पीयूष गोयल के आते ही कपड़ा उद्योग के शेयरों में भारी उछाल, 52 सप्ताह का रिकॉर्ड टूटा

पीयूष गोयल मोदी के ‘हनुमान’ हैं, TFI ने पहले ही आपको बताया था।

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वर्षों से डूब रहे कपड़ा उद्योग के शेयरों ने अचानक छलांग मारकर सभी को स्तब्ध कर दिया है। कपड़ा उद्योग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निजी तौर पर हमेशा ही दिलचस्पी दिखाई है। पीएम मोदी ने कपड़ा उद्योग के लिए Make in India योजना से लेकर 100 फीसदी FDI निवेश की योजना का प्रारम्भ किया था, पर दुर्भाग्य से कुछ भी काम न आ सका।

अंततः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना सबसे विश्वसनीय सिपाही, अपने ‘हनुमान’, पीयूष गोयल को कपड़ा मंत्रालय का दायित्व देना पड़ा और इसके बाद ही कपड़ा उद्योग के शेयरों ने शुक्रवार को 52 हफ्तों की सबसे बड़ी छलांग मारी है।

मोदी सरकार ने पिछले सालों में कपड़ा उद्योग में कई क्रांतिकारी बदलाव किए हैं। उदाहरण के तौर पर देखें तो कच्चे माल के आयात पर सीमा शुल्क दरों को बेहतर ढंग से सुसंगठित बनाना, कपड़ा क्षेत्र में 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) की अनुमति देना अथवा छोटे और मध्यम वर्ग के कपड़ा व्यापरियों को आसानी से लोन मुहैया कराना। इतना सब कुछ करने के बावजूद कपड़ा बाज़ार नरम ही रहा।

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मोदी सरकार द्वारा लाए गए तमाम क्रांतिकारी बदलाव, बेहतरीन नेतृत्व की कमी से जूझते रहे। ऐसे में मोदी सरकार ने अपने मंत्रिमंडल के सबसे मंझे हुए खिलाड़ी पीयूष गोयल को इस उद्योग की ज़िम्मेदारी सौंपी। पीयूष गोयल का नाम कपड़ा उद्योग से जुड़ते ही मानो कपड़ों के बाजार में चार चंद लग गए।

सियाराम सिल्क मिल्स के शेयर्स पिछले दो व्यापारिक दिनों में 11 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ अपने 52 सप्ताह के नए उच्च स्तर 344 रुपये पर पहुंच गए हैं। वर्धमान टेक्सटाइल्स (वीटीएल) भी हाल ही में 4.4 प्रतिशत की वृद्धि के साथ अपने 52 सप्ताह के नए उच्च स्तर 1,495.65 रुपये पर पहुंच गया है। कुछ ऐसा ही आलम RSWM लिमिटेड के साथ रहा।

साल 1991 के बाद से भारत के बाज़ारों को लाइसेंस राज से मुक्त कर दिया गया था। देश में उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण नीति की शुरुआत हुई थी। इसके बाद से बाजार की डिमांड आकांक्षाओं पर निर्भर होने लगी। अर्थात, निवेशक देश की अर्थव्यवस्था और बाजार देखकर अनुमान लगाने लगे कि आने वाले समय में किस क्षेत्र या व्यापार का बोल-बाला रहेगा।

ऐसे में कपड़ा उद्योग की यह छलांग संकेत दे रही है कि निवेशकों को कपड़ा उद्योग का उदय साफ नजर आ रहा है। कपड़ा उद्योग के तीन महत्वपूर्ण एवं बड़े खिलाड़ियों के शेयर्स अपने 52 हफ्तों के सबसे उच्च स्तर पर है।

इसके पीछे का कारण पीएम मोदी की दूरदर्शी सोच है। पीएम मोदी को इस बात का आभास हो गया था कि गिरते हुए कपड़ा क्षेत्र को अगर कोई ऊपर लेकर जा सकता है तो वह हैं- पीयूष गोयल। पीएम मोदी की यह सोच 100 फीसदी सही साबित हुई। निवेशकों को पीयूष गोयल के नेतृत्व पर पूरा विश्वास है और यह विश्वास कपड़ा बाज़ार के शेयर दामों की वृद्धि के माध्यम से साफ दिखाई दे रहा है।

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पीयूष गोयल पर देश का व्यापारी समाज क्यों विशवास दिखा रहें है। इस परिप्रेक्ष्य में TFI के संस्थापक अतुल मिश्रा ने भी अपने विचार प्रकट किए हैं। अतुल मिश्रा ने ट्वीट कर लिखा कि, “जैसा कि मैंने कल आपको बताया था, पीयूष गोयल को कपड़ा मंत्रालय देना कोई डिमोशन नहीं है, बल्कि पीएम मोदी ने एक उद्योग को चालू करने के लिए अपने सबसे अच्छे मंत्री की तरफ रुख किया है, गोयल के टैलेंट, पीएम मोदी के भरोसे और मेरे विश्लेषण से सहमत है शेयर बाजार।“

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