योगी सरकार अवैध धर्मांतरण के विरुद्ध रही है, इस बात में न कभी कोई संदेह था, और न होना चाहिए। लेकिन पिछले एक वर्ष में अवैध धर्मांतरण के विरुद्ध तो मानो योगी सरकार ने युद्धस्तर पर अभियान छेड़ दिया है, मानो अभी नहीं, तो कभी नहीं। ऐसे ही एक अभियान के अंतर्गत मुरादाबाद में एक स्कूल के जरिए बच्चों को दिग्भ्रमित करके धर्मांतरित करने के अभियान को संयुक्त प्रयासों से ध्वस्त किया गया है। हाल ही में मुरादाबाद के एक निजी स्कूल (दिल्ली पब्लिक ग्लोबल स्कूल) के ऑनलाइन एड से कोहराम मच गया।
न्यूज 18 की रिपोर्ट के अंश अनुसार, “उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में प्राइवेट इंग्लिश मीडियम स्कूल (दिल्ली पब्लिक ग्लोबल स्कूल) के खिलाफ समर कैंप लगाकर इस्लाम धर्म का प्रचार करने का आरोप लगा है। मामले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया था। अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने पर आज फिर एबीवीपी के सदस्यों ने शैलेंद्र सिंह, जिलाधिकारी (मुरादाबाद) से मुलाकात की और स्कूल के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
ABVP कार्यकर्ताओं ने जिला प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर 5 दिन में दिल्ली पब्लिक ग्लोबल स्कूल के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो डीएम कार्यालय के बाहर अनिश्चितकाल तक के लिए धरना-प्रदर्शन करेंगे। लेकिन ऐसा भी क्या किया दिल्ली ग्लोबल पब्लिक स्कूल, जिसके कारण ABVP इतना क्रोधित हो गया?
दरअसल, सोशल मीडिया पर प्रकाशित एड के अनुसार, मुरादाबाद में दिल्ली पब्लिक ग्लोबल स्कूल ने सोशल मीडिया के ज़रिये अपने ऑन लाइन समर कैम्प का प्रचार किया था। इसमें 8 वर्ष से 15 वर्ष की आयु के छात्र-छात्राओं को अपने जीवन में इस्लामिक शिक्षा ग्रहण करने की ज़रूरत और इस्लाम की शिक्षा देने की बात कही गयी थी। इसी के विरुद्ध सोशल मीडिया पर बवाल मचा था, और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कार्रवाई की मांग की थी।
ABVP ने तत्काल प्रभाव से CBSE बोर्ड से स्कूल की मान्यता समाप्त करने की मांग भी उठाई है। इंग्लिश मीडियम निजी स्कूल के कार्यक्रम को लेकर टिविटर हैंडल पर भी हिन्दू संगठनों से जुड़े लोगों ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार से स्कूल के ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं इस मामले में मुरादाबाद के जिलाधिकारी शैलेंद्र सिंह ने कहा कि उन्हें स्कूल के समर कैंप की जानकारी मिली थी।
लोगों की आपत्ति होने के बाद दिल्ली पब्लिक ग्लोबल स्कूल ने अपना कार्यक्रम स्थगित कर दिया है और सोशल मीडिया पर किए गए प्रचार-प्रसार को भी हटा दिया है। फिलहाल, पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। इतना ही नहीं, इस मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस भी सक्रिय हो चुकी है। पुलिस के अनुसार, ये मामला शिक्षा विभाग से जुड़ा है इसलिए शिक्षा विभाग ही इस मामले में कार्रवाई करने में अधिक सक्षम है।
मुरादाबाद के जिला विद्यालय निरीक्षक का कहना है कि दिल्ली पब्लिक ग्लोबल स्कूल को CBSE से मान्यता प्राप्त है और जिस सोसाइटी के अंतर्गत यह स्कूल संचालित हो रहा है, वह भी रजिस्टर्ड है। समर कैम्प शुरू होने से पहले ही रद्द कर दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है। अब अपनी सफाई में स्कूल के प्रबंधक मंसूर सिद्दीकी कह रहे हैं कि यह कैंप स्कूल की उपज था ही नहीं। ये कार्यक्रम तो निजी था, और अभिभावकों की देन था, लेकिन जब बाद में उन्हें पता चला कि इस तरह की कोई टीम है तो उन्होंने इसे कैंसिल कर दिया।
हालांकि, अब मंसूर सिद्दीकी चाहे जो दावा करे, सच तो यही है कि उनका दिल्ली पब्लिक ग्लोबल स्कूल विवादों के घेरे में आ चुका है, और अब वे कार्रवाई से ज्यादा दिनों तक नहीं बच पाएंगे। जनता और प्रशासन की सक्रियता ने एक और संस्थान को विष फैलाने से पहले ही रोक दिया।