क्या ईरान ने काबुल में यूक्रेन के नागरिकों को निकालने आये यूक्रेन के प्लेन को चुराया?

यूक्रेन प्लेन

एक आतंकी संगठन के सत्ता में आने से क्या क्या हो सकता है? चोरी, लूटमार, मारपीट, अत्याचार और उत्पीड़न सामान्यतः कुछ चीजें हैं, जिनकी आप उम्मीद जता सकते है। तालिबान ने इन कार्यों के अलावा एक और चौंका देने वाली खबर सामने आई है। खबरों की मानें तो यूक्रेन के एक प्लेन को हाईजैक कर लिया गया और उसे हाईजैक करके ईरान ले जाया गया है। यह घटना तब सामने आई है जब विश्व के अनेक राष्ट्र अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए अपने हवाई बलों को अफ़ग़ानिस्तान भेज रहे हैं। दावों के हिसाब से हथियार बंद लोगों द्वारा प्लेन को हाईजैक किया गया था।

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दरअसल,  अफगानिस्तान में यूक्रेन के सौ से ज्यादा नागरिक मौजूद है। इन्हीं लोगों को रेस्क्यू करने के लिए पहुंचे यूक्रेन के एक विमान को कथित तौर पर हाईजैक कर लिया गया है। यूक्रेन के उप विदेश मंत्री येवगेनी येनिन ने दावा किया कि प्लेन को अज्ञात लोगों द्वारा अपने नियंत्रण में लेने के बाद, उसे ईरान ले जाया गया है। रूसी खबर एजेंसी TASS के अनुसार, येनिन ने यह कहा यह है कि, “पिछले रविवार को हमारा प्लेन हाईजैक हो गया था। यूक्रेन के लोगों को एयरलिफ्ट करने के बजाय यह अज्ञात लोगों को लेकर ईरान गया था। हमारे तीन निकासी योजनाएं अभी भी बंद है क्योंकि हमारे प्लेन हमारे पास नहीं थे।”

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यूक्रेन द्वारा किये गए दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए ईरान के मंत्री अब्बास असलानी ने कहा है कि प्लेन उत्तर पूर्वी ईरान में आया तो था लेकिन तेल भराने के बाद वह वापस यूक्रेन चला गया। ईरानी नागरिक उड्डयन संगठन के प्रवक्ता मोहम्मद हसन जिबख्श ने आईएलएनए एजेंसी को बताया, “सोमवार को 22:00 स्थानीय समय पर विमान में “ईंधन भरने” के लिए मशहद में जहाज उतरा और तुरंत कीव के लिए रवाना हो गया। हम यूक्रेनी दावों को सिरे से खारिज करते हैं।”

यूक्रेन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ओलेह निकोलेंको ने भी काबुल में प्लेन हाईजैक होने से इनकार किया है। उन्होंने इंटरफैक्स एजेंसी को बताया कि “येनिन “सामान्य रूप से उन अभूतपूर्व स्तर की कठिनाइयों की व्याख्या कर रहे थे, जिनका सामना राजनयिकों को यूक्रेनियन को निकालने के लिए करना पड़ा था।” अब इस मामले की सच्चाई क्या है इसपर कुछ भी कहना उचित नहीं होगा परंतु यूक्रेन और ईरान के बीच सबकुछ ठीक तो नहीं है। आखिर सच्चाई क्या है और क्यों उसे छुपाने के प्रयास किया जा रहे ये तो यूक्रेन और ईरान ही बता सकते हैं।

बता दें कि पूर्व में भी तालिबान शासन में हाइजैकिंग सामान्य बात थी। इंडियन एयरलाइन फ्लाइट 814 को दिसम्बर 1999 में हाईजैक किया गया था। यह विमान नेपाल से दिल्ली आने वाला था जिसे हाईजैक करके कंधार ले जाया गया था। इसके बाद ही तालिबानियों ने भारतीय सरकार से कुछ आतंकियों को छोड़ने की बात कही थी। तीन आतंकवादी भारत सरकार द्वारा छोड़े गए थे जिसमें मसूद अजहर भी शामिल था।

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