कांग्रेसियों ने ट्विटर को चेतावनी दी थी, अब ट्विटर उनके अकाउंट को ही लॉक कर रहा है

कुछ दिनों पहले तक सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाला ट्विटर अचानक से नियमों को क्यों मानने लगा?

कांग्रेस ट्विटर

अपनी राजनीति के लिए कांग्रेस नेता अब एक रेप पीड़िता के परिवार वालों की पहचान उजागर करने से भी नहीं कतरा रहे हैं। राहुल गांधी के ट्विटर अकाउंट को सस्पेंड करने के बाद अब ट्विटर ने उन कांग्रेस नेताओं के खिलाफ भी कार्रवाई कर दी है जो रेप पीड़िता के परिवारजनों की फोटो शेयर कर रहे हैं। कुछ दिनों पहले तक सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाला ट्विटर अचानक से नियमों को क्यों मानने लगा? यह किसी और कारण नहीं बल्कि देश के नए IT मंत्री के डर के कारण से है।

ट्विटर की कार्रवाई

दरअसल, हाल ही में दिल्ली कैंट में एक 9 वर्षीय बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। राहुल गांधी ने इस मामले पर एक ट्वीट कर पीड़िता के परिजनों की पहचान उजागर कर दी थी। इस मामले में जब विवाद और राजनीति दोनों चरम पर थे तभी ट्विटर ने इन सभी घटनाक्रमों के बीच राहुल गांधी के ट्विटर अकाउंट के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उस ट्वीट को हटा दिया था और राहुल का अकाउंट भी लॉक कर दिया था। राहुल के अकाउंट पर ट्विटर की इस कार्रवाई से कांग्रेस जीवी विचलित हो उठे और राहुल के उस ट्वीट को सत्य के लिए आग्रह और न्याय मांगने का तरीका बता दिया। यही नहीं, जिस नियम के उल्लंघन के तहत ट्विटर ने राहुल के अकाउंट पर कार्रवाई की थी, हठ पर अड़े कांग्रेसियों ने भी उसी ट्वीट और उसी तस्वीर को अलग-अलग अकाउंटों से ट्वीट करना शुरू कर दिया जिसमें पीड़िता के परिजनों की तस्वीर साफ़ तौर से प्रदर्शित हो रही थी।

अब ट्विटर ने सख्त रुख अपनाते हुए उन सभी अकाउंट के खिलाफ कार्रवाई की है जिन्होंने उस तस्वीर को साझा किया था। यानि सत्याग्रह के नाम पर पीड़िता के नाम का दुरूपयोग करने वाले कांग्रेस नेता और आई टी सेल के षडयंत्रों पर, ट्विटर अपनी पैनी निगाह बनाए हुए है और उन सभी अकाउंट को लॉक कर रहा है जिसने उस फोटो को शेयर किया था।

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ट्विटर ने पहले ही दी थी चेतावनी

ट्विटर ने अपनी बात स्पष्ट करते हुए कहा था कि, ‘अगर कोई ट्वीट नियमावली का “उल्लंघन” करता है या किसी व्यक्ति की “सुरक्षा और सुरक्षा के लिए खतरा” पैदा करता है, तो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म उस अकाउंट को लॉक कर देगा है।

ट्विटर ने कहा कि यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम के तहत दिशानिर्देशों के अनुसार राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार ही राहुल गांधी के अकाउंट पर कार्रवाई की गई। ट्विटर ने आगे कहा कि, “हम अपनी सेवा में सभी के लिए ट्विटर नियमों को विवेकपूर्ण और निष्पक्ष रूप से लागू करते हैं। अब जब ट्विटर के इस बयान में कहा गया कि राहुल गांधी द्वारा किए गए ट्वीट ने उसके नियमों का उल्लंघन किया है, तो ट्विटरके इस व्यवहार ने सभी को आश्चर्यचकित कर दिया था।

ज्ञात हो कि, उपरोक्त कथन में जिस ट्वीट की बात हो रही है उसमें तस्वीर के साथ, राहुल गांधी ने हिंदी में ट्वीट किया था कि: “माता-पिता के आंसू एक ही बात कह रहे हैं – उनकी बेटी, इस देश की बेटी, न्याय की हकदार है और मैं न्याय के इस रास्ते पर उनके साथ हूं।” राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने दिल्ली पुलिस और ट्विटर से राहुल गांधी के खिलाफ माइक्रोब्लॉगिंग साइट यानी ट्विटर पर लड़की के परिवार की तस्वीर साझा करने के लिए कार्रवाई करने को कहा था, जिसपर कार्रवाई हुई भी। अब कांग्रेस नेताओं ने बेशर्मी की हद पार करते हुए उस पीड़िता के परिवारजनों की तस्वीर शेयर करने लगे थे।

ट्विटर ने अपने कहे अनुसार उन सभी पर कार्रवाई कर दी और हाथों हाथ सभी पोस्टों ओर उनसे जुड़े अकाउंटों को लॉक भी कर दिया है। इस लॉक की कड़ी में कांग्रेस का INC_TV भी शामिल रहा।

 

 

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नए IT मंत्री के आने के बाद से ही ट्विटर कानून मान रहा है

सब ठीक है, नियम न मानने और उसके उल्लंघन पर बड़े से बड़े नामी व्यक्तित्व पर ट्विटर यथोचित कार्रवाई भी कर रहा है, जो वास्तव में एक स्वागत योग्य कदम है। लेकिन यह व्यवहार आने में इतना समय कैसे लग गया जो ट्विटर भारत के कानूनों के मुताबिक चलने लगा है। यह वो ही ट्विटर है जो इसी वर्ष फरवरी माह से भारत सरकार द्वारा लाए और संविधान में संशोधित नए आईटी नियमों को मानने में कोताही बरत रहा था। कहीं न कहीं इस परिवर्तन में न्यायपालिका का डंडा और सरकार में आए नए आईटी मंत्री और पूर्व में आईएएस रहे अश्विनी वैष्णव के लम्बे और कुशल प्रशासनिक अनुभव का बड़ा योगदान बताया जा रहा है।

उनके आते ही ट्विटर ने भारत के नए आईटी नियमों को मानना शुरू किया और करते हुए लम्बे अंतराल से जिन नियुक्तियों में ट्विटर आनाकानी कर रहा था , उन सभी पर नियुक्ति का ठप्पा लगाते हुए अंततः मुख्य अनुपालन अधिकारी- Chief Compliance Officer (CCO), स्थानीय शिकायत अधिकारी-Local Grievance Officer (RGO) और नोडल संपर्क अधिकारी की नियुक्ति भी कर दी है। यानि यह कहा जाए कि ट्विटर ने नए IT मंत्री के डर से ही कांग्रेस की असंवेदनशीलता के खिलाफ कार्रवाई की है तो गलत नहीं होगा।

ट्विटर द्वारा हर एक कदम भारतीय कानून और नए आईटी नियमों के अनुरूप होना, भारत की कानून प्रणाली की जीत है, तो वहीं देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के 9 वर्षीय मृत रेप पीड़िता बच्ची के नाम पर की जा रही राजनीति उसके संवेदन-शून्य व्यवहार को चरितार्थ करता है।

 

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