TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    'साबित करो कि वे रोहिंग्या हैं': बीजेपी शासित राज्यों में 'बंगाली' मजदूरों को हिरासत में लेने पर भड़कीं ममता बनर्जी

    ममता बनर्जी ने फिर अवैध रोहिंग्याओं का बचाव किया, घुसपैठियों पर भाजपा की कार्रवाई पर सवाल उठाए

    मध्य प्रदेश के खरगोन में एआईएमआईएम की एकमात्र हिंदू पार्षद ने छोड़ दी पार्टी

    आखिर ऐसा क्या हुआ कि मध्य प्रदेश में AIMIM की एकमात्र हिंदू पार्षद ने छोड़ दी पार्टी?

    पंजाब में आप का खतरनाक बेअदबी विधेयक: अल्पसंख्यकों के खिलाफ हथियार

    पंजाब में AAP का खतरनाक बेअदबी विधेयक: अल्पसंख्यकों के खिलाफ बन सकता है हथियार

    बिहार के बाद अब बंगाल और दिल्ली में मतदाता सूची संशोधन की तैयारी

    बिहार के बाद अब बंगाल और दिल्ली में मतदाता सूची संशोधन की तैयारी

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ

    बदलते भारत में युवाओं के लिए क्या हैं मौके? जानें विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ की राय

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पारंपरिक रक्षा प्रणाली से स्मार्ट युद्ध की ओर बढ़ने का प्रतीक था ऑपरेशन सिंदूर, जानें और क्या बोले सीडीएस अनिल चौहान

    पारंपरिक रक्षा प्रणाली से स्मार्ट युद्ध की ओर बढ़ने का प्रतीक था ऑपरेशन सिंदूर, जानें और क्या बोले सीडीएस अनिल चौहान

    अमेरिका को पीछे छोड़ेगा ये बॉम्बर, 12000 किलोमीटर की रेंज के साथ भारत बनाएगा स्टील्थ जेट

    अमेरिका को पीछे छोड़ेगा ये बॉम्बर, 12000 किलोमीटर की रेंज के साथ भारत बनाएगा स्टील्थ जेट

    चुनाव से पहले नीतीश सरकार का बड़ा ऐलान: बिहार में घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट मुफ्त बिजली

    चुनाव से पहले नीतीश सरकार का बड़ा ऐलान: बिहार में घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट मुफ्त बिजली

    एंटी टैंक जेवलिन मिसाइल (Photo: U.S. Marine Corps)

    अमेरिकी एंटी टैंक जेवलिन मिसाइल को भारत में बनाने की तैयारी, दुश्मन देश के टैंकों के लिए है काल

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    बांग्लादेश में शेख हसीना का गढ़ बना युद्ध का मैदान, चार की मौत, हिन्दू युवक की छाती में मारी गोली

    बांग्लादेश में शेख हसीना का गढ़ बना युद्ध का मैदान; चार की मौत, हिंदू युवक की छाती में मारी गोली

    बलूचिस्तान में बम विस्फोट में 29 पाक सैनिकों की मौत; BLA ने ली जिम्मेदारी, कहा- आज़ादी तक जंग जारी रहेगी

    बलूचिस्तान में बम विस्फोट में 29 पाक सैनिकों की मौत; BLA ने ली जिम्मेदारी, कहा- आज़ादी तक जंग जारी रहेगी

    कैलिफोर्निया की असेंबली मेंबर हैं जस्मीत बैंस (FILE PHOTO)

    खालिस्तान का समर्थन और भारत विरोधी सोच: कौन हैं अमेरिका में सांसद का चुनाव लड़ रहीं जस्मीत बैंस?

    भिखारियों पर टिप्पणी के बाद इस देश की मंत्री को देना पड़ा इस्तीफा, जानें पूरा मामला

    भिखारियों पर टिप्पणी के बाद इस देश की मंत्री को देना पड़ा इस्तीफा, जानें पूरा मामला

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    मशहूर शिक्षक खान सर (FILE PHOTO)

    खान सर पर भड़के जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह के वंशज, ‘अयोग्य’ और ‘धोखेबाज’ बताकर सुनाई खरी-खरी

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ‘कोहली का वीडियो…RCB की ज़िद’: बेंगलुरु भगदड़ मामले में कर्नाटक सरकार ने टीम को ठहराया ज़िम्मेदार

    ‘कोहली का वीडियो…RCB की ज़िद’: बेंगलुरु भगदड़ मामले में कर्नाटक सरकार ने टीम को ठहराया ज़िम्मेदार

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    'स्ट्रैटस' कोविड-19 वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    ‘स्ट्रैटस’ कोविड-19 का वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    'साबित करो कि वे रोहिंग्या हैं': बीजेपी शासित राज्यों में 'बंगाली' मजदूरों को हिरासत में लेने पर भड़कीं ममता बनर्जी

    ममता बनर्जी ने फिर अवैध रोहिंग्याओं का बचाव किया, घुसपैठियों पर भाजपा की कार्रवाई पर सवाल उठाए

    मध्य प्रदेश के खरगोन में एआईएमआईएम की एकमात्र हिंदू पार्षद ने छोड़ दी पार्टी

    आखिर ऐसा क्या हुआ कि मध्य प्रदेश में AIMIM की एकमात्र हिंदू पार्षद ने छोड़ दी पार्टी?

    पंजाब में आप का खतरनाक बेअदबी विधेयक: अल्पसंख्यकों के खिलाफ हथियार

    पंजाब में AAP का खतरनाक बेअदबी विधेयक: अल्पसंख्यकों के खिलाफ बन सकता है हथियार

    बिहार के बाद अब बंगाल और दिल्ली में मतदाता सूची संशोधन की तैयारी

    बिहार के बाद अब बंगाल और दिल्ली में मतदाता सूची संशोधन की तैयारी

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ

    बदलते भारत में युवाओं के लिए क्या हैं मौके? जानें विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ की राय

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पारंपरिक रक्षा प्रणाली से स्मार्ट युद्ध की ओर बढ़ने का प्रतीक था ऑपरेशन सिंदूर, जानें और क्या बोले सीडीएस अनिल चौहान

    पारंपरिक रक्षा प्रणाली से स्मार्ट युद्ध की ओर बढ़ने का प्रतीक था ऑपरेशन सिंदूर, जानें और क्या बोले सीडीएस अनिल चौहान

    अमेरिका को पीछे छोड़ेगा ये बॉम्बर, 12000 किलोमीटर की रेंज के साथ भारत बनाएगा स्टील्थ जेट

    अमेरिका को पीछे छोड़ेगा ये बॉम्बर, 12000 किलोमीटर की रेंज के साथ भारत बनाएगा स्टील्थ जेट

    चुनाव से पहले नीतीश सरकार का बड़ा ऐलान: बिहार में घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट मुफ्त बिजली

    चुनाव से पहले नीतीश सरकार का बड़ा ऐलान: बिहार में घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट मुफ्त बिजली

    एंटी टैंक जेवलिन मिसाइल (Photo: U.S. Marine Corps)

    अमेरिकी एंटी टैंक जेवलिन मिसाइल को भारत में बनाने की तैयारी, दुश्मन देश के टैंकों के लिए है काल

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    बांग्लादेश में शेख हसीना का गढ़ बना युद्ध का मैदान, चार की मौत, हिन्दू युवक की छाती में मारी गोली

    बांग्लादेश में शेख हसीना का गढ़ बना युद्ध का मैदान; चार की मौत, हिंदू युवक की छाती में मारी गोली

    बलूचिस्तान में बम विस्फोट में 29 पाक सैनिकों की मौत; BLA ने ली जिम्मेदारी, कहा- आज़ादी तक जंग जारी रहेगी

    बलूचिस्तान में बम विस्फोट में 29 पाक सैनिकों की मौत; BLA ने ली जिम्मेदारी, कहा- आज़ादी तक जंग जारी रहेगी

    कैलिफोर्निया की असेंबली मेंबर हैं जस्मीत बैंस (FILE PHOTO)

    खालिस्तान का समर्थन और भारत विरोधी सोच: कौन हैं अमेरिका में सांसद का चुनाव लड़ रहीं जस्मीत बैंस?

    भिखारियों पर टिप्पणी के बाद इस देश की मंत्री को देना पड़ा इस्तीफा, जानें पूरा मामला

    भिखारियों पर टिप्पणी के बाद इस देश की मंत्री को देना पड़ा इस्तीफा, जानें पूरा मामला

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    मशहूर शिक्षक खान सर (FILE PHOTO)

    खान सर पर भड़के जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह के वंशज, ‘अयोग्य’ और ‘धोखेबाज’ बताकर सुनाई खरी-खरी

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ‘कोहली का वीडियो…RCB की ज़िद’: बेंगलुरु भगदड़ मामले में कर्नाटक सरकार ने टीम को ठहराया ज़िम्मेदार

    ‘कोहली का वीडियो…RCB की ज़िद’: बेंगलुरु भगदड़ मामले में कर्नाटक सरकार ने टीम को ठहराया ज़िम्मेदार

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    'स्ट्रैटस' कोविड-19 वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    ‘स्ट्रैटस’ कोविड-19 का वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

चीन की ‘वन चाइल्ड पॉलिसी’ और यूपी की ‘टू चाइल्ड पॉलिसी’ में जमीन-आसमान का अंतर है, सबकुछ समझिए

यूपी के जनसंख्या नियंत्रण ड्राफ्ट और चीन की वन चाइल्ड पॉलिसी की तुलना करने वाला इंटरनेट पर मौजूद सबसे बड़ा विश्लेषण

Abhinav Kumar द्वारा Abhinav Kumar
19 July 2021
in चर्चित, समीक्षा
वन चाइल्ड पॉलिसी vs टू चाइल्ड पॉलिसी
Share on FacebookShare on X

‘टू चाइल्ड पॉलिसी’ और ‘वन चाइल्ड पॉलिसी’ में अंतर है 

पिछले कुछ सप्ताह से उत्तर प्रदेश का जनसंख्या नियंत्रण ड्राफ्ट चर्चा का विषय बना हुआ है। उत्तर-प्रदेश में बढ़ती जनसंख्या और सीमित संसाधनों को देखते हुए योगी सरकार ने इस कानून को लाने का विचार किया है। कानून लाने से पहले सरकार एक ड्राफ्ट लेकर आई है, जिसे लोगों के बीच में रखा गया है। हालांकि, ये ड्राफ्ट फ़ाइनल नहीं है। टू चाइल्ड पॉलिसी ड्राफ्ट पर लोगों से सुझाव मांगे गए हैं।जनसंख्या नियंत्रण ड्राफ्ट के आते ही तमाम तरह के सवाल भी खड़े हो गए। कई लोग और वामपंथी विचारक टू चाइल्ड पॉलिसी की तुलना चीन की वन चाइल्ड पॉलिसी (One Child Policy) के साथ कर रहे हैं। तुलना करने के साथ-साथ इन लोगों का कहना है कि जैसे चीन की वन चाइल्ड पॉलिसी फेल हो गई, उसी तरह से ये नीति भी फेल हो जाएगी।

कहा जा रहा है कि चीन में इस नीति की वजह से गुणवत्ता और ज्यादा ख़राब हो गई फिर ये यूपी की कैसे मदद करेगा। इन सभी सवालों के जवाब पाने के लिए हमें विस्तार से चीन की वन चाइल्ड पॉलिसी और यूपी के टू चाइल्ड पॉलिसी की तुलना करनी पड़ेगी।

संबंधितपोस्ट

बांग्लादेश में शेख हसीना का गढ़ बना युद्ध का मैदान; चार की मौत, हिंदू युवक की छाती में मारी गोली

बलूचिस्तान में बम विस्फोट में 29 पाक सैनिकों की मौत; BLA ने ली जिम्मेदारी, कहा- आज़ादी तक जंग जारी रहेगी

खालिस्तान का समर्थन और भारत विरोधी सोच: कौन हैं अमेरिका में सांसद का चुनाव लड़ रहीं जस्मीत बैंस?

और लोड करें

एक तरह जहां चीन ने सिर्फ और सिर्फ जनसंख्या के ग्राफ को नीचे लाने की नीति पर काम किया तो वहीँ दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश सरकार की टू चाइल्ड पॉलिसी लोगों के जीवन की गुणवता को बढ़ाने के लिए लाई जा रही है।

One Child Policy का पालन न करने वाले को कठोर दंड का प्रावधान था

चीन ने सिर्फ वन चाइल्ड पॉलिसी यानी एक ही बच्चे की अनुमति दी तथा इस नियम को पालन नहीं करने वालों पर कड़ा दंड लगाया, जबकि यूपी में 2 बच्चों के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्हें इस नीति का पालन करने पर कई तरह की सुविधाएँ और प्रोत्साहन पुरस्कार दिया जा रहा है।

एक तरफ चीन ने अपने देश में वन चाइल्ड पॉलिसी लागू कर पूरी तरह से Blanket ban लगा दिया था। वहां नियम तोड़ने वालों पर दंडात्मक कार्रवाई की जाती थी। वहीँ, उत्तर प्रदेश के नए टू चाइल्ड पॉलिसी ड्राफ्ट में केवल एक ‘सॉफ्ट बैन’ है। चीन में एक से अधिक बच्चे पैदा करने की अनुमति ही नहीं थी लेकिन यूपी के मामले में ऐसा नहीं है।

चीन में वन चाइल्ड पॉलिसी का उल्लंघन करने वालों को दंडित किया जाता था और कानूनी परिणाम भुगतने पड़ सकते थे, लेकिन यूपी में 2 बच्चे होने पर माता-पिता को कई तरह की सुविधाएं और विकल्प मिलेंगे। वहीं, अगर वे नियमों को नहीं मानते हैं और यदि वे 2 से अधिक बच्चों को पैदा करते हैं तो इस नीति के तहत मिलने वाली सुविधा से वंचित रहेंगे और कुछ नहीं।

बता दें कि 1970 के दशक की शुरुआत तक अधिकांश चीनी महिलाओं के कम से कम पांच बच्चे होते थे। 1949 में चीन की जनसंख्या 542 मिलियन थी, 1979 तक चीन की जनसंख्या लगभग 1 बिलियन तक पहुंच गई थी। उसके बाद चीन की वन चाइल्ड पॉलिसी 1980 में Deng Xiaoping ने लागू की थी और इसे सख्ती से implement किया गया था।

वन चाइल्ड पॉलिसी ने चीन में 400 मिलियन बच्चों के जन्म को रोका

चीन की Deng Xiaoping एक विशाल सोशल इंजीनियरिंग परियोजना थी जिसे तेजी से जनसंख्या वृद्धि को धीमा करने और आर्थिक विकास के प्रयासों में सहायता के लिए शुरू किया गया था। चीनी सरकार ने दावा किया कि वन चाइल्ड पॉलिसी ने चीन में 400 मिलियन बच्चों के जन्म को रोका हालांकि यह गणना अतिशयोक्ति के रूप में विवादित रही है।

एक बच्चे से अधिक होने पर नियम ऐसे थे कि कोई एक बच्चे का भी चांस न ले। विश्वविद्यालयों सहित सरकारी संगठनों के सिविल सेवकों और कर्मचारियों को एक से अधिक बच्चे होने पर अपनी नौकरी खोने का डर था। इसे National Health and Family Planning Commission द्वारा लागू किया जाता था और उल्लंघनकर्ताओं को जुर्माने के साथ-साथ जबरन गर्भपात करवाया जाता था।

यदि माता-पिता ने जुर्माना नहीं दिया तो दूसरे बच्चे को राष्ट्रीय घरेलू प्रणाली में पंजीकृत नहीं किया जाता, जिसका अर्थ है कि दूसरे बच्चे का कानूनी रूप से कोई वजूद ही नहीं है और इसलिए स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा जैसी सामाजिक सेवाओं से वे वंचित कर दिए जाते थे।

उदहारण के लिए वर्ष 2013 के अंत तक, फिल्म निर्माता झांग यिमौ और उनकी पत्नी चेन टिंग पर तीन बच्चे पैदा करने के लिए 7.48 मिलियन युआन का जुर्माना लगाया गया था।

उत्तर प्रदेश की टू चाइल्ड पॉलिसी चीन की निति से बिलकुल अलग है

उत्तर प्रदेश के टू चाइल्ड पॉलिसी में ऐसा कुछ भी नहीं है। उत्तर प्रदेश सरकार के जनसंख्या नियंत्रण कानून में प्रावधान है कि दो से अधिक बच्चों के होने पर परिवार को सरकारी योजनाओं और सब्सिडी का लाभ नहीं मिलेगा। राशन कार्ड पर भी 4 लोगों के बाद पांचवे व्यक्ति का नाम नहीं चढ़ेगा। साथ ही तीसरा बच्चा होने पर माता पिता को सरकारी नौकरी पाने से वंचित किया जाएगा।

जो पहले से सरकारी नौकरी में हैं उन्हें तीसरा बच्चा होने पर प्रमोशन नहीं दिया जाएगा। साथ ही ऐसे लोगों को स्थानीय निकाय चुनाव में खड़े होने के अधिकार से भी वंचित किया जाएगा।

कुछ मीडिया रिपोर्ट इसे अभी से ही मुसलमानों के विरुद्ध बताने लगी हैं। उनका मानना है कि एक विशेष समुदाय को निशाना बनाने के लिए ही कानून बनाया जा रहा है। प्रत्युत्तर में यह प्रश्न भी उठता है कि क्या केवल एक समुदाय ही जनसंख्या बढ़ा रहा है? अगर ऐसा नहीं है तो कानून किसी एक समुदाय का विरोधी नहीं हो सकता।

और पढ़े: ‘एक बच्चा करो, एक लाख रुपये मिलेंगे’, जनसंख्या नियंत्रण ड्राफ्ट के इस प्रावधान को समझ लीजिए

उद्देश्यों में अंतर: चीन का मकसद Han समुदाय की नस्लों को बढ़ाना है, लेकिन भारत में दूसरे संप्रदाय ही हिंदुओं की आबादी से भी तेज गति से बढ़ रहे हैं। अगर हम डेटा की तुलना करें तो 2011 के आंकड़ों में हिन्दू देश की जनसंख्या के 79 प्रतिशत के आसपास थे तथा 2001 से उनकी वृद्धि दर 16 प्रतिशत थी। वहीँ मुस्लिम देश की जनसँख्या में 14 प्रतिशत हैं, लेकिन उनकी वृद्धि दर 24.5 प्रतिशत है। ईसाईयों की भी वृद्धि दर 15.5 प्रतिशत है।

टू चाइल्ड पॉलिसी गरीबों के हित के लिए है

साथ ही चीन की वन चाइल्ड पॉलिसी का मकसद चीन में कुल आबादी को कम करना था जिसमें वह सफल भी रहा था। चीन ने 2020 में घरेलू पंजीकरण प्रणाली में 10.035 मिलियन नए पंजीकृत जन्म रिकॉर्ड किये, जो 2019 में 11.79 मिलियन से कम है। वहीँ 2020 में, चीन की प्रजनन दर प्रति महिला 1.3 बच्चे थी, हालाँकि बता दें कि यह आंकड़ा स्थिर जनसंख्या के लिए आवश्यक 2.1 के रिप्लेसमेंट रेट से भी नीचे है जो चीन के लिए घातक साबित हो रहा है। यही कारण है कि चीन ने आधिकारिक तौर पर 1 जनवरी, 2016 को अपनी एक बच्चे की नीति को समाप्त कर दिया था और सभी विवाहित जोड़ों को दूसरा बच्चा पैदा करने की इजाजत दी गई थी।

यूपी में अगर हम हिंदू या मुस्लिम और अन्य समूहों की बात करें तो जनसँख्या कई वर्गों में वर्गीकृत है और सभी के लिए अलग-अलग आंकडे भी हैं। इसे ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश प्रशासन ने टू चाइल्ड पॉलिसी ड्राफ्ट में कई ऐसे प्रावधान रखे हैं जो विशेष तौर पर ऐसे परिवारों के लिए हैं जो गरीबी रेखा से नीचे हैं। अगर ऐसे परिवार में कम बच्चे होते हैं तो उनका विकास भी तेजी से होगा और बच्चे सहित परिवार के जीवन की गुणवत्ता बढ़ेगी। यानी यूपी में फोकस क्वालिटी पर है क्वांटिटी पर नहीं।

नीति आयोग 2016 की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश का कुल प्रजनन दर 3.1 है जो भारत के 2.3 के टीएफआर से अधिक है।

अगर हम जनसंख्या और उनके विकास की तुलना करें तो सरकार द्वारा प्रोत्साहन गरीब लोगों को शिक्षा प्राप्त करने और अन्य योजना प्राप्त करने में मदद करेगा। 2004-05 में यूपी में लगभग आधी मुस्लिम आबादी गरीबी रेखा से नीचे थी। हालांकि पिछले 15-16 वर्षों में यह संख्या घटी है लेकिन अब भी हिंदुओं के मुकाबले ज्यादा मुस्लिम जनसंख्या गरीबी रेखा से नीचे है।

यूपी में मुस्लिम आबादी 17-19% है, लेकिन कल्याणकारी योजनाओं के लाभ में उनका हिस्सा 30-35% है। इसका अर्थ यह है कि BPL परिवार को मिलने वाली इस योजना का भी अधिक लाभ वे ही उठाएंगे। वहीं, अगर आंकड़ों की बात की जाए तो National Family Health Survey 2015-16 के अनुसार उत्तर प्रदेश में हिंदुओं में Total Fertility Rate 2.7 है तो वहीँ मुस्लिमों में यह 3.1 है। 2011-12 में, 25.4% मुस्लिम और 21.9% हिंदू गरीबी रेखा से नीचे थे।

Two Child Policy समाज के हर वर्ग को मुख्य धारा में लाने का एक प्रयास है

अगर मुस्लिम वर्ग ने इस योजना का लाभ उठाया तो Total Fertility Rate को कम किया जा सकेगा और इससे जनसंख्या नियंत्रण में मदद मिलेगी। आंकड़ों से पता चलता है कि उत्तर प्रदेश में अभी भी मुस्लिम आबादी का एक बड़ा प्रतिशत गरीबी रेखा से नीचे है। 2004-05 में यूपी में लगभग आधी मुस्लिम आबादी गरीबी रेखा से नीचे थी।

पिछले सात वर्षों में यह घटकर एक तिहाई रह गया। इस अवधि में उत्तर प्रदेश में समुदाय के औसत अधिकतम प्रति व्यक्ति व्यय में भी बहुत कम अंतर से बढ़ा। शिक्षण संस्थानों में मुसलमानों का नामांकन अन्य वर्गों की तुलना में कम है। मुस्लिम छात्रों के बीच उच्च ड्रॉप आउट दर चिंताजनक है। मुसलमानों के शैक्षिक पिछड़ेपन का मुख्य कारण घोर गरीबी है जिसके कारण बच्चे पहली कुछ कक्षाओं के बाद पढ़ाई छोड़ने को मजबूर हैं। गरीब समर्थन के कारण ओबीसी मुसलमानों में ऐसे मामले अधिक हैं।

इसलिए इस जनसंख्या नियंत्रण बिल के तहत टू चाइल्ड पॉलिसी को अपनाने पर प्रोत्साहन की व्यवस्था की गई है, जिससे गरीब परिवार इसे अपनाएं। यह कानून चीन की तरह उत्तर प्रदेश की जनता पर थोपा नहीं जा रहा है। आज की दुनिया प्रतिस्पर्धी है और सभी परिवार अपने-अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा के साथ साथ अच्छे भोजन और कपडे दिलाना चाहते हैं जिससे वह पढ़ कर अपने परिवार का विकास कर सके। अगर किसी परिवार में दो बच्चे है तो निश्चित तौर पर उन्हें बेहतर सुविधा प्राप्त होगी न कि 5 बच्चों वाले परिवार में।

ऐसे में उत्तर-प्रदेश सरकार द्वारा लाया गया जनसंख्या नियंत्रण विधेयक (टू चाइल्ड पॉलिसी) अगर कानून बनता है तो इससे यूपी की बढ़ती जनसंख्या पर तो लगाम लगेगी ही, साथ ही लोगों को बेहतर जीवन जीने का अवसर मिलेगा।

शेयर1ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

गांधी परिवार के ‘दुलारे’ नवजोत सिंह सिद्धू, पंजाब में बीजेपी की सरकार बनवाकर ही मानेंगे ?

अगली पोस्ट

सिद्धू ‘कैप्टन’ बन गए, अब ‘असली कैप्टन’ चुनाव नतीजों वाले दिन क्या-क्या कर सकते हैं ?

संबंधित पोस्ट

'साबित करो कि वे रोहिंग्या हैं': बीजेपी शासित राज्यों में 'बंगाली' मजदूरों को हिरासत में लेने पर भड़कीं ममता बनर्जी
चर्चित

ममता बनर्जी ने फिर अवैध रोहिंग्याओं का बचाव किया, घुसपैठियों पर भाजपा की कार्रवाई पर सवाल उठाए

16 July 2025

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को भाजपा शासित राज्यों में बांग्ला भाषी लोगों के कथित उत्पीड़न पर चिंता व्यक्त की और भाजपा...

पंजाब में आप का खतरनाक बेअदबी विधेयक: अल्पसंख्यकों के खिलाफ हथियार
चर्चित

पंजाब में AAP का खतरनाक बेअदबी विधेयक: अल्पसंख्यकों के खिलाफ बन सकता है हथियार

15 July 2025

पंजाब के बरगाड़ी में गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की घटना ने वहां की सामूहिक चेतना को झकझोर दिया था। इसके नौ साल बाद, राज्य...

कर्नाटक सरकार का रोहित वेमुला बिल खड़े कर रहा कई बड़े सवाल, दो और राज्यों में लागू करने की तैयारी]
चर्चित

कर्नाटक सरकार का रोहित वेमुला बिल खड़े कर रहा कई बड़े सवाल, दो और राज्यों में लागू करने की तैयारी

15 July 2025

कर्नाटक की कांग्रेस सरकार एक बार फिर भावनात्मक नाटक कर रही है। इस बार उच्च शिक्षा में भेदभाव को रोकने के लिए राजनीति से प्रेरित...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

The Butcher of Pahalgam: Sulaiman — Trained by ISI, Pakistan’s Commando-Turned-Terrorist

The Butcher of Pahalgam: Sulaiman — Trained by ISI, Pakistan’s Commando-Turned-Terrorist

00:04:13

Congress’s Rohith Vemula Bill: Caste Polarization Masquerading as Reform

00:07:33

Bhima Koregaon Won’t Be Repeated; Maharashtra’s Special Act to Wipe Out Urban Naxals.

00:06:06

Conqueror of the Seas: Rajendra Chola and the Rise of Naval Bharat

00:07:47

How UPI went global? Why Namibia Adopted It?

00:07:20
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
MASHABLE IS A GLOBAL, MULTI-PLATFORM MEDIA AND ENTERTAINMENT COMPANY. FOR MORE QUERIES AND NEWS, CONTACT US AT info@mashablepartners.com


©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited