निकिता सैनी ने आरफीन शाह से निकाह किया, अब ससुर के साथ संबंध बनाने का दबाव बनाया जा रहा है

निकिता सैनी

अनुच्छेद 370 के हटाए जाने का शायद सबसे सकारात्मक सबसे पहलू यह है कि अब पहले जो यौन शोषण के मामले अल्पसंख्यक तुष्टीकरण के नाम पर दबा दिए जाते थे, वो खुलकर सामने आ रहे हैं। दो सिख लड़कियों के अपहरण और उनके जबरन धर्मांतरण के पश्चात अब एक और लव जिहाद का मामला सामने आया है, जहां एक महिला पर अपने से उम्र में बड़े व्यक्ति के साथ शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया जा रहा है।

स्थानीय न्यूज चैनल ‘जेके मीडिया’ से बातचीत के दौरान पीड़िता निकिता सैनी ने बताया कि कैसे उसकी मुलाकात उधमपुर के आरफीन शाह से हुई थी। वह जालंधर के एक ऑर्थोपेडिक अस्पताल में कार्यरत थीं। जेके मीडिया के पत्रकार आशीष कोहली से बातचीत के अनुसार,

“व्हाट्सएप्प और फेसबुक पर मेरा क्लासमेट होने की वजह से बात होती थी, जो दोस्ती में बदल गई। आरफीन को मेरे बारे में सब कुछ पता था। जनवरी 2021 में अचानक से उसने अपनी माँ का इलाज करवाने को कहा, जो कैंसर की मरीज थी। मैंने इसमें उसकी मदद की। आरफीन को पता था कि मेरे पहले पति के साथ तलाक हो चुका है।

निकिता ने आगे बताया, “आरफीन और उसकी अम्मी ने मुझे बताया कि वो लोग विधवाओं और तलाकशुदा महिलाओं की मदद करते हैं। साथ ही कहा कि वो लोग एकदम खुले विचारों वाले हैं और कभी धर्म-परिवर्तन करने के लिए नहीं कहेंगे। अकेली महिला होने के कारण मुझे भी लगा कि मुझे सामाजिक सुरक्षा की ज़रूरत है, इसीलिए मैंने हामी भर दी। फिर सहारनपुर में मेरा इस्लामी रीति-रिवाज से निकाह हुआ।”

परंतु बात यहीं पर खत्म नहीं हुई। निकिता सैनी ने बताया कि खुद को लिबरल बताने वाले उन लोगों ने निकाह के समय उनका नाम नफ़ीसा रख दिया, जिसे देख कर वो चौंक गईं। निकिता ने बताया कि सवाल पूछने पर पति और सास ने इसे एक दस्तावेजी औपचारिकता बताया। इसके बाद हरिद्वार ले जाकर मनसा देवी मंदिर में हिन्दू प्रक्रिया से शादी हुई।

निकिता सैनी के अनुसार उधमपुर बुलाने के बाद पूरे परिवार ने उनकी ‘काउंसिलिंग’ की, जिसमें पति के अलावा सास-ससुर और ससुर के भाई भी मौजूद थे। उन पर दबाव बनाया जाने लगा कि वो अपने ससुर से निकाह कर लें। निकिता के अनुसार उसकी सास ने दावा किया कि उन्होंने 2007 के बाद से ही अपने पति के साथ शारीरिक सम्बन्ध नहीं बनाए हैं, क्योंकि वो कैंसर की मरीज थीं। निकिता का कहना है कि तब घर की बात घर में ही रही, लेकिन सुबह फिर दबाव बनाया जाने लगा।

इसके बाद उन्हें लालच दिया गया कि उनके ससुर अपनी संपत्ति उनके नाम पर कर देंगे। फिर उन्हें 20,000 रुपए प्रति महीने देकर रखने की बात की गई। निकिता सैनी ने बताया कि इस दौरान उनके पति ने उनका साथ देने का दिखावा किया और दोनों कुंजवानी में शिफ्ट हो गए। इसके कुछ दिनों बाद वो फिर से अपने पिता से निकाह करने को कहने लगा और कहा कि घर की बात घर में ही रहेगी, किसी को पता नहीं चलेगा।

निकिता ने आगे बताया कि एक दिन अचानक से उनका पति गायब हो गया और कुछ दिनों बाद तलाक देने का मैसेज भिजवाया। निकिता सैनी ने इस मामले में FIR दर्ज कराई गई परन्तु पुलिस ने घर में मिल-बैठ कर मामला सुलझाने की बात कही। निकिता ने बताया कि आरफीन ने उसके अश्लील वीडियो और फोटोग्राफ वायरल करने की धमकी दी है।

जिस प्रकार से कश्मीर घाटी में गैर मुस्लिम महिलाओं पर अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं, उसे देखते हुए केंद्र सरकार को परिसीमन के बाद अवैध धर्मांतरण को लेकर सख्त कानून बनाने की आवश्यकता है। इसके साथ ही ये भी सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी स्थिति में जम्मू कश्मीर में स्थित गैर मुस्लिमों पर अत्याचार न बढ़े।

 

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