प्रिय सिद्धू, पहले अपने घर का बिजली बिल तो भरिए, फिर बिजली संकट को लेकर पार्टी पर निशाना साधना

सिद्धू ने नहीं भरा पिछले 9 महीने से बिजली बिल, 8 लाख के करीब है बकाया!

सिद्धू बिजली बिल

पंजाब में बिजली संकट को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी ही पार्टी पर निशाना साध रहे हैं, परन्तु यहाँ विडम्बना यह है कि सिद्धू ने स्वयं ही पिछले नौ महीने से अपने घर का बिजली बिल नहीं भरा है। उन पर कुल 8 लाख 67 हजार 540 रुपये बकाया हैं।

पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (PSPCL) की वेबसाइट के मुताबिक, सिद्धू ने अपने अमृतसर स्थित घर के 8,67,540 रुपये के बिजली बिल का भुगतान नहीं किया है और भुगतान करने की आखिरी तारीख 2 जुलाई थी।

बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी सरकार में नवजोत सिंह सिद्धू को बिजली मंत्रालय ही दिया था, लेकिन उन्होंने 2 साल बाद मंत्रालय लौटा दिया था। अब सिद्धू बिना बिजली बिल भरे ही मंत्रालय में सुधार की बाते कर रहे हैं। पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (PSPCL) के अधीक्षण अभियंता जीएस खैरा ने लोकल मीडिया से बातचीत में कहा कि, “यह आठ महीने से अधिक का बिल था जिसका भुगतान किया जाना था। सिद्धू का हम पर (PSPCL) 17,62,742 रुपये बकाया है, लेकिन उन्होंने मार्च में करीब 10 लाख रुपये का भुगतान किया था, जब हमने वसूली अभियान चलाया था। बाद में सरचार्ज राशि को लेकर कुछ आपत्ति जताई और उसे लंबित रखा।“

और पढ़े: सिद्धू अचानक से कांग्रेस पार्टी के लिए प्रियतम बन गए हैं, मतलब अमरिंदर बागी तेवर दिखा सकते हैं

इससे पहले कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने शुक्रवार को पंजाब में बिजली कटौती समस्या पर ट्विटर थ्रेड पोस्ट कर कैप्टन अमरिंदर सिंह और अकाली दल की सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कैप्टन सरकार की तरफ से सरकारी दफ्तरों में बिजली को लेकर जारी निर्देश पर कहा कि सही दिशा में काम करने से ना तो पंजाब में बिजली कटौती की जरूरत पड़ेगी और ना ही ऑफिस में टाइमिंग या एसी चलाने को मैनेज करने की जरूरत पड़ेगी।

एक के बाद एक लगातार ट्वीट कर सिद्धू ने कहा कि, “पंजाब को औसतन 4.54 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली खरीदनी पड़ती है। वहीं राष्ट्रीय औसत 3.85 रुपये है। चंडीगढ़ में 3.44 रुपये प्रति यूनिट पर बिजली की खरीद होती है। 3 निजी प्लांट पर निर्भरता की वजह से प्रति यूनिट 5 से 8 रुपये महंगी बिजली खरीदनी पड़ती है।“

एक अन्य ट्वीट में, कांग्रेस नेता ने पंजाब सरकार से करदाताओं के पैसे बचाने के लिए पूर्वव्यापी रूप से एक कानून लाने और खरीद लागत को सीमित करने का सुझाव भी दिया।

नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि पंजाब अभी राष्ट्रीय औसत से महंगे दर पर बिजली ले रहा है, जबकि अगर सही नीति से चला जाए तो राज्य में 24 घंटे बिजली दी जा सकती है और 300 यूनिट तक बिजली पर सब्सिडी भी दी जा सकती है।

स्वयं का बिल पिछले 9 महीनों से भरा नहीं है सिद्धू जी ने परन्तु बाते इतनी लम्बी लम्बी। अरे सिद्धू जी पहले अपने घर का बकाया बिजली बिल तो भर आईये।

Exit mobile version