TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    Wajahat Khan Sharmistha Panoli

    अंडरग्राउंड हुआ शर्मिष्ठा पर केस करने वाला वजाहत खान, करता था देवी-देवताओं का अपमान

    bjp controversies and scandals in Madhya Pradesh

    हाईवे पर धाकड़, मंदिर में गुंडई : बेलगाम मध्य प्रदेश भाजपा नेताओं की फुल टाइम कंट्रोवर्सी

    RSS के मंच पर आएंगे इंदिरा सरकार में मंत्री रहे आदिवासी नेता अरविंद नेताम, क्या हैं मायने?

    RSS के मंच पर आएंगे इंदिरा सरकार में मंत्री रहे आदिवासी नेता अरविंद नेताम, क्या हैं मायने?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    आधुनिक सैन्य प्रणालियों का निरीक्षण करते हुए सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी

    ऑपरेशन सिंदूर में पहली बार इस्तेमाल होने वाले ‘मेड इन इंडिया’ लूटरिंग म्यूनिशन्स का सेनाध्यक्ष ने किया मुआयना

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    गौरव कुंडी से मारपीट करती पुलिस (बाएं) अमृतपाल कौर के साथ गौरव कुंडी (दाएं) [PHOTO- 9News]

    ऑस्ट्रेलिया में नस्लभेदी बर्बरता? पुलिस ने भारतीय मूल के शख्स को मार-मारकर पहुंचाया ICU

    कराची जेल से फरार हुए कैदी

    पाकिस्तान में जेल तोड़कर फरार हुए 200 से ज़्यादा कैदी, शहरों में डर का माहौल; जानें कैसे भूकंप बना वजह?

    एलन मस्क के पिता एरोल मस्क

    ‘पूरी दुनिया शिव का अनुसरण करे तो…’: एलन मस्क के पिता एरोल मस्क ने हिंदू धर्म पर क्या कहा?

    बांग्लादेश की नई करेंसी

    बांग्लादेश में बदले सियासी संकेत – नए नोटों से ‘राष्ट्रपिता’ मुजीब गायब, मंदिरों और सांस्कृतिक प्रतीकों ने ली जगह

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    Wajahat Khan Sharmistha Panoli

    अंडरग्राउंड हुआ शर्मिष्ठा पर केस करने वाला वजाहत खान, करता था देवी-देवताओं का अपमान

    bjp controversies and scandals in Madhya Pradesh

    हाईवे पर धाकड़, मंदिर में गुंडई : बेलगाम मध्य प्रदेश भाजपा नेताओं की फुल टाइम कंट्रोवर्सी

    RSS के मंच पर आएंगे इंदिरा सरकार में मंत्री रहे आदिवासी नेता अरविंद नेताम, क्या हैं मायने?

    RSS के मंच पर आएंगे इंदिरा सरकार में मंत्री रहे आदिवासी नेता अरविंद नेताम, क्या हैं मायने?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    आधुनिक सैन्य प्रणालियों का निरीक्षण करते हुए सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी

    ऑपरेशन सिंदूर में पहली बार इस्तेमाल होने वाले ‘मेड इन इंडिया’ लूटरिंग म्यूनिशन्स का सेनाध्यक्ष ने किया मुआयना

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    गौरव कुंडी से मारपीट करती पुलिस (बाएं) अमृतपाल कौर के साथ गौरव कुंडी (दाएं) [PHOTO- 9News]

    ऑस्ट्रेलिया में नस्लभेदी बर्बरता? पुलिस ने भारतीय मूल के शख्स को मार-मारकर पहुंचाया ICU

    कराची जेल से फरार हुए कैदी

    पाकिस्तान में जेल तोड़कर फरार हुए 200 से ज़्यादा कैदी, शहरों में डर का माहौल; जानें कैसे भूकंप बना वजह?

    एलन मस्क के पिता एरोल मस्क

    ‘पूरी दुनिया शिव का अनुसरण करे तो…’: एलन मस्क के पिता एरोल मस्क ने हिंदू धर्म पर क्या कहा?

    बांग्लादेश की नई करेंसी

    बांग्लादेश में बदले सियासी संकेत – नए नोटों से ‘राष्ट्रपिता’ मुजीब गायब, मंदिरों और सांस्कृतिक प्रतीकों ने ली जगह

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

इज़राइल चीन के साथ अपने सभी आर्थिक समझौतों को करेगा खत्म

ईरान के साथ बढ़ते कदम से इज़राइल सावधान, आर्थिक संबन्धों को तोड़ने पर हो रहा है विचार

Shikhar Srivastava द्वारा Shikhar Srivastava
26 August 2021
in रणनीति
इज़राइल चीन संबंध
Share on FacebookShare on X

अमेरिका ने जिस तेजी से स्वयं को पश्चिम एशिया और मध्य एशिया की राजनीति से अलग करने का फैसला किया है, उस क्षेत्र के भू-राजनीतिक समीकरण बदलने वाले हैं। अमेरिका इस क्षेत्र को छोड़कर हिंद प्रशांत क्षेत्र पर अपना ध्यान केंद्रित करने वाला है। अमेरिका के हटते ही इस क्षेत्र में एक शक्ति शून्यता जन्म लेगी जिसे भरने के लिए चीन सबसे अधिक आतुर है। चीन अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं के लिए इसी क्षेत्र पर निर्भर है उसने पश्चिम एशिया में ईरान को अपनी भावी योजनाओं के लिए सबसे विश्वसनीय सहयोगी बना लिया है। ऐसे में इज़राइली रक्षा विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि चीन की ईरान के साथ सैन्य नज़दीकियां बढ़ेंगी तो इसका सीधा प्रभाव इज़राइल और चीन के आर्थिक संबंध पर देखने को मिलेगा। यही नहीं इज़राइल चीन के साथ अपने आर्थिक संबंध तोड़ भी सकता है।

इज़राइल विरोधी शक्तियों के साथ हाथ मिलना पड़ सकता है चीन को भारी

Breaking Defense की रिपोर्ट के अनुसार इजराइल के सरकारी सूत्रों ने जानकारी दी है कि यदि चीन ईरान अथवा क्षेत्र में मौजूद अन्य इज़राइल विरोधी शक्तियों के साथ रक्षा तकनीक से संबंधित कार्य जारी का विस्तार करता है तो फिर इजराइल चीन के साथ अपने आर्थिक संबंध में कमी ला सकता है। इज़राइल के रक्षा विशेषज्ञों को विश्वास है कि अमेरिका की क्षेत्र से वापसी के बाद उत्पन्न होने वाली शक्ति शून्यता को चीन अपनी आर्थिक, कूटनीतिक, सामरिक शक्ति से भरने का प्रयास करेगा। रिपोर्ट में इज़राइली रक्षा सूत्र के हवाले से यह लिखा है कि “क्षेत्र में अमेरिका का प्रभाव, विशेष रुप से अफगानिस्तान में हुआ है उसके बाद, से चीन के लिए गल्फ एवं पश्चिम एशिया में एक महत्वपूर्ण शक्ति बनने के द्वार खुल गए हैं।”

संबंधितपोस्ट

ऑस्ट्रेलिया में नस्लभेदी बर्बरता? पुलिस ने भारतीय मूल के शख्स को मार-मारकर पहुंचाया ICU

अमेरिकन यूनिवर्सिटी की चौंकाने वाली रिपोर्ट में बड़ा खुलासा- मोटापा धीरे-धीरे आपकी सोचने की शक्ति को कर रहा है खत्म!

कौन है अमेरिका में इज़रायल विरोधी नारे लगाकर लोगों को आग लगाने वाला मोहम्मद सोलीमन?

और लोड करें

पश्चिम एशिया का बदलता स्वरूप है कारण

पश्चिम एशिया, विश्व के सबसे रोमांचकारी भू-राजनैतिक उठापटक का रंगमंच रहा था। सऊदी अरब और ईरान की शिया-सुन्नी प्रतिद्वंदिता, अरब स्प्रिंग, कोल्डवॉर और वॉर अगेंस्ट टेररिज्म ऐसे अनेक महत्वपूर्ण घटनाक्रम इसी क्षेत्र में हुए। इन सब में अमेरिका की केंद्रीय भूमिका रही थी। किंतु अफ़गानिस्तान से अमेरिका की विदाई के बाद अब रूस, भारत, इज़राइल जैसे वे सभी शक्तिशाली देश जिनके हित इस क्षेत्र से जुड़े हैं अपनी भावी योजनाओं को लेकर चिंतित है। अमेरिका ने जिस तेजी से सीरिया और अफगानिस्तान से अपने सैनिकों को वापस बुलाया है उसने यह स्पष्ट कर दिया है कि आने वाले समय में अमेरिका इस क्षेत्र की राजनीतिक प्रतिस्पर्धा में वैसी सक्रियता नहीं दिखाएगा जैसी कोल्डवॉर या उसके बाद अगले 20 वर्षों में देखने को मिली थी।

इज़राइल ने महसूस किया है कि चीन मित्र नहीं है

अफगानिस्तान से अमेरिका के पलायन ने अमेरिकी सहयोगियों को यह सोचने पर विवश कर दिया है कि अमेरिका टकराव की स्थिति में उनके साथ खड़ा होगा या नहीं। अमेरिका ने अफगानिस्तान में 20 वर्षों तक जिस सरकार का समर्थन किया, उसे तालिबान के हाथों ध्वस्त होने के लिए छोड़ दिया। ऐसे में इज़राइल और सऊदी जैसे देशों ने सीख लेते हुए अपनी सुरक्षा स्वयं सुनिश्चित करने के बारे में विचार करना शुरू कर दिया है। यही कारण है कि इज़राइल में चीन और ईरान के बढ़ते सहयोग पर इन दिनों गंभीर चिंतित हो रहा है। इज़राइल समझता है कि चीन की पश्चिम एशिया में पहुंच उसकी कीमत पर आएगी। वर्तमान में, चीन इज़राइल की तकनीक में भारी निवेश करता है लेकिन हाल के दिनों में, इज़राइल ने महसूस किया है कि चीन मित्र नहीं है।

चीन और ईरान ने 25 वर्षीय स्ट्रेटेजिक पैक्ट किया है। चीन की BRI योजना का मुख्य लक्ष्य चीन की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करना है। इस योजना का लक्ष्य पानी के रास्ते होने वाले व्यापार को भूमि के रास्ते होने वाले व्यापार में बदलना है। ऐसे में ईरान चीन के लिए पश्चिमी एशिया में प्रवेश करने का मुख्य मार्ग है। उधर मुसलमानों के मुद्दे पर चीन को कट्टरपंथी इस्लामिक ताकतों के विरोध का सामना न करना पड़े इसके लिए यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि चीन मुस्लिम देशों के साथ अच्छे संबंध बनाकर चले। यही कारण था कि इज़राइल फिलिस्तीन संघर्ष के दौरान चीन ने फिलिस्तीनी मुसलमानों के मुद्दे को सुरक्षा परिषद में भी उठाने का प्रयास किया था।

इतना ही नहीं चीन गाजा युद्ध के दौरान यहूदी विरोधी प्रोपेगेंडा करने लगा था। इस पर चीन में इज़राइली दूतावास ने सीसीटीवी द्वारा चलाए जा रहे एक कार्यक्रम की ओर भी इशारा करते हुए ट्वीट किया था, “हमें उम्मीद है कि ‘यहूदी दुनिया को नियंत्रित करने वाले’ षड्यंत्र के सिद्धांतों का समय खत्म हो गया था, दुर्भाग्य से यहूदी-विरोधी ने अपना बदसूरत चेहरा फिर से दिखाया है।” साथ ही यह भी कहा कि, “हम एक आधिकारिक चीनी मीडिया आउटलेट में व्यक्त किए गए यहूदी-विरोधी को देखकर स्तब्ध हैं।”

ऐसे कई कारक हैं जो चीन-इज़राइल संबंधों को कमजोर करते हैं। चीन द्वारा इजराइल के ऊपर ईरान को अब्राहम समझौते में महत्व देना इसी यही दिखाता है। पिछले साल संयुक्त अरब अमीरात और इज़राइल के अपने द्विपक्षीय संबंधों को सामान्य करने के साथ, इज़राइली प्रौद्योगिकी में अमीराती निवेश बढ़ गया है।

इसलिए, इज़राइल की तकनीक अब पूरी तरह से चीनी पूंजी पर निर्भर नहीं है। इज़राइल प्रौद्योगिकी में निवेश करने वाले मुख्य देश के रूप में चीन ने जो भी लाभ उठाया है, वह अब समाप्त हो रहा है। यही कारण है कि चीन खुद इज़राइल से बौखला रहा है। हाल ही में, इज़राइल और चीन के संबंध निकट भविष्य में कितने खराब होंगे इसका अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि हाल ही में चीनी हैकरों ने इज़राइल पर बड़ा साइबर हमला किया था। उनका उद्देश्य इज़राइल की महत्वपूर्ण तकनीकी जानकारी और व्यापारी की योजनाओं की जानकारी जुटाना था।

इज़राइल के पास है भारत का विकल्प

वहीं इज़राइल की बात करें तो आने वाले समय में भारत और इज़राइल का रक्षा सहयोग तेजी से बढ़ने वाला है। यह सहयोग केवल रक्षा अनुसंधान तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि कई अन्य मामलों पर भी दोनों ने एक दूसरे के साथ दिखेंगे। इस समय भारत, इज़राइल के साथ साइबर वॉफेयर से लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तक कई क्षेत्रों में सहयोग कर रहा है। हाल ही में भारत और इज़राइल के बीच, भारत को बेचे गए ड्रोन को लेकर एक समझौता हुआ है, जिसके तहत इज़राइल सर्विलांस ड्रोन को आर्म्ड ड्रोन में बदलने वाला है।

अफगानिस्तान में तालिबान की विजय के बाद यह स्पष्ट है कि इस पूरे क्षेत्र में इस्लामिक कट्टरपंथ मजबूती के साथ आगे बढ़ेगा। ऐसे में भारत और इज़राइल के बीच इंटेलिजेंस शेरिंग और बढ़ेगी। मोसाद और R&AW इस्लामिक आतंकवाद के विरुद्ध आपसी सहयोग बढ़ाएंगे। साथ ही फिलिस्तीन के मुद्दे पर भारत को अपना स्टैंड बदलना पड़ेगा क्योंकि अब भारत और इज़राइल को अपने हितों की सुरक्षा के लिए विदेश नीति के मुद्दे पर एक राय बनानी पड़ेगी।

इज़राइल का एक स्पष्ट संदेश

चीन के लिए इज़राइल का एक स्पष्ट संदेश है- यदि आप पश्चिमी एशिया में ईरान जैसे देशों के साथ संबंध बढ़ाने की कोशिश करते हैं तो हम व्यापारिक संबंध तोड़ देंगे। इज़राइल चीन के साथ अपने व्यापारिक समझौतों का उपयोग सौदेबाजी के लिए कर रहा है और यहूदी राष्ट्र पर ईरान को चुनने के लिए कम्युनिस्ट राष्ट्र को सबक सिखाना चाहता है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि इज़राइल पश्चिमी एशिया का एक महत्वपूर्ण शक्ति है और इसके पास दुनिया की सबसे उन्नत खुफिया नेटवर्क में से एक है। इसलिए, चीन के ईरान के साथ बढ़ते संबंध का इज़राइल द्वारा विरोध बीजिंग के लिए एक बड़ा झटका है। ऐसे में परिवर्तित हो रहे समीकरण यह संकेत कर रहे हैं कि चीन का इज़राइल में जो भी निवेश है और चीन इज़राइल के बीच जो भी आर्थिक सहयोग है, वह सब नकारात्मक रूप से प्रभावित होने वाला है।

Tags: अमेरिकाइज़राइलइजराइल-भारत
शेयर24ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

BSP सांसद अतुल राय पर रेप का आरोप लगाने वाली लड़की को क्या मौत के बाद मिलेगा न्याय?

अगली पोस्ट

यूपी के MSME को लेकर आंकड़ों में हेर-फेर करके वित्त मंत्री के विरुद्ध चलाया जा रहा है एजेंडा

संबंधित पोस्ट

PMO PM Modi Indian Jet Engine Program
रक्षा

PMO को अपने हाथों क्यों लेनी चाहिए जेट इंजन प्रोग्राम की कमान?

17 May 2025

भारत आज एक ऐसे मोड़ पर खड़ा है जहां उसे अपनी रणनीतिक दिशा तय करनी है। दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और अंतरराष्ट्रीय महत्वाकांक्षाओं...

China Pakistan Operation Sindoor India
भारत

ऑपरेशन सिंदूर से ड्रैगन की खुली पोल: पाकिस्तान की हार में चीन को क्यों हो रहा है दर्द?

12 May 2025

'हाथी के दांत दिखाने के अलग और चबाने के अलग होते हैं'। भारत और पाकिस्तान के मामले में यही हाल चीन का होता है। पहलगाम...

Operation Sindoor Indian Air Force
भारत

‘ऑपरेशन सिंदूर जारी है, कोई कयास न लगाएं’, कहां है वायुसेना का इशारा?

11 May 2025

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने उग्र रूप से आतंकियों को जवाब दिया। इससे तिलमिलाए पाकिस्तान ने इसी सैन्य कार्रवाई में बदल दिया। इसके...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Pakistan needs money from IMF to feed their people

Pakistan needs money from IMF to feed their people

00:15:20

Vacate PoK and more: Steps Pakistan needs to take to avoid Indian military action

00:06:36

Taking The Wire’s Propaganda Piece on VP to the Cleaners – Feat. Prof. Kapil Kumar

00:09:19

Rahul Gandhi Undermines India’s Electoral Integrity as Trump Applauds It

00:07:09

Why Pakistan army chief reminds two nation theory| what is the plan| Waqf Bill |Asim Munir| Jinnah

00:13:02
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited