पंजाबी फिल्म उद्योग एक बार फिर से विवादों के घेरे में है। गायक एवं अभिनेता अमरिंदर विर्क उर्फ एमी विर्क को गीतकार जानी सहित सार्वजनिक तौर पर माफी माँगनी पड़ी है। खबर यह है कि एमी विर्क के एक पंजाबी फिल्म के गीत में रसूल शब्द का इस्तेमाल था जिससे इस्लामिस्ट भड़क गए और वे वे एमी विर्क को जेल भिजवाने तक को तैयार थे।
असल में अमरिंदर विर्क उर्फ एमी विर्क दिलजीत दोसांझ की भांति एक बेहद चर्चित पंजाबी एक्टर एवं गायक हैं, जो अब बॉलीवुड में भी अपना भाग्य आजमा रहे हैं। हाल ही में इनकी एक फिल्म ‘भुज – द प्राइड ऑफ इंडिया’ भी प्रदर्शित हुई थी, और जल्द ही वे 1983 के ऐतिहासिक विजय पर आधारित ‘83’ में भी जल्द ही दिखेंगे।
तो फिर एमी विर्क ने ऐसा किया कि मुसलमानों की भावनाएँ आहत हो गई? हाल ही में एक पंजाबी फिल्म प्रदर्शित हुई, जिसका नाम था ‘सुफना’। इसके एक गीत ‘कबूल है’ में ‘रसूल’ शब्द का प्रयोग किया गया। इस पर विवाद हुआ, और मामला इतना बढ़ा कि लुधियाना के शाही मौलाना ने कानूनी कार्रवाई तक की धमकी दे डाली।
और पढ़े : “लगदी लाहौर दिया”, अपने देसी पंजाबी गायकों की समस्या दूसरा पंजाब है
लुधियाना के शाही मौलाना मुहम्मद उस्मान रहमानी के अनुसार गाने में रसूल शब्द के कारण मुस्लिम समाज की धार्मिक भावनाएँ आहत हुई हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि ‘रसूल’ कथित तौर पर पैगंबर मुहम्मद के कई नामों में से एक माना जाता है। इसी बात पर शाही मौलाना ने तुरंत कार्रवाई की मांग करते हुए पंजाब सरकार से एमी विर्क और गीत के लेखक, जानी को हिरासत में लेने की मांग की थी। पंजाबी सिंगर और एक्टर एमी विर्क के साथ-साथ गीतकार जानी ने गिरफ्तारी या बवाल से बचने के लिए माफी वाला रास्ता चुना। पिंकी धालीवाल के साथ ये दोनों शाही मौलाना मुहम्मद उस्मान रहमानी के पास गए और गलती के लिए माफी माँग ली।
कमाल की बात तो यह है कि ये वही एमी विर्क हैं, जिन्होंने ‘किसान आंदोलन’ के नाम पर न केवल ‘फर्जी किसानों’ के अराजक आंदोलन को समर्थन दिया, अपितु इसका विरोध करने वालों, जैसे अभिनेत्री कंगना रनौट को उलाहने भी देता था।
अब जब कट्टरपंथी मुसलमानों की भावनाएँ आहत हुई, तब यही एमी विर्क तुरंत माफी मांगने लगे, मानो कोई अक्षम्य अपराध किया हो। इसी तुष्टीकरण की भावना के कारण आजकल कट्टरपंथी मुसलमान एक बार फिर उत्तर भारत में, विशेषकर पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों में उत्पात मचा रहे हैं। जब यही कट्टरपंथी मुसलमान कश्मीर में सिख लड़कियों का यौन शोषण कर रहे थे, तो कृषि आंदोलन पर अंत समय तक भिड़ने की कसमें खाने वाले एमी विर्क जैसे पंजाबी सेलेब्रिटी चुप्पी साध लिए।
ऐसे में एमी विर्क ने जिस प्रकार से लुधियाना के कट्टरपंथी मुसलमानों के सामने सर झुकाकर माफी मांगी है, उससे दो बातें स्पष्ट होती हैं। एक तो यह कि पंजाबी सेलेब्रिटी बॉलीवुड के हस्तियों की भांति केवल बातों के शेर होते हैं, और असल जीवन में इस्लामिस्टों के सामने माफी मांगने में एक पल भी नहीं लगाते। जब कट्टरपंथी मुसलमानों से भिड़ने की जब बात आती है, तो अपने आप को प्रगतिशील कहने वाले बड़े से बड़े सेलेब्रिटी भी दुम दबाकर भाग खड़े होते हैं। वो क्या है न, सब के सब अनिल शर्मा और सनी देओल जितने बहादुर नहीं होते।