अपनी अकर्मण्यता को छिपाने के लिए आप किस हद तक जा सकते हैं? आप चीन की भांति वैश्विक एजेंसियों को वुहान वायरस की उत्पत्ति पर ‘खरीद’ सकते हैं, आप अमेरिका की भांति वामपंथी बुद्धिजीवियों से सहानुभूति कैंपेन करवा सकते हैं, लेकिन पाकिस्तान इन सब से अलग है भैया! आतंक के प्रति उसके मोह के कारण न्यूज़ीलैंड और पाकिस्तान का दौरा रद्द हो गया। अब इन सभी मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए पाकिस्तान ने भारत की खुफिया एजेंसी रॉ पर न्यूज़ीलैंड को धमकियाँ भेजने का आरोप लगाया और चर्चित रैपर ओम प्रकाश मिश्रा को ‘रॉ एजेंट’ तक सिद्ध करने का प्रयास किया है।
जी हाँ, आपने बिल्कुल सही पढ़ा। ‘बोल न आंटी आऊँ क्या’ जैसे अजीबोगरीब गानों के लिए चर्चा में रहने वाला रैपर ओम प्रकाश मिश्रा पाकिस्तान के लिए ‘रॉ’ का एजेंट है, जिसने न्यूज़ीलैंड का क्रिकेट दौरा रद्द कराने में एक बहुत अहम भूमिका निभाई है। ऐसा हम नहीं कह रहें, स्वयं पाकिस्तानी सरकार के मंत्री ऐसा दावा कर रहे हैं जिसके लिए उन्होंने बाक़ायदा साक्ष्य भी पेश किये हैं।
Om Prakash Mishra Ne Pakistan Ki Ghanti Baja Di 😂😂😂 pic.twitter.com/QaCZhBYc8v
— Amit Kumar ( Modi Ka Parivar ) (@AMIT_GUJJU) September 22, 2021
पाकिस्तानी विज्ञान एवं सूचना मंत्री फवाद हुसैन चौधरी के मुताबिक न्यूज़ीलैंड को जो धमकी भरे मेल मिले थे, वो सब भारत से आए थे। साक्ष्य के रुप में उन्होंने सोशल मीडिया पर एक डॉक्यूमेंट शेयर किया है। पाकिस्तानी मंत्री ने उस डॉक्यूमेंट के माध्यम से यह दिखाने का प्रयास किया है कि कैसे भारतीय यूजर्स ने नकली ईमेल आइडी के जरिए न्यूज़ीलैंड को धमकी भेजी। उन्होंने इस मामले में ओमप्रकाश मिश्रा को भी शामिल किया, जो उनके अनुसार रॉ का एजेंट है।
इससे पहले भी चर्चा में आ चुके हैं रैपर ओम प्रकाश मिश्रा
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि रैपर ओम प्रकाश मिश्रा के साथ यह पहली बार नहीं हुआ है। अपने अटपटे रैप के कारण अधिकतर चर्चा में रहने वाला ओम प्रकाश मिश्रा 2016 में तब सुर्खियों में आया, जब यूट्यूब पर अपनी पहचान बना रहे अजय नागर [Carryminati] ने एक वीडियो में इसके अजीबोगरीब रैप ‘बोल न आंटी आऊँ क्या’ पर व्यंग्य कसा था। उसके अगले ही वर्ष द क्विंट ने रैपर ओम प्रकाश मिश्रा पर निशाना साधते हुए उसे ‘बलात्कारी’ तक सिद्ध करने का प्रयास किया लेकिन वह दांव उल्टा पड़ गया और ओमप्रकाश रातों-रात सोशल मीडिया पर एक ट्रेंडिंग आर्टिस्ट बन गया था। अब पाकिस्तान की कृपा से यह व्यक्ति एक बार फिर से सुर्खियों में आया है।
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आतंक के प्रति मोह के कारण डूब गई लुटिया
बता दें, हाल ही में सुरक्षा कारणों से न्यूज़ीलैंड ने पाकिस्तान में प्रस्तावित अपना क्रिकेट दौरा रद्द कर दिया। विश्व टेस्ट चैंपियन रह चुकी यह टीम 18 वर्ष बाद पाकिस्तान का दौरा करने वाली थी और किसी बड़ी टेस्ट टीम का 12 वर्ष बाद पाकिस्तान में यह पहला अंतरराष्ट्रीय दौरा होने वाला था। लेकिन पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को बढ़ावा देने और तालिबान को समर्थन देने के कारण सुरक्षा का हवाला देते हुए न्यूज़ीलैंड ने ऐन वक्त पर इस दौरे से अपने हाथ वापस खींचना ही उचित समझा।
न्यूज़ीलैंड की तरह इंग्लैंड का भी पाकिस्तान दौरा अक्टूबर में प्रस्तावित था। इंग्लैंड की पुरुष और महिला टीम दोनों ही पाकिस्तान का दौरा करने वाली थी लेकिन न्यूज़ीलैंड द्वारा दौरा रद्द करने के पश्चात इंग्लैंड ने भी पाकिस्तान के दौरे पर पुनर्विचार किया और तुरंत अपना दौरा रद्द कर दिया, क्योंकि जान है तो जहान है।
इस मसले पर पाकिस्तान की जमकर किरकिरी हो रही है लेकिन उसके अंदर इतना सामर्थ्य कहां कि वो आतंक के प्रति अपने मोह को त्याग दे। इसीलिए अपनी अकर्मण्यता और अपनी नाकामी को जनता से छुपाने के लिए पाकिस्तान ने एक बार फिर भारत को बलि का बकरा बनाने का हास्यास्पद प्रयास किया है।