UP डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरीडोर प्रोजेक्ट: 55.4 हेक्टेयर ज़मीन, 19 कंपनियाँ और CM योगी का पूरा समर्थन

योगी उत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरिडोर

(PC: Times Now)

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने पिछले चार सालों में जिस तरह से यूपी के आर्थिक ढांचे को मजबूत करने के लिए कदम उठाए हैं, उनका ही नतीजा है कि अब यहां निवेश की बाढ़ सी आने लगी है। ताजा उदाहरण यूपी में बनने वाले डिफेंस कॉरिडोर से संबंधित है, जिसके लिए UPEIDA द्वारा सबसे पहले अलीगढ़ में 55 हेक्टेयर की जमीन आवंटित कर दी गई है, जिसमें कंपनियों की तरफ से करीब 1,245 करोड़ का निवेश किया जाएगा। अलीगढ़ डिफेंस कॉरिडोर के मामले में देश का पहला जिला बन गया है जहां निवेश के लिए भूमि आवंटित कर दी गई है। खास बात ये भी है कि उत्तर प्रदेश के अलावा ये प्रोजेक्ट तमिलनाडु के लिए भी है, लेकिन वहां अभी तक आवंटन के संबंध में कोई प्रगति नहीं हुई है।

खबरों के मुताबिक उत्तर प्रदेश सरकार ने अलीगढ़ में डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लिए 19 कंपनियों को 55 हेक्टेयर की जमीन आवंटित कर दी है जिसके जरिए यहां करीब 1,245 करोड़ रुपए का बड़ा निवेश आएगा। अलीगढ़ का ये आवंटन ड्रोन बनाने वाली कंपनी एलन एंड एलवन प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी को दिया गया है। अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक खैर तहसील में कंपनी को ये आवंटन करीब 30 वर्षों के लिए दिया गया है। वहीं संभावनाएं हैं कि जल्द ही अन्य कई रक्षा क्षेत्र की कंपनियां भी अलीगढ़ में निवेश की शुरुआत कर सकती हैं।

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उत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरिडोर के अंतर्गत 2018 में अलीगढ़ का नाम भी प्रस्तावित किया गया था, और अब उसी सिलसिले में योगी सरकार द्वारा काम शुरु कर दिया गया है। खास बात ये भी है कि समय के आधार पर कंपनियों के लिए जमीनों के इन आवंटन को 90 वर्षों तक के लिए बढ़ाया जा सकता है। साल 2020 में डिफेंस एक्स्पो के दौरान सबसे ज्यादा निवेश अलीगढ़ के खैर तहसील के अंडाला रोड इलाके के लिए ही आया था और कंपनियों ने इसके लिए एमओयू भी साइन किए थे। अब उन्हीं एमओयू के तहत ही अलीगढ़ नोड में 19 अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों को 55.4 हेक्टेयर भूमि आवंटित की गई है। दिलचस्प बात ये है कि एंकर रिसर्च लैब एलएलपी नामक इसमें सबसे अधिक 550 करोड़ रुपए का निवेश करने वाली है।

इस मामले में  UPIEDA सीईओ अवनीश अवस्थी ने बताया है कॉरिडोर के लिए यातायात को बेहतर बनाने से लेकर इलाके के लिए बिजली की व्यवस्थाओं के संबंध में काम शुरु हो चुका है। उन्होंने बताया कि जल्द ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शिलान्यास किया जाएगा।

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गौरतलब है कि डिफेंस क़ॉरिडोर के लिए उत्तर प्रदेश के नोड्स के लिए अलीगढ़, कानपुर, आगरा, झांसी, लखनऊ चित्रकूट जैसे जिले प्रस्तावित है। वहीं इसी के तहत अब अलीगढ़ में निवेश की प्रक्रिया भी शुरु कर दी गई है। इस योजना के तहत वैश्विक स्तर की रक्षा क्षेत्र की कंपनियां उत्तर प्रदेश के प्रस्तावित जिलों में निवेश के लिए तैयार है। इस निवेश के जरिए उत्तर प्रदेश को आर्थिक तौर पर बड़ी बढ़त मिलने की संभावनाएं जताई जा रही है। वहीं रोजगार के नए अवसरों में भी भारी बढ़ोतरी देखी जा सकती है।

डिफेंस कॉरिडोर के इस प्रोजेक्ट के आधार पर ये कहा जा सकता है कि उत्तर प्रदेश अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने की ओर तो आगे बढ़ रहा है, वहीं इस कदम के जरिए रक्षा क्षेत्र में भारत के आत्मनिर्भर होने की भी अभूतपूर्व संभावनाए हैं जिससे भारत को रक्षा उपकरणों के लिए विदेशी राज्यों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।

 

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