‘जान है तो जहान है।’ पाकिस्तान में जाकर क्रिकेट खेलने के मुद्दे सभी राष्ट्रों की टीमों का रवैया कुछ ऐसा ही है। पाकिस्तान के लिए वैश्विक स्तर पर खुशी दिलाने की कोई उम्मीद रहती है, तो वो क्रिकेट ही है, लेकिन पाकिस्तान के मुंह से ख़ुशी का ये संभावित निवाला भी छिन गया है। किसी भी देश की क्रिकेट टीम पाकिस्तान में जाकर क्रिकेट नहीं खेला चाहती। अभी कुछ दिन ही बीते हैं, जब न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने अपने खिलाड़ियों को पाकिस्तान की आतंकी जमीन पर क्रिकेट खेलने से मना किया था, वहीं अब पाकिस्तान को नया झटका इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड से लगा है। इंग्लैंड ने भी पाकिस्तान में क्रिकेट खेलने से मना करते हुए पुरुष एवं महिला दोनों टीमों का दौरा रद्द कर दिया है। पाकिस्तान की हवा में बारुद की मिलावट के कारण इमरान खान को दूसरा अंतरराष्ट्रीय झटका लगा है, जिससे देश में क्रिकेट को पुनर्जीवित करने का सपना बारुदी हवा में भस्म हो गया है।
पाकिस्तान पर डबल अटैक
पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर जिंदा रखने का काम अगर किसी ने किया है, तो यकीनन वो क्रिकेट ही है। भारत से प्रत्येक मंच पर मुंह की खाने वाला पाकिस्तान सदैव क्रिकेट में परास्त करने की धमकी देता है, यद्यपि वो वहां भी अपनी नाक ही कटवा लेता है। इसके विपरीत पाकिस्तान में आतंकी गतिविधियों एवं सुरक्षा व्यवस्था पर संदेहों के कारण न्यूजीलैंड की टीम ने खेलने से मना किया ही था कि, अब इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने झटका दिया है, और कहा है कि पाकिस्तान में इंग्लैंड टीम का दौरा नहीं होगा। इसको लेकर ईसीबी ने बयान जारी किया है कि वो पाकिस्तान में महिला एवं पुरुष क्रिकेट टीम को मैच खेलने के लिए दौरा करने का फैसला रद्द कर चुका है।
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हाल ही में हुई इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड की बैठक में इस मुद्दे पर निर्णय किया है। बोर्ड ने अपने बयान में कहा, “ईसीबी ने इस सप्ताहंत बैठक की और यह फैसला किया कि महिला और पुरुष टीम के अक्टूबर में पाकिस्तान दौरा रद्द किया जाएगा।” ईसीबी ने अपने प्रोग्राम के बारे में बताते हुए कहा, “इस साल की शुरुआत में हमने टी-20 वर्ल्ड कप से पहले तैयारियों के लिए पाकिस्तान में मैच खेलने की हामी भरी थी। इसके अलावा इंग्लैंड महिला टीम को भी पुरुष टीम के साथ पाकिस्तान का दौरा करना था, लेकिन अब इसे रद्द कर दिया गया है।”
खिलाड़ियों की सुरक्षा है प्राथमिकता
पाकिस्तान जाना और वहां जाकर शांत मन से क्रिकेट खेलना, असंभव है। खिलाड़ियों के मन में शंका रहती है, कि क्या पता कहां से बम फटे, और स्टेडियम तहस नहस हो जाए। ऐसे में ईसीबी ने अपने खिलाड़ियों की सुरक्षा और उनकी मनोस्थिति को प्राथमिकता देते हुए कहा, “हमारे खिलाड़ियों और सपॉर्ट स्टाफ का मानसिक स्वास्थ्य हमारे लिए हमेशा शीर्ष प्राथमिकता बना रहेगा। मौजूदा परिस्थितियों में यह और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। हमें पता है कि इस इलाके में जाने को लेकर काफी चिंताएं हैं और हमें लगता है कि अगर हम इस दौरे पर जाते हैं तो दल पर और अधिक दबाव पड़ेगा। वे पहले से ही नियंत्रित कोरोना माहौल में रहकर काफी दबाव में हैं।”
पाकिस्तान में आक्रोश
स्पष्ट है कि पाकिस्तान कोई नहीं जाना चाहता है, क्योंकि जीवन की सुरक्षा प्रमुख है। ऐसे में न्यूजीलैंड के बाद जब इंग्लैंड ने भी पाकिस्तान दौरा रद्द करके को झटका दिया तो पीसीबी अध्यक्ष रमीज राजा ने ट्विटर पर लिखा, “इंग्लैंड का अपनी प्रतिबद्धता से हटने और अपने क्रिकेट समुदाय के एक सदस्य से वादा पूरा न करने से निराश हूं, जबकि इस समय हमें इसकी सबसे अधिक जरूरत थी।” कुछ इसी तरह पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने ट्वीट कर विश्व कप में भारत को हराने की गीदड़ भभकी दी है। शोएब ने ट्विटर पर लिखा, “अब पिंजा लगाने का समय आ गया है। छोड़ना नहीं है अब।” खास बात ये है कि अपने वीडियो में शोएब के मन में अन्य टीमों के विपरीत भारत के लिए अधिक आक्रोश दिख रहा है।
Disappointed with England, pulling out of their commitment & failing a member of their Cricket fraternity when it needed it most. Survive we will inshallah. A wake up call for Pak team to become the best team in the world for teams to line up to play them without making excuses.
— Ramiz Raja (@iramizraja) September 20, 2021
So England also refuses.
Its ok guys, see you all at the T20 World Cup. Specially @BLACKCAPS.
Ab painja laganay ka time aa gaya hai. Chorna nahi hai ab @babarazam .Full video: https://t.co/zUwpaHDvzb pic.twitter.com/PxMb1Bt5bb
— Shoaib Akhtar (@shoaib100mph) September 20, 2021
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पाकिस्तान क्रिकेट बर्बाद
अगर ये कहा जाए कि पाकिस्तानी क्रिकेट अब बर्बाद हो चुका है, तो ये कोई गलत कथन ही होगा, और इस बर्बादी की नींव 2009 में पड़ी थी, जब पाकिस्तान में मैच खेल रही श्रीलंकाई टीम पर आतंकियों ने हमला किया था। उसके बाद से कोई भी टीम पाकिस्तान क्रिकेट खेलने नहीं जाना चाहती है। पाकिस्तान में क्रिकेट को पुनर्जीवित करने की कोशिश तो हो रही हैं, लेकिन जो देश पड़ोस में तालिबानी आतंकियों को पाल पोष रहा हो, वहां कौन क्रिकेट खेलना चाहेगा। यही कारण है कि न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने मैच से ठीक पहले अपनी टीम को खेलने से मना कर दिया है। ना‘पाक’ पीएम इमरान खान ने न्यूजीलैंड के बोर्ड से लेकर वहां की राष्ट्रप्रमुख जेसिंडा से भी बात की लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात।
ऐसे में संभवानाएं ये भी है कि 2022 में इंग्लैंड टीम की तरह ही ऑस्ट्रेलियाई टीम का पाकिस्तान दौरा भी रद्द ही हो जाए, क्योंकि पाकिस्तान का तालिबानियों से प्रेम बढ़ता जा रहा है, जिसके चलते वैश्विक क्रिकेट टीमें पाकिस्तान से दूर भाग रही हैं। पाकिस्तान की इस पूरी फजीहत के असल जिम्मेदार प्रधानमंत्री इमरान खान ही हैं।