उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण और लव जिहाद से जुड़ा एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां एक पूर्व IAS अधिकारी की विधवा बेटी के साथ अपराधियों ने अमानवीयता की सारे हदें पार कर दीं हैं। इस महिला के लगाए आरोपों के मुताबिक आरिफ हाशमी ने आदित्य बनकर 10 साल पहले शादी की, और जब उसके धर्म का खुलासा हुआ तो उस शख्स ने महिला को प्रताड़ित किया। आरोपी ने महिला को अजमेर ले जाकर उसका धर्म परिवर्तित करा दिया। महिला ने अपना बदला हुआ नाम आइशा हाशमी बताया है।
वहीं पुलिस को इस मामले का धर्मांतरण रैकेट में नोएडा से पकड़े गए आरोपी उमर गौतम से जुड़े होने का संदेह भी है; क्योंकि ये शख्स पहले भी कई युवतियों के साथ ऐसे ही अपराध कर चुका है। योगी सरकार की धर्मांतरण और लव जिहाद के मुद्दे पर इतनी ताबड़तोड़ कार्रवाई चल रही है कि अब पीड़ित अपने साथ हुए अपराधों को छिपाते नहीं है, बल्कि कानूनी संरक्षण के जरिए आरोपियों का पर्दाफाश कर रहे है।
आगरा से भी लव जिहाद और धर्मांतरण का एक ऐसा ही खुलासा एक महिला ने किया है, जो कि एक पूर्व IAS अधिकारी की बेटी हैं। महिला ने बताया है कि कैसे एक आरिफ़ हाशमी नाम के शख्स ने न केवल गलत नाम बताकर उससे शादी की, बल्कि उसका धर्म परिवर्तन करा उसे पिछले दस सालों से आर्थिक, मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित भी कर रहा है। ये शख्स महिला के होटल की कमाई के पैसे तक उसे धमकाकर छीन लेता था।
दरअसल, पूर्व IAS अधिकारी की बेटी की शादी 2005 में हुई थी, परंतु पति की आकस्मिक मृत्यु के बाद वो अपने ससुर और बेटी के नाम दर्ज एक होटल का संचालिका थी। ऐसे में आदित्य बनकर आए आरिफ ने युवती की टीका लगाते हुए एक तस्वीर क्लिक कर ली, जिसे देख ऐसा लग रहा है कि वो महिला की मांग भर रहा है। इसके बाद ये शख्स महिला पर शादी का दबाव बनाने लगा। महिला ने बताया कि 2010 में आरोपी ने महिला से शादी की, लेकिन एक साल बाद इस शख्स के धर्म का पता चला तो आरोपी ने महिला को अजमेर ले जाकर ही उसका धर्म परिवर्तन करा दिया। महिला ने बताया कि उसका नया नाम आइशा हाशमी रख दिया गया था।
महिला ने इस शख्स पर आरोप लगाए हैं कि वो शादी के बाद भी उसके पूर्व पति के होटल में ही रहता था। ये शख्स रोजाना आर्थिक, शारीरिक, मानसिक रूप से महिला को प्रताड़ित करता था। इसी कड़ी में जब हाल में फिर इस शख्स ने मारपीट की तो महिला ने आगरा सदर के पुलिस स्टेशन में इस शख्स के खिलाफ केस दर्ज करा दिया। ख़बरों के मुताबिक पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। लखनऊ के तालकटोरा इलाके का रहने वाला ये शख्स पुलिस के मुताबिक बेहद ही शातिर खिलाड़ी है।
इस आरोपी ने लव जिहाद कर शादी करने की बात भी स्वीकार कर ली है जो कि इसकी बेशर्मी की पराकाष्ठा को प्रतिबिंबित करता है। पुलिस ने बताया है कि वो पहले भी इस तरह के धोखा-धड़ी वाले संगीन अपराध कर चुका है। गोरखपुर में इस शख्स ने राणा सिंह बनकर एक अन्य हिन्दू युवती के साथ भी लव जिहाद का कुकृत्य किया था। खास बात ये भी है कि ये शख्स समाजवादी पार्टी से भी ताल्लुक रखता है, ये लखनऊ से विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी भी कर रहा था, जिसके बाद टिकट न मिलने पर इस शख्स का पत्ता अंतिम वक्त में कट गया।
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वहीं उत्तर प्रदेश पुलिस पीड़ित महिला के साथ हुए घटनाक्रम के बाद इस शख्स को गिरफ्तार तो कर ही चुकी है, लेकिन इस शख्स के साथ उत्तर प्रदेश ATS उमर गौतम वाले धर्मांतरण के केस का एंगल भी तलाश कर रही है। पुलिस को शक है कि इस आरोपी का नोएडा से पकड़े गए धर्मांतरण के अपराधियों से गहरा संबंध हो सकता है। इसीलिए ये कहा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश की पुलिस अपनी जांच को नए स्तर पर ले जाने की तैयारी में है।
आगरा में महिला के साथ हुए इस अत्याचार के केस से एक बात तो साबित हो जाती है कि ये धर्मांतरण और लव जिहादी गैंग गरीब मासूमों को ही नहीं बल्कि पढ़े-लिखे साक्षर लोगों को भी अपनी चपेट में ले रहा है, जो कि समाज के लिए एक खतरे का विषय है। साथ ही इस केस से ये भी साबित हुआ है कि जो लोग धर्मांतरण और लव जिहाद के मुद्दों को बीजेपी का एजेंडा बनाते हैं, उनके मुंह पर जोरदार सांकेतिक तमाचा लगा है।