होने का दावा करने वाली बीजेपी के गुंडों ने महिला की इज्जत को तार-तार किया है। हमें दुख है कि चुनाव जीतने के लिए भाजपा के लोग इस स्तर तक उतर आए हैं। जिन्होंने महिला के साथ दुर्व्यवहार किया, सब भाजपा के गुंडे हैं। भाजपा ने पहले जिला पंचायत अध्यक्ष और अब ब्लॉक प्रमुख का चुनाव जीतने के लिए पूरे प्रदेश के हर ब्लॉक में नंगा नाच और खुली गुंडागर्दी की।”