फुरकान, फरमान, तासीम, इनाम और 18 अन्य ने अपराध से दूर रहने की ली शपथ

ये योगी का यूपी है, ‘अपराधी प्रदेश से बाहर भागेगा या जेल में रहेगा’

यूपी पुलिस

योगी के उत्तर प्रदेश में रहना होगा तो कानून का पालन तो करना ही पड़ेगा। यूपी पुलिस एक दम सख्त है। जिन अपराधियों के ऊपर मामले लंबित हैं, उन पर सख्त शिकंजा कसा जा रहा है। यूपी पुलिस अपराधियों को बिल्कुल भी बख्शने के मूड़ में नहीं दिखती है। यूपी पुलिस का ये डर ही है कि कई अपराधी, मुख्य तौर पर GANGSTER श्रेणी वाले अभियुक्त स्वयं थाने में आकर आत्मसमर्पण कर रहे हैं। आत्मसर्पण करने वाले अपराधियों की संख्या हर दिन बढ़ती ही जा रही है।

योगी आदित्यनाथ 2017 के बाद से कानून को अपने हाथ में लेने वाले हर उस हाथ पर चोट करते जा रहे हैं जो राज्य की कानून व्यवस्था को अधमरा करने का दुस्साहस करता है। यही वजह है कि 2017 से यूपी में भयमुक्त वातावरण की कोशिशों में लगी योगी सरकार कतई कोताही बरतने के मूड में नहीं है। मुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभालने के बाद योगी आदित्यनाथ ने राज्य को अपराध मुक्त बनाने की मंशा जाहिर कर दी थी। उनकी देखरेख में यूपी पुलिस ने अपराधियों के मन में डर पैदा कर दिया है, जिससे उन्हें खुद ही सरेंडर करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

ताजा मामला यूपी के शामली ज़िले का है, जहां एक महीने के भीतर 22 गैंगस्टरों ने सरेंडर किया है। बुधवार को भी 6 गैंगस्टरों ने कैराना कोतवाली पहुंचकर पुलिस के सामने सरेंडर किया। सरेंडर करने पहुंचे फुरकान, फरमान, तासीम, इनाम, नौशाद और हाशिम ने पुलिस के सामने ही अपराध से दूर रहने की कसम खाई। यूपी पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी से पहले आरोपियों ने कहा कि वह जेल से वापसी के बाद सामान्य जीवन जिएंगे।

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यह कोई मामूली बात नहीं है क्योंकि जिन अपराधियों के हौंसले सपा-बसपा सरकारों में बुलंद रहा करते थे, वो अब अपनी जान कि सलामती की गुहार लगाकर सरेंडर करने को मजबूर हो चले हैं। बुधवार को सरेंडर किए अभियुक्तों से पूर्व शनिवार को भी आत्मसमर्पण का सिलसिला ऐसे ही जारी रहा था। जानकारी के मुताबिक बदमाशों की पहचान मोमिन, इंतजार और मांगटा के रूप में हुई थी।

जिस तीव्र गति से राज्य में आत्मसमर्पण और अपराधियों पर लगाम कसने की श्रृंखला बढ़ती जा रही है वह सराहनीय ज़रूर है। वहीं, इससे योगी सरकार के मस्तक पर 2022 का ताज सजने की संभावनाएँ और प्रबल हो सकती हैं, क्योंकि उत्तर प्रदेश में यह मुद्दा बहुत बड़ा है।

हमेशा दंगों, उपद्रव और असामाजिक तत्वों में घिरा उत्तर प्रदेश का इतिहास अब सही रास्ते पर पर आता ज़रूर दिख रहा है। जो शरारती तत्व माहौल को दूषित करने का प्रयास किया करते थे, वो आज SURRENDER MODE पर आ चुके हैं। इससे उत्तर प्रदेश, उत्तम प्रदेश बनने की राह पर बढ़ता जा रहा है।

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