वर्ष 2014 के बाद से भारत में टुकड़े-टुकड़े गैंग का रोना रोने वालों की संख्या में बहुवृद्धि देखने को मिली है। फिर चाहे देश विरोधी नारे हों या धर्म के नाम पर फैलाई जा रही वैमनस्यता। देश विरोधी गतिविधियां करने में देश के अंदर भेदियों ने अपना सम्पूर्ण योगदान दिया है। लगातार अपने मुख से ज़हर उगलते रहने वाले मुनव्वर राणा ने एक बार फिर से जहर उगला है। तालिबान के बचाव में बोलते हुए जिहादी ने रामायण के रचयिता भगवान वाल्मीकि के विरुद्ध बयान दिया है। मुनव्वर राणा ने बेशर्मी भरे अंदाज में कहा, ‘व्यक्ति का चरित्र बदलता रहता है, रामायण लिखने के बाद वाल्मीकि भगवान बन गए, इससे पहले वह एक डाकू थे। इसी तरह तालिबान, अभी के लिए आतंकवादी हैं और चरित्र परिवर्तन एक प्रक्रिया का हिस्सा है।’
शायर से जिहादी बने मुनव्वर राणा ने इस बार रामायण के रचयिता भगवान वाल्मीकि के नाम का उपयोग कर हिन्दू और सनातनी सभ्यता का परिहास उड़ाया है।
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मुनव्वर राणा से जब तालिबान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने ‘आतंकवादी’ नहीं, बल्कि ‘आक्रामक लड़ाके’ कहकर सही ठहराया। कुख्यात शायर ने दावा किया कि तालिबान भी अफगानी है और उन्होंने अपने देश को विदेशी कब्जे से मुक्त करवाया है।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह तालिबान को एक आतंकवादी संगठन के रूप में देखते हैं, मुनव्वर राणा ने सवाल को टालते हुए और टेप रिकॉर्डर की तरह वही घिसा-पिटा उदाहरण देते हुए कहा, “क्या हमारे पास आतंकवादी नहीं हैं? कानपुर में एक रिक्शावाले को बेरहमी से पीटा जाता है।”
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नवभारत टाइम्स के साथ एक और साक्षात्कार में मुनव्वर राणा ने दावा किया कि तालिबान ने अपने देश को आजाद कराया है। तालिबान ने अपने देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी है जैसे भारत ने अंग्रेजों से आजादी के लिए लड़ाई लड़ी थी। तालिबान द्वारा किए गए अत्याचारों और हिंसा पर हर एक सवाल को टालते हुए मुनव्वर राणा ने दावा किया कि इस्लामी संगठन को आतंकवादी नहीं कहा जाना चाहिए और किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले उन्हें शासन करने का समय दिया जाना चाहिए।
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मुनव्वर राणा ने इसी दौरान यह दावा भी किया कि अमेरिकियों और रूसियों ने अफगानों को परेशान किया। उन्होंने आगे कहा कि तालिबान का व्यवहार एक आतंकवादी की तरह नहीं है, वे सिर्फ आक्रामक व्यवहार कर रहे हैं। मुनव्वर राणा के इन बयानों पर कठोरतम कार्रवाई करने का समय अब आ गया है। यूपी की योगी सरकार को चाहिए कि मुनव्वर जैसे जिहादी पर तुरंत सख्त कार्रवाई की जाए।