Make in India boost: बेंगलुरु में तैयार हो रही भारत की पहली इलेक्ट्रिक बाइक F77, BMW और KTM को देगी टक्कर

इस गाड़ी का नाम F सीरीज के अमेरिकी फाइटरजेट के नाम से प्रभावित है।

Ultraviolette Automotive

Ultraviolette Automotive, बेंगलुरू स्थित नए स्टार्टअप ने नई पीढ़ी की इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियों की मैन्युफैक्चरिंग के लिए बेंगलुरु में अपना पहला प्लांट लगाया है। यह कंपनी F77 नामक इलेक्ट्रॉनिक बाइक के पहले बैच को मार्च 2022 तक निकालने वाली है। इस गाड़ी का नाम F सीरीज के अमेरिकी फाइटरजेट के नाम से प्रभावित है।

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Ultraviolette Automotive के फाउंडर और सीईओ नारायण सुब्रमण्यम जर्मनी की मशहूर ऑटोमोबाइल कंपनी Volkswagen में काम कर चुके हैं, जिसके बाद साल 2014 में उन्होंने भारत में Ultraviolette Automotive कंपनी की शुरुआत की।

हाल ही में उन्होंने अपने इस स्टार्टअप पर टिप्पणी करते हुए कहा “भारत के लिए और अंतरराष्ट्रीय बाजार के लिए आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियों का अनुभव और ज्यादा बेहतर बनाने की दिशा में यह हमारे लिए एक बड़ी उपलब्धि है। हमने यह स्थान इसलिए चुना है क्योंकि बेंगलुरु में ही हमारी रिसर्च और डेवलपमेंट फैसिलिटी भी है और यहां पर सप्लाई चेन का मजबूत इकोसिस्टम भी मौजूद है।”

उन्होंने आगे कहा “हमने अपने F77 के लिए बड़ी व्यापक प्रतिक्रिया प्राप्त की है और यह प्लांट अगले कुछ वर्षों में आने वाली मांग को पूरा करने में मददगार साबित होगा। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि F77, जो कि 90% भारतीय तकनीक से डिजाइन हुआ है और बनाया जा रहा है। इसका बैटरी पैक भी देशी है जो स्थानीय आपूर्ति के बल पर भी बनाया जाएगा।”

Ultraviolette ने 2021 के अंत तक 15000 इलेक्ट्रॉनिक बाइक बनाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया है। हालांकि, कंपनी का भावी लक्ष्य इससे भी बड़ा है। कंपनी आने वाले कुछ वर्षों में 1.2 लाख इलेक्ट्रॉनिक बाइक का वार्षिक उत्पादन करने का लक्ष्य बना रही है कंपनी का कहना है कि वह अपनी गाड़ियों की प्री-ऑर्डर इसी साल से शुरू करने वाली है।

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F77 को सरकार की ओर से मिल सकता है समर्थन

Ultraviolette Automotive को सरकार की ओर से भी बड़ा समर्थन मिलने की उम्मीद जताई जा सकती है। सरकार स्वयं भी इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियों के उत्पादन को बढ़ावा देना शुरू कर रही है। साथ ही इसी समय सरकार ने ऑटो सेक्टर में PLI योजना शुरू की है। सरकार ने हाल ही में प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव योजना के तहत 26000 करोड़ रुपए ऑटो सेक्टर के लिए आवंटित किए हैं। सरकार इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियों और हाइड्रोजन फ्यूल पर चलने वाली गाड़ियों को बढ़ावा देना चाहती है।

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जहां एक ओर केंद्र सरकार इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियों को बढ़ावा दे रही है वहीं, कई राज्य सरकारें भी इनके उत्पादन के लिए सब्सिडी मुहैया करा रही है। माना जा रहा है कि केंद्र की PLI योजना के कारण इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल इंडस्ट्री में 42 हजार 500 करोड़ का निवेश आ सकता है।

F77 में ये है खासियत

F77 देखने में BMW और KTM जैसी कंपनियों की स्पोर्ट्सबाइक जैसी दिखती है, इसमें an air-cooled brushless DC (BLDC) मोटर लगा है। इसकी टॉपस्पीड 147 किलोमीटर प्रतिघण्टा है। यह गाड़ी 2.9 सेकंड में शून्य से 60 kmph और 7.5 सेंकड में शून्य से 100 kmph की रफ्तार पकड़ सकती है। Ola, Ather जैसी बड़ी कंपनियों से प्रतिस्पर्धा के बाद भी इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियों के सेक्टर में Ultraviolette Automotive बड़ा नाम बनकर सामने आई है।

नया स्टार्टअप होने के बाद भी Ultraviolette Automotive कंपनी में विस्तार की संभावना को देखते हुए टीवीएस मोटर कंपनी ने इसमें राउंड-B की फंडिंग में ₹30 करोड़ का निवेश किया है। टीवीएस का इस कंपनी में दूसरा निवेश है।

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