मनोज मुंतशिर इस समय देश के लिए चर्चा का विषय है। भारतीय इतिहास के कुछ पात्र जिनकी वास्तविकता और महिमामंडन में मेल नहीं है, उनके बारे में बात करते हुए मनोज मुंतशिर ने एक वीडियो बनाया था। वीडियो का नाम था, ‘आप किसके वंशज है।’ इसी वीडियो में उन्होंने मुग़लों को डकैत बताया था। वीडियो में मनोज मुंतशिर ने भारतीय जनता के लिए इतिहास के ‘महान’ मुग़ल चरित्रों का सच बताया और उसी वीडियो में उन्होंने मुग़लों को ‘ग्लोरिफाइड डकैत’ कहा था। इसके बाद विवाद शुरू हो गया था।
वीडियो यूट्यूब पर आया तो खूब चला, उसे खूब सराहा गया। कई लोगों ने नाराजगी भी जताई है। खैर, वामपंथी विचारधारा और महान उदारवादी लोग निजी स्वतंत्रता की कितनी वकालत करते है, ये इसी से समझ लीजिए कि अब वो संगठित होकर पीछे पड़ गए है। जिसको ऑनलाइन भाषा मे साइबर बुलिंग कहा जाता है, उसका उदाहरण देते हुए अब मनोज मुंतशिर के वीडियो को यूट्यूब ने हटा दिया है।
ट्विटर पर एक यूजर ने मनोज मुंतशिर को टैग करके पूछा कि आपका ‘आप किसके वंशज है’ वीडियो क्यों नही दिख रहा है। इसपर जवाब देते हुए मनोज मुंतशिर ने कहा, “कुछ लोगों के लिए असहज करने वाली आवाज को कुचल देना कोई नई प्रथा नहीं है। इसकी पहुंच को कम करने के लिए ‘आप किस वंशज हैं’ के खिलाफ एक निराधार कॉपीराइट दावा किया गया है। हमने उनके दावे को चुनौती दी है। वीडियो जल्द वापस आ जाना चाहिए। समर्थन के लिए आप में से प्रत्येक को धन्यवाद।”
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फांसीवाद का रोना रोने वाले खुद अपने को छोड़कर, दूसरे की बात नही सुनना चाहते है। इसका उदाहरण आपके सामने है। ये भीड़ बुलाकर, सुनियोजित तरीके से हमला करना इनकी पुरानी आदत हो चुकी है। इससे पहले युट्यूबर एल्विश यादव के वीडियो पर भी इसी प्रकार का हमला हो चुका है। इस प्रकार का वामपंथी नियंत्रण चीन में चलता होगा, शायद वो भूल गए है कि वह भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में हैं और यहाँ सबको अपनी बात रखने का अधिकार हैl