सीएम की कुर्सी बचाने के लिए ममता के तथाकथित गुंडों अब हिंसा पर उतर चुके हैं। अबकी बार ममता के खूनी संघर्ष में पुनः भाजपा नेताओं पर बम फेंका जा रहा है। इस रक्त के खेल में निशाना बने बंगाल भाजपा के उपाध्यक्ष तथा सांसद अर्जुन सिंह जिन्हें आगामी विधानसभा उपचुनावों में भवानीपुर में भाजपा के चुनाव प्रभारी बनाया गया है। रिपोर्ट के अनुसार उनके घर पर बम से हमला किया गया है। इस पूरे मामले पर भाजपा के चुनाव प्रभारी अर्जुन सिंह द्वारा ममता और टीएमसी के कार्यकर्ताओं पर साजिशन हत्या करने के आरोप लगाए गए हैं।
दरअसल, बुधवार को कोलकाता के पास पूर्व टीएमसी नेता और भवानीपुर में भाजपा के चुनाव प्रभारी अर्जुन सिंह के घर पर सुरक्षा बलों की मौजूदगी के बावजूद तीन बम फेंके गए। हालांकि, राहत की बात यह है कि इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ था क्योंकि उस दौरान उनका परिवार घर के अंदर था। वहीं, विस्फोट ने घर के लोहे के गेट पर निशान छोड़े हैं जो यह दर्शाने के लिए काफी हैं कि हमला और विस्फोट कितना उग्र था। घटना के दौरान विधायक अपने घर पर मौजूद नहीं थे।
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अब इस हमले ने उपचुनावों से पूर्व एक सांकेतिक संदेश दिया है कि जब-जब चुनाव नजदीक आएंगे, पश्चिम बंगाल में विरोधी पार्टी के लिए इसी तरह हिंसा का तांडव किया जाएगा। फिर चाहे वो कोई कार्यकर्ता हो या कोई विधायक, मंत्री या सांसद ही क्यों न हो।
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अर्जुन सिंह ने इस पूरे प्रकरण को पिछले घटनक्रमों से जोड़ते हुए कहा कि, “एक महीने पहले, मैंने राज्यपाल को एक पत्र दिया था जिसमें उल्लेख किया था कि मुझे मुझ पर हमले का संदेह है। मैं चुनाव संबंधी काम के लिए दिल्ली आया था क्योंकि मुझे भवानीपुर उपचुनाव की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मैं अभी लौट रहा हूं और देखूंगा कि क्या किया जा सकता है।”
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बुधवार सुबह बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह के आवास के बाहर हुए बम धमाके को लेकर चिंता व्यक्त की है। राज्यपाल ने ट्वीट कर कहा कि, ‘पश्चिम बंगाल में प्रचंड हिंसा थमने के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं। एक सांसद के आवास के बाहर बम धमाका चिंतित करने वाली बात है और कानून व्यवस्था पर प्रश्न खड़ा करती है।’ राज्यपाल धनखड़ ने पश्चिम बंगाल पुलिस को तुरंत कार्रवाई करने और सांसद की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए हैं।
https://twitter.com/jdhankhar1/status/1435422173120765954
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इस पूरे प्रकरण को ममता बनर्जी और उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं से जोड़ा जा रहा है क्योंकि BJP ने अर्जुन सिंह को हाल ही में भवानीपुर विधानसभा उपचुनावों के लिए पार्टी की ओर से प्रभारी बनाकर भेजा था और यह वही क्षेत्र है जहां से ममता बनर्जी चुनाव लड़ने के बाद अपनी सीएम की कुर्सी बचाने की जुगत में लगी हैं। ऐसे में उनका हाल यहाँ भी नंदीग्राम जैसा न हो उसके लिए वो कुछ भी करने को तैयार हैं।
अब यह तो चुनाव के नतीजे ही बताएँगे कि ममता को भवानीपुर ने अपना लिया या अर्जुन सिंह जैसे भाजपा नेताओं के आने और प्रचार करने के डर से उनपर बल का प्रयोग कर षड्यंत्र रचने के लिए जनता की ओर से नकार दिया गया।