राजस्थान में अपराध की स्थिति दिन-ब-दिन बद से बदतर होती जा रही है, लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस आलाकमान अपनी आंखों पर पट्टी बांध के बैठे हैं। इस मामले मे हाल ही की एक रिपोर्ट में सामने आया है कि राजस्थान में साल 2019-20 में बलात्कार के मामलों में बढ़ोतरी हुई हैं और ये आधिकारिक आंकड़े ही करीब 561 केस से ऊपर जा चुका है। इसको लेकर बीजेपी नेता राज्यवर्धन सिंह राठौर ने गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
दरअसल, राजस्थान में अपराध के विस्तार का आंकड़ा किसी राजनीतिक दल ने बढ़ते नहीं दिखाए, बल्कि सरकरी आधिकारिक आंकड़े ही अशोक गहलोत सरकार और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे हैं। खबरों के मुताबिक, जनवरी से लेकर जून तक महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों में अब तक करीब 30 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है। बीते तीन साल की अपेक्षा इस साल सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। जून में ही प्रतिदिन करीब 19 मामले सामने आए हैं। राजस्थान में बढ़ता अपराध लोगों के लिए एक ऐसा सवाल बन गया है, जिसका जवाब देना सीएम गहलोत के लिए काफी मुश्किल है।
इसके अलावा प्रदेश में अपहरण के मामले पिछले साल की तुलना में करीब 37 प्रतिशत तक बढ़ गए हैं। पिछले 6 महीने में करीब 1 लाख 559 मामले दर्ज हो चुके हैं। ऐसे में बीजेपी कांग्रेस पर हमला बोलने लगी है। इस मामलें बीजेपी नेता राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कहा, “साल 2019-2020 में राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ सबसे ज्यादा अपराध दर्ज किए गए। 2020 में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में 50 फीसद की वृद्धि हुई। राज्य सरकार ने लोगों के प्रति अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ लिया है, वो केवल सत्ता में बने रहना चाहते हैं। इधर, राजस्थान के अलवर जिले में एक हफ्ते में 7 रेप और गैंग रेप की घटना हुई है।”
इसमें कोई शक नहीं है कि लॉकडाउन के दौरान देश में अपराध की घटनाएं कम हुई हैं। इसके विपरीत राजस्थान ने अपराध को लेकर नए आयाम स्थापित कर लिए हैं। इसको लेकर राठौर ने कहा, “लॉकडाउन के समय जब पूरा देश कोरोना से लड़ रहा था, तो उस समय राजस्थान की महिलाएं और बच्चियां कोरोना के साथ-साथ हैवानों से भी खुद को बचा रही थी, क्योंकि इनको बचाने वाली वहां की सरकार आंख और कान बंद करके बैठी हुई थी।”
एक तरफ जहां राजस्थान कांग्रेस में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच सत्ता को लेकर संघर्ष जारी है तो दूसरी ओर लचर प्रशासन के कारण राज्य में अपराध अपने पांव पसारे बैठा हुआ है। राजस्थान का अलवर जिला अपराध के मामलों में सारे रिकॉर्ड तोड़ता जा रहा है। 15 दिन में यहां महिलाओं से दुष्कर्म की करीब 7 घटनाएं सामने आ चुकी हैं, लेकिन राजस्थान सरकार आंखों पर पट्टी बांधकर गहलोत बनाम पायलट की लड़ाई में व्यस्त है। बलात्कार, बच्चों का अपहरण, हत्या, फिरौती, डकैती और लूट राजस्थान के आपराधिक आंकड़ों सबसे ऊपर हैं, जो कि अशोक गहलोत के लिए शर्मसार करने वाली बात है।