ट्विटर के तेवरों को देखकर ऐसा बिल्कुल नहीं लगता कि वो भारत के नए आईटी नियमों के अनुसार चलने को तैयार है। इसका एक और प्रमाण केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर के उदाहरण से देखने को मिला। राजीव चंद्रशेखर के ट्विटर अकाउंट के वेरीफाइड बैज को ट्विटर ने कुछ समय के लिए हटा दिया। इससे ट्विटर पर बवाल मच गया।
उद्योगपति और राज्यसभा से भाजपा के सांसद राजीव चंद्रशेखर हाल ही में नरेंद्र मोदी की नई कैबिनेट में कौशल विकास एवं उद्यम सहित एलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी उद्योग के राज्य मंत्री के तौर पर नियुक्त किए गए हैं।
हाल ही में राजीव चंद्रशेखर के ट्विटर अकाउंट से वेरीफाइड बैज को कुछ समय के लिए हटा दिया गया। इससे ट्विटर पर बवाल शुरू हो गया, हंगामा बढ़ता देख राजीव चंद्रशेखर के ट्विटर अकाउंट पर दोबारा से वेरीफाइड बैज बहाल कर दिया गया। ट्विटर से जब लोगों ने सवाल पूछे तो ट्विटर ने बहुत ही बचकाना तर्क दिया। ट्विटर इंडिया के अनुसार राजीव चंद्रशेखर ने अपने ट्विटर हैंडल का नाम बदल दिया था, इसलिए क्षणिक समय के लिए उनका वैरिफिकेशन बैज हटाना पड़ा।
ऐसे बचकाने तर्क के बाद आशंकाएं और ज्यादा बढ़ गईं कि ट्विटर ने ये जानकर किया था। दरअसल, पिछले कुछ दिनों से ट्विटर के ख़िलाफ़ देश के कई हिस्सों में शिकायतें दर्ज की जा रही हैं। गाजियाबाद से लेकर दिल्ली तक ट्विटर पर शिकायत दर्ज हुई है।
कुछ महीनों पहले भारत सरकार ने साफ कर दिया था कि वह अब अपने संशोधित आईटी अधिनियमों को लागू करके ही रहेगी। कुछ वामपंथियों ने अफवाहें फैलाई कि यह नए नियम निजता के अधिकारों को कुचल देंगे। भारत सरकार ने इन सभी शंकाओं का समाधान किया और गूगल, फेसबुक जैसी कंपनियों ने इन नियमों को स्वीकार कर लिया।
ट्विटर बहुत वक्त तक इन नियमों को मानने में आनाकानी करता रहा, लेकिन जब अश्विनी वैष्णव नए आईटी मंत्री बने तो ट्विटर ने नए नियमों को लागू करने की बात कही। न्यूज 18 की रिपोर्ट के अनुसार अभी हाल ही में ट्विटर ने संशोधित आईटी रिपोर्ट को लेकर अपनी कम्प्लायंस रिपोर्ट जारी की है।
रिपोर्ट के अनुसार, “माइक्रो ब्लॉगिंग साइट का दावा है कि उसने उत्पीड़न से लेकर गोपनीयता के उल्लंघन तक 133 पोस्ट के खिलाफ कार्रवाई की है। ट्विटर ने दावा किया कि बाल यौन शोषण और नॉन कंसेंसुएल न्यूडिटी के चलते 18,000 से अधिक अकाउंट्स को सस्पेंड कर दिया है”।
अब जो ट्विटर अपने आप को कानून से ऊपर मानता आया हो, उसको ऐसा अनुशासन भला क्यों पसंद आएगा? इसीलिए वह अपनी खीझ किसी भी प्रकार से निकालना चाहता है और राजीव चंद्रशेखर के ट्विटर अकाउंट से बैज हटाना इसी खीज का परिचायक है।