मनीष सिसोदिया के बदले ढंग, “अस्पताल वहीं बनाएंगे” कहने वाले अब “राम भक्त टोली” की बात कर रहे हैं

चुनावों के लिए ये राम को भी अपनायेंगे और राम मंदिर को भी....

मनीष सिसोदिया राम मंदिर

प्रभु श्रीराम के नाम की महिमा ही अपार है – त्रेतायुग में इसी के सहारे  राम भक्त हनुमान ने किया सिन्धु सागर पार, और कलयुग में यही राम नाम बन गया चुनावी प्रचार। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों के राजनीतिक द्वंद्व में बहुत कम समय शेष रह गया है, यही कारण है कि क्षेत्रीय दलों के अलावा एक राज्य में सीमित हुई पार्टियां भी सत्ता के लिए राज्य में अपने पैर पसारने में लग गई हैं, दिल्ली के सत्ताधारी दल, आम आदमी पार्टी ने पुनः एक बार अपने अस्तित्व को राज्य की सत्ता में कायम करने के लिए गठजोड़ जुटाने के प्रयास प्रारंभ कर दिए हैं। इसी क्रम में सोमवार को आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने अयोध्याजी के राम मंदिर के दर्शन किए, जो राजनीतिक महत्वकांक्षा पूर्ण करने के लिए लिया गया कदम था और कुछ नहीं।

अयोध्याजी में राम लला का मंदिर उत्तर प्रदेश में 2022 के राज्य विधानसभा चुनावों से पहले सभी राजनीतिक दलों के लिए धुरी बन गया है, जहां सभी राजनेता अब राम लला के दर्शन करने के लिए तैयार हैं। आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी सोमवार को इसी क्रम का पालन किया। सिसोदिया ने दर्शन के पश्चात् कहा कि उन्होंने उत्तर प्रदेश में ‘आम आदमी पार्टी की सरकार’ बनाने के लिए भगवान राम से आशीर्वाद मांगा।

यह एक विडंबना है कि कल तक देश तोड़ने वालों के साथ खड़े रहने वाले दल, ‘हम शाहीन बाग के साथ हैं’ कहते हुए न थकने वाले और राम मंदिर का विरोध करने वाले मनीष सिसोदिया अयोध्याजी जाकर राम लला के आगे शीश झुकाने में सबसे आगे दिख रहे हैं। यह वही सिसोदिया हैं, जिन्होंने राम जन्मभूमि स्थल पर मंदिर न बनाते हुए विश्वविद्यालय बनाने की बात पर ज़ोर दिया था। आज यही आप नेताओं की टोली अपने #HospitalVahinBanayenge वाले नारे को त्याग कर राम भक्तों की टोली बन गई है जो मंदिर दर्शन करने को आतुर है।

सिसोदिया के मंदिर कूच का मूल उद्देश्य चुनाव हैं, जो 5 माह के अंतराल में होने वाले हैं, तो लोभ-प्रलोभन के ढकोसले दिए बिना वो दिल्ली वापस कैसे आ पाते। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भी हनुमानगढ़ी का दौरा करते हुए भगवान राम से आशीर्वाद के लिए भी प्रार्थना की ताकि “यूपी भी शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी और रोजगार जैसे क्षेत्रों में दिल्ली की तरह विकसित हो सके।” यूपी में भी आम आदमी पार्टी की रणनीति दिल्ली जैसी ही होने जा रही है “फ्री-फ्री-फ्री।” जिस प्रकार दिल्ली की आधारिक संरचना (इंफ्रास्ट्रक्चर) का पैसा फ्री के झुनझुने के साथ केजरीवाल सरकार ने बहाते हुए दिल्ली को बदहाल करने का काम किया, ऐसा ही वो अन्य राज्यों में दोहराने के मकसद से चुनाव लड़ने जा रही है।

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राम मंदिर केस की अंतिम सुनवाई वाले दिन तक प्रश्नों का अंबार लगाने वाले जमीन के नाम पर हुए फ़र्ज़ी घोटाले, मंदिर निर्माण के लिए जमा किए चंदे पर प्रश्न से लेकर भक्तों की आस्था पर प्रश्न उठाने तक यही केजरीवाल मंदिर के पक्ष में निर्णय आने के बाद दिल्ली के बुजुर्गों के सामने अपनी छवि श्रवण कुमार की बताने लगे। विधानसभा में यह घोषणा करने में आप सरकार ने क्षणभर नहीं लगाया कि राम मंदिर निर्माण होने के बाद राज्य के वृद्ध जनों को फ्री में अयोध्या जी के दर्शन कराने का ज़िम्मा आप सरकार लेती है।

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लोक लुभावन वायदों के साथ आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश समेत सभी चुनावी राज्यों में अपने फ्री वाले नारे को बुलंद कर सरकार बनाने की जुगत में लग गई है। मंदिर दर्शन और अयोध्या भ्रमण से मनीष सिसोदिया जैसे अवसरवादी Seasonable Hindu कितना सफल होते हैं और राम के नाम पर अपनी झूठी सियासी पारी खेलने में कितने सक्षम हो पाते हैं यह आने वाला समय बता ही देगा।  परंतु मौकापरस्ती के प्रत्यक्ष उदहारण के तौर ओर आम आदमी पार्टी और उसके मनीष सिसोदिया जैसे नेताओं की छवि जनता को साफ़ देखने मिल गई, इससे निस्संदेह अब चुनावों में जनता को को व्यवधान नहीं आएगा यह भी तय है।

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