न्यू यॉर्क टाइम्स ने PM मोदी पर एक मीम का किया “Fact Check” और ये मज़ाक नहीं है

प्रिय NY Times Meme का मतलब समझते हो?

न्यू यॉर्क टाइम्स पीएम मोदी मीम

पिछले कुछ वर्षों में अपने कृत्यों से न्यू यॉर्क टाइम्स ने सिद्ध किया है कि कैसे वह सिर्फ नाम का समाचार पोर्टल है। असल में वह एक कम्युनिस्ट मुखपत्र से अधिक कुछ नहीं है, जो कभी-कभी आतंकियों की खुलेआम पैरवी भी करता है। लेकिन हाल ही में जो उसने किया, उससे स्पष्ट होता है कि सिद्धांतों के साथ-साथ न्यू यॉर्क टाइम्स ने अपनी अक्ल भी बेच खाई है। न्यू यॉर्क टाइम्स ने पीएम मोदी पर एक मीम को फ़ैक्ट चेक किया है, और हम बिल्कुल भी मज़ाक नहीं कर रहे!

पीएम मोदी ने हाल ही में कोविड के पश्चात पहली बार विदेश यात्रा की, जिसके अंतर्गत वे अमेरिका गये। उनकी यात्रा काफी सफल रही, क्योंकि लाख चाहने के बाद भी ‘टुकड़े टुकड़े गैंग’ के चहेते, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन एवं उपराष्ट्रपति कमला हैरिस भारत के विरुद्ध विष नहीं उगल पाए। इसी बीच पीएम मोदी से संबंधित एक मीम काफी वायरल हुआ, जो कुछ इस प्रकार था –

अगर आप चित्र को ध्यान से देखें तो ये एक व्यंग्यात्मक चित्र (मीम) है, क्योंकि अंतिम लाइन में लिखा है, ‘परम पूज्य मोदीजी एक ब्लैंक पेपर पर हस्ताक्षर कर रहे हैं ताकि हमारे देश पर अपनी कृपा बनाए रखें। हर हर मोदी!” न्यू यॉर्क टाइम्स वास्तव में पीएम मोदी के कितने पक्षधर हैं, ये भी किसी से नहीं छुपा है।

लेकिन न्यू यॉर्क टाइम्स ने व्यावहारिकता की धज्जियां उड़ाते हुए पीएम मोदी के मीम को ही ‘फ़ैक्ट चेक कर दिया’। हम मज़ाक नहीं कर रहे हैं। न्यू यॉर्क टाइम्स ने पूरा स्पष्टीकरण निकालते हुए ट्वीट किया, “प्रधानमंत्री मोदी को प्रमुखता में रखते हुए ये कतई फर्जी चित्र है। नरेंद्र मोदी पर हमारी तथ्यामक रिपोर्टिंग यहाँ पढ़ सकते हैं” –

 

परंतु वे उतने पर ही नहीं रुके। न्यू यॉर्क टाइम्स ने अपने स्पष्टीकरण में यहाँ तक लिखा, “जब सच्चे, विश्वसनीय पत्रकारिता की सबसे ज्यादा आवश्यकता हो, तब ऐसे भ्रामक इमेज शेयर करने से असहजता एवं Misinformation को बढ़ावा मिलता है।”

और पढ़ें: प्रिय NY Times, “भारत के भयानक कोविड प्रबंधन” पर लिखे आपके तथ्यहीन लेख का हम खंडन करते हैं

या तो न्यू यॉर्क टाइम्स स्वयं उजड्ड गंवार है, या उसने सम्पूर्ण संसार को ऐसा समझ लिया है। पीएम मोदी के एक मीम को फ़ैक्ट चेक कर न्यू यॉर्क टाइम्स अपने आप को पत्रकारिता के मसीहा के रूप में सिद्ध करना चाहता है, जबकि सच्चाई तो यह है की न्यूयॉर्क टाइम्स ने वो सभी काम किए हैं, जो की पत्रकारिता को लज्जित करे। इसके अलावा नरेंद्र मोदी पर अपने जिस ‘तथ्यामक रिपोर्टिंग’ का हवाला दिया है, उसपे एक दृष्टि डालने से ही पता चलता है कि न्यू यॉर्क टाइम्स वास्तव में कितना निष्पक्ष है –

न्यू यॉर्क टाइम्स के कंधे पर बंदूक रखकर निशाना साध रहे कांग्रेसी चाटुकार

अब न्यू यॉर्क टाइम्स मोदी के विरुद्ध विष उगले, और कांग्रेस न प्रसन्न हो, ऐसा हो सकता है क्या? न्यू यॉर्क टाइम्स के इस ‘फ़ैक्ट चेक’ को ‘भाजपा की हार’ जताने के प्रयास में कांग्रेस के चाटुकारों ने एक बार फिर सिद्ध किया की आखिर क्यों उन्हे देशभर में कोई भी गंभीरता से नहीं लेता।

एक यूजर ने ट्वीट किया, “प्रिय न्यू यॉर्क टाइम्स, दुनिया के सबसे फेंकू प्रधानमंत्री की पोल खोलने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया” –

 

एक अन्य यूज़र ने पीएम मोदी मोदी के सफल दौरे पर अपनी कुंठा व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, “जनता के विरोध से बचने के लिए मोदी की सरकार और उसकी पार्टी भाजपा ने अमेरिका के प्रमुख समाचार पत्र न्यू यॉर्क टाइम्स की एक फर्जी तस्वीर तैयार की, ताकि वे अपने प्रधानमंत्री की सकारात्मक छवि पेश कर सके” –

https://twitter.com/Shayansha_/status/1442791140063957003

 

लेकिन कुछ लोग ऐसे भी थे, जो भली भांति समझ रहे थे कि किस प्रकार से न्यू यॉर्क टाइम्स पीएम मोदी के अंधविरोध में व्यावहारिकता की भी धज्जियां उड़ा रही थी। Hoax Slayer के संस्थापक पंकज जैन ने न्यू यॉर्क टाइम्स के खोखले दावों की धज्जियां उड़ाते हुए कहा, “परंतु यह तो SETPEMBER में प्रकाशित हुआ, और जो मूल इमेज से एडिट, उसके लिए आप रिफरेंस वॉल्यूम और नंबर चेक कर सकते हैं” –

 

सच कहें तो न्यू यॉर्क टाइम्स को मोदी के प्रति विष उगलने के लिए कोई न कोई बहाना चाहिए रहता है, और उनके अमेरिकी यात्रा में ऐसा कोई अवसर न मिल पाने की कुंठा में कम्युनिस्ट मुखपत्र न्यू यॉर्क टाइम्स ने एक मोदी के मीम को ही ‘फ़ैक्ट चेक’ कर अपनी भड़ास निकाली है। परंतु इस प्रयास में इन्होंने न केवल अपने मानसिक दिवालियापन को उजागर किया है, अपितु पूरे संसार में अपनी भद्द पिटवाने का प्रबंध किया है।

 

Exit mobile version