हिन्दुत्व के मुद्दे पर जिस तरह से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री मुखर हैं, वो उनकी लोकप्रियता में विस्तार की असल वजह है। योगी के पद चिन्हों पर चलते हुए असम के नए नवेले मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा भी हिन्दुत्व के नाम पर मुखरता से अपना पक्ष रखते हैं। अपनी सरकार के दो महीने पूरे होने पर उन्होंने प्रेसवार्ता के दौरान कामकाज की उपलब्धियां गिनाने के साथ हिन्दुत्व को लेकर सकारात्मक बयान भी दिए हैं। लव जिहाद को लेकर उन्होंनें साफ कहा कि यदि कोई हिन्दू लड़का युवती से झूठ बोलकर विवाह करता है तो वो भी जिहाद की श्रेणी में ही आएगा। उन्होंने हिन्दुत्व को सभी धर्मों का वंशज बताते हुए इसके प्रति अपनी निष्ठा जाहिर की है। उनका रवैया ठीक वैसा ही है जिसकी आज के वक्त में सबसे अधिक आवश्यकता है।
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा एक ऐसे नेता हैं जो कि वामपंथियों को फूटी आंख नहीं सुहाते हैं, इसका कारण है उनके द्वारा हिन्दुत्व के आधार पर शासन चलाना। ऐसे में सीएम बनने के दो महीने बाद उन्होंने प्रेसवार्ता के दौरान हिन्दुत्व को लेकर एक बार फिर अपनी मुखरता जाहिर की है। हिमंता ने हिन्दुत्व को धर्म की जगह एक जीवनशैली बताते हुए कहा है कि लगभग सभी धर्मों का सृजन हिन्दुत्व के जरिए ही हुआ है। हिन्दुत्व को पांच हजार साल पुरानी संस्कृति बताते हुए हिमंता ने कहा कि ये कभी खत्म नहीं होने वाला है।
उन्होंने कहा, “हिन्दुत्व एक जीवनशैली हैं। मैं या कोई और इस रोक नहीं सकता क्योंकि ये सबसे पुरानी संस्कृति है। हम सभी हिन्दुओं के ही वंशज है। मुस्लिम हो या ईसाई सभी के मूल वंशज हिन्दू हैं, और उनकी जीवनशैली हिन्दुत्व ही है।” इतना ही नहीं उन्होंने लव जिहाद को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि लव जिहाद से मुख्य उद्देश्य केवल इतना ही है कि किसी भी महिला के साथ धोखाधड़ी या प्रताड़ना नहीं होनी चाहिए।
उनके बयान का आशय है कि हिन्दू को भी किसी महिला के साथ धोखाधड़ी करके शादी नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा, “अगर कोई हिंदू लड़का किसी हिंदू लड़की से झूठ बोलता है तो वो भी जेहाद है। हम इसके खिलाफ कानून लाएंगे।” इस बयान के जरिए उन्होंने झूठ बोलकर शादी करने वाले लोगों को भी सुधारने के प्लानिंग की है, जो कि एक और सकारात्मक कदम होने वाला है।
उन्होंने कहा, “लव जिहाद से सरकार को आपत्ति है। सरकार किसी भी महिला को किसी के द्वारा धोखा दिए जाने को बर्दाश्त नहीं करेगी। चाहे वह हिंदू हो या मुसलमान। हमारी बहनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ऐसे अपराधियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। इसमें किसी भी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं होगा।”
और पढें- हिमंता बिस्वा सरमा का ऐलान, असम में सभी सरकारी मदरसों पर नवंबर में लग जायेगा ताला
असम में हिमंता लगातार कड़े फैसले लेने के लिए चर्चा का विषय बने हुए हैं। लव जिहाद के खिलाफ सख्त कानून बनाना हो या जनसंख्या नियंत्रण के लिए लव जिहाद का फॉर्मूला, हिमंता ने बीजेपी के कोर एजेंडों को राज्य में साकार करने का सफल बीड़ा उठा रखा है। इतना ही नहीं राज्य में सुरक्षा और शांति स्थापित करने के लिए अलगाववादी संगठनों पर कार्रवाई करनी हो, या फिर शिक्षा में सुधार के लिए मदरसों के सरकारी अनुदान पर रोक हो, हिमंता प्रत्येक मुद्दे पर शत-प्रतिशत नंबरों से उत्तीर्ण हो रहे हैं।
अनेकों ज्वलंतशील मुद्दों को उठाकर पहले ही हिमंता लोगों के बीच हद से ज्यादा लोकप्रिय हैं। ऐसे में उन्होंने हिंदुत्व को जीवनशैली से जोड़कर ये संकेत दिया है कि वो इसके अनुसार ही राज्य में सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे; जिसमेें भेदभाव नहीं होगा।