एक Champion का अपमान और एक सामाजिक विकृति: 23 वर्षीय नीरज चोपड़ा के साथ 40 साल की RJ मलिश्का की flirting

अगर स्थिति ठीक विपरीत होती तब क्या सभी का यही रिएक्शन होता?

आरजे मलिशका

7 अगस्त 2021 को सूबेदार नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में करोड़ों भारतीयों का मस्तक गर्व से ऊंचा कर दिया। पुरुष भाला फेंक में 87.58 मीटर तक भाला फेंक कर भारतीय सेना के इस जोशीले जवान ने न केवल भारत को उसका दूसरा व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जिताया, अपितु टोक्यो ओलंपिक में पदकों की संख्या के अनुसार भारत के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में अपना अनुपम योगदान भी दिया। हालांकि, कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो नीरज चोपड़ा को बधाई देने के नाम पर उनके आत्मसम्मान के साथ ही खिलवाड़ कर रहे हैं। विश्वास नहीं होता तो इस वीडियो को ही देख लीजिए। इस वीडियो में Red FM की चर्चित रेडियो जॉकी, आरजे मलिश्का नीरज चोपड़ा से एक कॉल के दौरान के कुछ क्षण ट्वीट करते हुए लिखती हैं, लेडीज़, हाँ, हमने थोड़े कड़े और बेहतरीन सवाल भी पूछे हैं, पर सोचिए हम किसके लिए नाच रहे हैं इस गीत पर? जी हाँ, अपने नीरज चोपड़ा के लिए!”

इस वीडियो में Red FM की चर्चित रेडियो जॉकी, आरजे मलिश्का नीरज चोपड़ा से एक कॉल के दौरान के कुछ क्षण ट्वीट करते हुए लिखती हैं, लेडीज़, हाँ, हमने थोड़े कड़े और बेहतरीन सवाल भी पूछे हैं, पर सोचिए हम किसके लिए नाच रहे हैं इस गीत पर? जी हाँ, अपने नीरज चोपड़ा के लिए!”

इसके बाद वीडियो में आप देख सकतें आरजे मलिश्का को, जो अपने आपको ‘मुंबई की रानी’ के नाम से भी संबोधित करती हैं, अपने सहयोगियों के साथ एक बेहद बेढंगा नृत्य करती हैं, और जब फोकस नीरज पर जाता है, तो वो स्पष्ट तौर पर असहज दिखाई दे रहें हैं जो उनकी जबरदस्ती की मुस्कान में भी साफ दिखाई दे रहा है।

कुछ लोग कह सकते हैं कि ये सब हंसी मज़ाक के लिहाज से किया गया था, लेकिन एक व्यक्ति को वीडियो कॉल पर बुलाना, और फिर उसके सामने बेढंगा नृत्य करना, इसे सभ्य भाषा में छेड़खानी नहीं तो और क्या कहें?

अब कल्पना कीजिए कि यहाँ नीरज चोपड़ा नहीं, बल्कि पीवी सिंधू, या मीराबाई चानू ने ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता होता, और उनका किसी रेडियो चैनल पर इस तरह से स्वागत किया जाता, तो क्या तब भी यही रिएक्शन देखने को मिलता? बिल्कुल नहीं, उस समय तो तलवारें निकल आती, पीएम मोदी से लेकर सनातन धर्म और ब्राह्मणवाद को जी भर के कोसा जा रहा होता, और यही कथित फेमिनिस्ट आरजे मलिश्का, जो खुलेआम इस अश्लीलता और इस घिनौने प्रवृत्ति को बढ़ावा देते दिखाई दे रही , वो जस्टिस फॉर सिंधू / जस्टिस फॉर मीरा जैसे नारे लगा रही होती।

https://twitter.com/Deepak_siwan5/status/1428435725603598342?s=20

हालांकि, आरजे मलिश्का का महिला सशक्तिकरण से उतना ही वास्ता है, जितना चीन का लोकतंत्र से या तालिबान का महिला अधिकारों से है। ये कई वामपंथी विरोध प्रदर्शनों में भी आगे रही हैं, और इन्होंने तो CAA के विरुद्ध लिबरलों के फेक न्यूज अभियान में भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया था।

इसपर हमने भी अपने ट्विटर पेज से ट्वीट कर यही सवाल पूछा और लिखा, “अब सोचिए मनिका बत्रा ने टोक्यो में स्वर्ण जीता होता। उसे एक टीवी स्टूडियो में बुलाया जाता। सारे पुरुष एंकर ‘न कजरे की धार न मोतियों की हार’ पर मूर्खों की तरह उनके सामने नाचते, और मनिका एक झेंपी सी मुस्कान लेकर रह जाती। तब सोचिए, इसी बात पर ट्विटर पर कितना तांडव मच रहा होता!”

लेकिन सोशल मीडिया पर यह कुरीति अनदेखी नहीं गई, और जनता ने जमकर Red FM , विशेषकर आरजे मलिश्का को आड़े हाथों लिया। लेखिका शेफाली वैद्य ने ट्वीट किया,हद्द है, ऐसी अश्लीलता ! तो आप यही जताना चाहती हैं कि अंत में पुरुष ही सब काम करता है, और महिलायें केवल उसकी अटेन्शन पाने के लिए मुजरा करती हैं। आप खुद नहीं नारी विरोध को बढ़ावा दे रही हैं? नीचता की भी हद होती है।”

इसके अलावा भी जनता ने आरजे मलिश्का को उसके नीच हरकत के लिए बहुत धोया। हरी नायर नामक यूजर ने लिखा, बेचारा दो बार सोचता होगा कि गोल्ड क्यों जीत लिया?” 

एक अन्य यूजर आशुतोष भट्ट ने जब कहा कि वे नीरज चोपड़ा से इसके लिए माफी मांगना चाहेंगे, तो एक अन्य ट्विटर यूजर साक्षी प्रजापति ने उसका अनुमोदन करते हुए कहा, मुझे भी शामिल कर लीजिए। ऑल्सो यार वो एक आर्मी ऑफिसर हैं, कुछ तो लिहाज रखिए। इससे शर्मनाक कुछ हो सकता है क्या? यह बहुत ही शर्मनाक है। मैं सोच भी नहीं सकती वे इस समय किस स्थिति में होंगे। उनके धैर्य को मैं नमन करती हूँ”

नीरज चोपड़ा के धैर्य को साक्षी क्या, हम में से कइयों का नमन हैं, जो ऐसे विकट परिस्थिति में उन्होंने अपना धैर्य नहीं खोया। लेकिन आरजे मलिश्का जैसे लोगों की जवाबदेही भी हमें तय करनी पड़ेगी, अन्यथा आगे चलकर ये प्रवृत्ति हमें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपमानित कर सकती है।

Exit mobile version