पंजाब की राजनीति में कांग्रेस की आंतरिक उठा-पटक इतनी तेज हो गई है कि वरिष्ठ नेताओं ने आलाकमान पर हमला बोलना शुरु कर दिया है। ऐसे में अब गांधी परिवार के समर्थक कार्यकर्ता बागियों को अपना निशाना बना रहे हैं। अभी कुछ दिन पहले ही कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राहुल गांधी के विरोध में बोलने वालों को ट्विटर के माध्यम से धमकी दी थी, तो वहीं, अब गांधी परिवार के समर्थकों का अगला निशाना कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल बन गए हैं। सिब्बल ने पंजाब की राजनीति में चल रही उठा-पटक के मुद्दे पर पार्टी की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए थे, जिसका असर ये हुआ कि गांधी परिवार के समर्थक कार्यकर्ताओं ने सिब्बल के घर पर ही हमला बोल दिया और उनकी गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया। इन लोगों ने सिब्बल की आलोचनाओं की झड़ी लगा दी, जिसको लेकर अब संभावनाएं है कि पार्टी का जी-23 ग्रुप भी आलाकमान के विरुद्ध आक्रामक हो सकता है।
सिब्बल के घर पर हमला
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल एक ऐसे नेता हैं, जिन्होंने कांग्रेस आलाकमान के विरुद्ध कार्यशैली के मुद्दे पर सर्वाधिक विरोध किया है। ऐसे में एक बार फिर कपिल सिब्बल ने पंजाब के वर्तमान हालात पर पार्टी में फैसले लेने वालों पर सवाल खड़े किए और नतीजा ये हुआ कि उनके विरुद्ध कार्यकर्ताओं ने आक्रोश व्यक्त करना शुरु कर दिया है। कांग्रेस कार्यकर्ता कपिल सिब्बल के खिलाफ उनके घर के बाहर प्रदर्शन करने पहुंच गए। जहां उन लोगों ने बड़े स्तर पर तोड़फोड़ मचाई और कपिल सिब्बल के विरुद्ध अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया, जो कि पार्टी में गांधी परिवार के प्रति कार्यकर्ताओं की चाटुकारिता को दिखाता है।
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गेट वेल सून कपिल सिब्बल
कपिल सिब्बल पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस के इन गांधी परिवार समर्थक कार्यकर्ताओं ने उनके राजनीतिक करियर की धज्जियां उड़ा दी। इन लोंगों ने सिब्बल के लिए ‘गेट वैल सून कपिल सिब्बल’ तक का शोर भी मचाया। उनके घर के बाहर प्रदर्शन के नाम पर इन अराजक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने तोड़-फोड़ की और उनकी कार तक को क्षतिग्रस्त कर दिया, जो कि एक अप्रत्याशित घटना है।
क्या बोले थे कपिल सिब्बल ?
गौरतलब है कि पंजाब में पार्टी की डंवाडोल स्थिति और सिद्धू के इस्तीफे पर सिब्बल ने सवाल खड़े किए थे। सिब्बल ने पार्टी में फैसला लेने वाले लोगों पर सवाल खड़ा करते हुए कहा था कि पार्टी में अध्यक्ष पद का चुनाव जल्द से जल्द होना ही चाहिए। इतना ही नहीं कपिल सिब्बल ने जी-23 के नेताओं की ओर से बात करते हुए कहा था कि वर्किंग कमेटी के अंतर्गत पार्टी में सुधार शुरु होने चाहिए। सर्वविदित है कि राहुल गांधी के फैसले पर ही सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था और सिद्धू ने अपना रंग दिखा दिया है। ऐसे मे राहुल के विरुद्ध सांकेतिक तौर पर हमला करके कपिल सिब्बल ने एक बड़ी बगावत की थी और उसी का नतीजा है कि वो अपने ही घर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा घेर लिए गए।
मजबूत हो रहा है जी-23
ऐसा नहीं है कि कपिल सिब्बल ने पंजाब की राजनीति पर अकेले ही सवाल उठाए हैं, बल्कि गुलाम नबी आजाद से लेकर मनीष तिवारी तक पार्टी की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर चुके हैं। ऐसे में सिब्बल के घर पर जब हमला हुआ तो इससे जी-23 की ताकत अधिक नजर आई है, क्योंकि राज्यसभा सांसद आनंद शर्मा इस मुद्दे पर कार्यकर्ताओं पर बरस पड़े हैं। आनंद शर्मा ने इस मुद्दे पर कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी से कार्रवाई करने की मांग की है।
शर्मा ने ट्विटर पर लिखा, “कांग्रेस अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हमेशा से पक्षधर रही है। राय और धारणा के मतभेद लोकतंत्र के अभिन्न अंग हैं लेकिन असहिष्णुता और हिंसा कांग्रेस के मूल्यों और संस्कृति से बिल्कुल अलग है। उन्होंने आगे लिखा कि जिम्मेदार लोगों की पहचान की जानी चाहिए और उन्हें अनुशासित किया जाना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से संज्ञान लेने और कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह है।”
Shocked and disgusted to hear the news of attack and hooliganism at Kapil Sibal’s house. This deplorable action brings disrepute to the party and needs to be strongly condemned.
— Anand Sharma (@AnandSharmaINC) September 30, 2021
स्पष्ट है कि सिब्बल के घर पर हुआ ये हमला गांधी परिवार के लिए बड़ी मुश्किलें खड़ी कर सकता है। पार्टी को न केवल आंतरिक स्तर पर नए विद्रोह का सामना करना पड़ेगा, अपितु पार्टी से गांधी परिवार की पकड़ कमजोर हो सकती है। इसके विपरीत ये कांग्रेस के जी-23 नेताओं के लिए भी गांधी परिवार की तानाशाही का संदेश है कि पार्टी में जो भी गांधी परिवार के विरुद्ध कुछ भी बोलेगा, तो उसका हाल सिब्बल जैसा ही होगा।