एक महिला को हवा में उछालते रहे 400 पाकिस्तानी, उसके कपड़े फाड़कर मना रहे थे ‘आज़ादी का जश्न’

पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस

स्वतंत्रता दिवस का जश्न कैसे मनाया जाता है, संभवतः पाकिस्तान के लोगों को पता ही नहीं है, क्योंकि क्रूरता के लिए प्रसिद्ध पाकिस्तान के कुछ कट्टरपंथी एवं असामाजिक तत्वों ने स्वतंत्रता दिवस का जश्न एक महिला की इज्ज़त की धज्जियां उड़ाकर मनाया है। पाकिस्तान में एक महिला द्वारा टिक-टॉक वीडियो बनाना ही उसे भारी पड़ गया। आलोचनात्मक बात ये भी है कि ये अपराध एक या दो लोगों ने नहीं, बल्कि 400 लोगों ने किया है, इसके चलते सभी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया है।

कुछ दिन पहले ही टीएफआई ने रिपोर्ट में बताया था, कि पाकिस्तान में 8 वर्षीय बच्चे को मामूली काम के चलते ईश निंदा को दोषी ठहरा दिया गया,  जिसमें फांसी की सजा का प्रावधान है। वहीं, अब अमानवीयता का एक और मामला सामने आया है, जहां एक टिक-टॉक वीडियो बना रही महिला के साथ असामाजिक तत्वों ने मारपीट की और उसके कपड़े तक फाड़ डाले। महिला का आरोप है कि 400 लोगों ने मिलकर कपड़े फाड़े और उसकी आबरू के साथ खिलवाड़ किया। ये घटना उस दिन की है जब पाकिस्तान में लोग 14 अगस्त को आजादी का जश्न मना रहे थे।

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महिला ने आरोप लगाया है कि उसके साथ मारपीट करने के अलावा उसे 400 लोगों ने अनेकों बार हवा में उछाला, एवं उसकी इज्जत की धज्जियां उड़ाईं गईं। इस मामले में महिला ने लाहौर के लॉरी अड्डा पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज कराया है। महिला ने बताया कि वो अपने 6 साथियों के साथ स्वतंत्रता दिवस के दिन मीनार-ए-शरीफ के पास वीडियो बना रही थी और उसी दौरान ये हादसा हुआ।

महिला ने बताया, भीड़ काफी थी और लोग हमारी ओर बढ़ रहे थे। लोग मुझे इस कदर धक्का दे रहे थे और खींच रहे थे कि उन्होंने मेरे कपड़े फाड़ डाले। कई लोगों ने मेरी मदद करने की कोशिश की, लेकिन भीड़ अधिक थी और उन्होंने मुझे हवा में उछालना जारी रखा।’’

शिकायत करने वाली महिला ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा, अज्ञात लोगों ने हम पर हमला किया।” वहीं इस मामले में ये भी खुलासा हुआ है कि महिला अंगूठी और कान की बालियां भी चोरी हुईं हैं। महिला के सहयोगी का मोबाइल फोन, पहचान पत्र और 15,000 रुपये नकद छीन लिए गये। वहीं पुलिस अधिकारी साजिद कियानी ने कहा है कि इस मामले में जांच और त्वरित कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए गए हैं, लेकिन इस प्रकरण ने पाकिस्तान के आम लोगों पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं।

ये शर्मनाक है कि पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के दिन ही वहां महिला की इज्ज़त से इतना अमानवीय खिलवाड़ किया गया। ये दर्शाता है कि पाकिस्तान आजाद तो हो गया परन्तु उसकी मानसिकता आज भी वही पुरानी है. विकास का पहिया तो रुका ही था, मानसिक विकास भी स्थिर दिखाई दे रहा है। पाकिस्तान खुद को एक कट्टर इस्लामिक देश मानता है और पाकिस्तान के कुछ कट्टरपंथी और अपराधी प्रवृत्ति के लोग अपनी हैवानियत का प्रदर्शन करते हैं, और ये पाकिस्तान के जिम्मेदार लोगों के लिए चुल्लू भर पानी में डूब मरने वाली बात है।

 

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