यदि गलती करने के बाद उसका सुधार करने के बजाय उसे सही मान लिया जाए तो उसे बेवकूफी कहा जाता है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की एक अबोध बालक की तरह व्यवहार करने की आदत काफी पुरानी है, पर इससे यदि किसी की भावनाओं या आत्मसम्मान को ठेस पहुँचती है तो वो अपराध कहलाता है। रिपोर्ट के अनुसार ट्विटर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उस ट्वीट को हटा दिया है, जिसमें उन्होंने बलात्कार पीड़िता के परिवारजनों की फोटो पोस्ट कर दी थी।
ट्वीटर द्वारा यह कदम तब जाकर उठाया गया जब राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने मंगलवार को ट्विटर इंडिया को नोटिस जारी कर राहुल गांधी के ट्वीटर अकाउंट के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा था। दिल्ली के नंगल में हुए बलात्कार और हत्या की पीड़िता से जुड़ी जानकारी का खुलासा स्पष्ट तौर पर पोक्सो अधिनियम का उल्लंघन था।
#BigBreaking Twitter has removed @RahulGandhi's tweet revealing identity of Delhi's juvenile murder victim after @DalitPositive complaint n subsequent notice by @NCPCR_ to @DelhiPolice n @TwitterIndia
Still not known about DelPol action. @AmitShah @KanoongoPriyank @smritiirani pic.twitter.com/kNyZfieLPx— Legal Rights Observatory- LRO (@LegalLro) August 6, 2021
एक ट्वीट में, एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने कहा था कि, “एक पीड़ित बच्ची के माता पिता की फ़ोटो ट्वीट कर उनकी पहचान उजागर कर POCSO ऐक्ट का उल्लंघन करने पर NCPCR ने संज्ञान लेते हुए ट्विटर इंडिया को नोटिस जारी करते हुए राहुल गाँधी के ट्विटर हैंडल के विरुद्ध कार्यवाही करने एवं पोस्ट हटाने के लिए नोटिस जारी किया है।”
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बता दें की दिल्ली कैंट के नांगल इलाके में नौ वर्षीय बच्ची की पिछले दिनों बलात्कार के बाद संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले पर राजनीतिक दल रोटियाँ सेंकते दिखे थे। राहुल गांधी ने सांत्वना और आश्वासन देने के नाम पर पीड़िता के नाम पर पीड़िता के परिवारजनों की पोस्ट कर जिससे उनकी पहचान सार्वजनिक हो गयी। इस पर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा था कि, राहुल गाँधी ने अपने ट्वीट में पीड़िता के परिजनों का चेहरा सार्वजनिक किया है, जो पोक्सो एक्ट की धारा 23 जुवेनाइल जस्टिस केयर के तहत चाइल्ड प्रोटेक्शन एक्ट की धारा 74 का उल्लंघन है। NCPCR इसका संज्ञान लें और राहुल गाँधी को नोटिस जारी करे।’
इस बीच, उत्तर पश्चिमी दिल्ली के भाजपा सांसद हंस राज हंस ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दलित लड़की के बलात्कार और हत्या पर एक रिपोर्ट सौंपी। हंस ने पीएम मोदी से हुई मुलाकात के बाद कहा कि, ”प्रधानमंत्री के निर्देश पर मैं गुरुवार को ही लड़की के परिवार से मिला और उन्हें संदेश दिया कि उन्हें न्याय मिलेगा।”
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इन सभी घटनाक्रमों के बीच जिस व्यक्ति की ओर से सबसे अनुचित व्यवहार सामने आया वो कांग्रेस नेता राहुल गांधी ही थे, जिनके ऊपर ट्विटर ने अन्ततोगत्वा कार्यवाही करते हुए उस ट्वीट को हटा दिया। अब जब उस ट्वीट को नियमों और कानून का उल्लंघन मान ही लिया गया है तो जिन धाराओं के उल्लंघन के तहत राहुल के ट्वीट को हटाया गया है, अब उस लिहाज से पुलिस किस तरह उनपर कार्यवाही करती है वो बेहद अहम हो जाता है।