देश की विपक्षी पार्टियों के लिए आज-कल पेगासस सबसे बड़ा मुद्दा है। विपक्षी पार्टियां और खासकर कांग्रेस पेगासस मामले का जोरों-सोरों से प्रचार-प्रसार कर रही हैं। इस मामले को लेकर सदन की कार्यवाही नहीं होने दी जा रही है जिससे महत्वपूर्ण बिल पारित होने में अड़चन हो। मानसून सत्र की कार्रवाही के बीच ही आईटी मंत्री की स्पीच के पन्नों को सदन में फाड़कर फेंक दिया जाता है। वहीं, दूसरी और यह मामला सुप्रीम कोर्ट की चौखट पर भी पहुंच गया है।
कोर्ट ने कहा है कि वह अगले सप्ताह इसकी सुनवाई करेंगे। इसके विपरीत भारतीय जनता पार्टी हाथी की भांति अपने संसदीय कार्यों से लेकर राजनीतिक कार्य कुशलता पूर्वक पूरे कर रही है। भारतीय जनता पार्टी बात– विवाद से अलग मानसून सत्र का भरपूर लाभ उठाने के लिए संसद में बिल प्रस्ताव कर रही है, उस पर चर्चा करने के लिए रास्ता भी खोल रही है, और अंततः बिल को दोनों सदनों में पास कर राष्ट्रपति के पास मंजूरी के लिए भी भेज दे रही है।
अगर हम इस पूरे प्रकरण पर ध्यान दें तो हमें राफेल मुद्दा याद आएगा, क्योंकि उस मामले में भी विपक्षी पार्टियां तथ्यहीन बातों का उल्लेख कर संसद भंग कर रहीं थी और वह भी मुद्दा सुप्रीम कोर्ट में जा पहुचा था। अंत में सुप्रीम कोर्ट ने सारी अफवाहों पर विराम लगाते हुए राफेल मुद्दे को शांत कर दिया था। कोर्ट ने कहा था कि राफेल डील में किसी प्रकार का भ्रष्टाचार नहीं हुआ है।
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मानसून सत्र में सदन के हंगामे के बीच भी अपना कार्य कुशलतापूर्वक करना यह कोई भारतीय जनता पार्टी से सीखे। आपको बता दें कि कल यानी शुक्रवार को लोकसभा में The Commission for Air Quality Management in National Capital Region and Adjoining Areas Bill, 2021, General Insurance Business (Nationalisation) Amendment Bill, 2021, The Inland Vessels Bill, 2021 and The Airports Economic Regulatory Authority of India (Amendment) Bill, 2021 जैसे कई महत्वपूर्ण बिल को सदन में प्रस्ताव किया गया है।
अब रहीं बात राज्यसभा कि तो Limited Liability Partnership (Amendment) Bill, 2021, Deposit Insurance and Credit Guarantee Corporation (Amendment) Bill 2021, यहां प्रस्तुत किए जाएंगे। यही नहीं हंगामे के बीच केंद्र सरकार ने राज्यसभा से Factoring Regulation (Amendment) Bill, 2021 को पास करवा लिया है।
दिलचस्प बात यह है कि यह गतिविधि सिर्फ एक दिन की थी। अगर बात करें पूरे मानसून सत्र की तो अभी तक दोनों सदनों में 10 बिल प्रस्तुत किए जा चुके हैं। इसका अर्थ यह है कि भारत सरकार आधारहीन बातों से खुद को अलग रखकर देशहित में आने वालों असल कार्यों को पूरा कर रही है।
भारतीय जनता पार्टी यह बात भली-भांति समझती है कि पेगासस का मामला भी राफेल मामले की तरह चुनावी कारणों से लाया गया है; न ही इसमें कोई सच्चाई है और न ही इससे जमीनी-स्तर पर उस पर कोई प्रभाव पड़ेगा, ऐसे में इस मुद्दे पर समय और शक्ति व्यर्थ करने का कोई फायदा नहीं है।