कोरोना की दूसरी लहर से उबर कर देश एक बार फिर से प्रगति पथ पर अग्रसर होता दिख रहा है। कोरोना के दौर में यूपी समेत कई राज्यों ने काफी बेहतरीन काम किया और लोगों की जिंदगी बचाने में कामयाब रहे। हर राज्यों में वैक्सीनेशन का काम भी जोर-शोर से चल रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक अक्टूबर तक कोरोना की तीसरी लहर आने की बात कही गई थी, लेकिन हालात काफी बेहतर दिखाई दे रहे हैं। इस बात की उम्मीद भी जताई जा रही है कि कोरोना की तीसरी लहर अपना प्रभाव नहीं दिखा पाएगी। बीजेपी शासित त्रिपुरा सरकार भी अपनी तैयारियों में जोर शोर से लगी हुई है। त्रिपुरा सरकार ने हाल ही में एक योजना की शुरुआत की थी जिसके तहत राज्य के 12.80 लाख बच्चे और युवाओं को कई तरह के सप्लीमेंट बांटे गए हैं, जो उन्हें कोरोना के खतरे से बचाने में असरदार साबित हो सकती है।
बच्चों और युवाओं को बांटे गए सप्लीमेंट
त्रिपुरा सरकार ने राज्य के सभी 8 जिलों में 1 से 15 सितंबर तक Mukhya Mantri Sustho Shaishob Sustho Kaishore Abhiyaan (MSSSKA) के जरिए एक वृहद अभियान चलाया था, जिसमें सरकार ने राज्य के लगभग हर घरों तक पहुंच बनाई। इसके लिए आशा और आंगनबाड़ी की टीमों को लगाया गया था। विटामिन-ए सप्लीमेंट प्रोग्राम, आयरन फोलिक एसिड (आईएफए) सप्लीमेंटेशन प्रोग्राम, इंटीग्रेटेड डायरिया कंट्रोल फोर्टनाइट (आईडीसीएफ) और नेशनल डीवार्मिंग डे कार्यक्रम MSSSKA के बैनर तले लागू किए गए थे।
MSSSKA को एक समुदाय-आधारित दृष्टिकोण के माध्यम से लागू किया गया था, जहां आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने 0 से 19 वर्ष तक की आयु वर्ग के सभी बच्चों और किशोरों तक पहुंचने के लिए घर-घर जाकर दौरा किया। इस अभियान के तहत आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा अभिभावक की उपस्थिति में बच्चों और युवाओं को ORS, जिंक की गोलियां, कृमिनाशक गोली (एल्बेंडाजोल 400) और विटामिन-ए कैप्सूल घरेलू स्तर पर दिए गए।
15 दिनों में बनाया रिकार्ड
त्रिपुरा सरकार ने इस कार्यक्रम के तहत 15 दिनों में फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं द्वारा 99.79 फीसदी यानी 8,73,920 घरों को लक्षित किया। नेशनल डीवार्मिंग डे के तहत सरकार का लक्ष्य 9,33,023 लोगों तक पहुंचना था, सरकार 9,26,786 यानी की 99.33 फीसदी लोगों तक पहुंचने में कामयाब रही। वहीं, विटामिन-ए सप्लीमेंटेंशन प्रोग्राम के तहत सरकार 2,14,716 लोगों तक पहुंच बनाई, इंटीग्रेटेड डायरिया कंट्रोल फोर्टनाइट के तहत सरकार ने 2,94,487 लोगों तक पहुंच बनाई। इसके अलावा आयरन फोलिक एसिड (आईएफए) सप्लीमेंटेशन प्रोग्राम के तहत सरकार ने 10,03,713 लोगों तक पहुंच बनाई। यह सभी कार्यक्रम Mukhya Mantri Sustho Shaishob Sustho Kaishore Abhiyaan (MSSSKA) के अंतर्गत लक्षित थे।
त्रिपुरा के सीएम बिप्लब कुमार देब ने राजधानी अगरतला में 31 अगस्त 2021 को MSSSKA को लागू किया था। तब उस कार्यक्रम में संबंधित क्षेत्र से कई लोग मौजूद थे, उम्मीद जताई गई थी कि सरकार तय समय में लक्ष्य को पूरा करेगी और हुआ भी कुछ वैसा ही। सरकार ने इस क्षेत्र में रिकॉर्ड बना दिया है। वहीं, इस कार्यक्रम का जिला-स्तरीय उद्घाटन 31 अगस्त और 1 सितंबर, 2021 को हुआ। 1 सितंबर से 15 सितंबर तक चला यह प्रोगाम देश के अन्य राज्यों के लिए मिशाल बन गया है।
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जनता के प्रति सरकार की तत्परता
करीब 37 लाख जनसंख्या वाले त्रिपुरा में मात्र 15 दिनों में बीजेपी सरकार ने 8 लाख 73 हजार से ज्यादा घरों तक पहुंच बनाई और साथ ही बच्चों एवं युवाओं को सप्लीमेंट उपलब्ध कराया। यह अपने आप में एक बहुत ही बड़ी उपलब्धि है। सरकार का यह कदम राज्य की जनता के प्रति बीजेपी की तत्परता को प्रदर्शित करता है। राज्य के इतने ज्यादा लोगों तक इतने कम समय में पहुंच बनाने के मामले में त्रिपुरा देश के अन्य राज्यों के मुकाबले काफी आगे निकल गया है। साथ ही त्रिपुरा इतनी बड़ी संख्या में बच्चों और युवाओं को सप्लीमेंट वितरित करने वाला देश का पहला राज्य भी बन गया है।