सोनू सूद केवल एक टैक्स चोर ही नहीं परंतु दान के नाम पर धोखा देने में रहे हैं आगे

सोनू सूद ने 20 करोड़ की कर चोरी की है!

हाल ही में बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद पर वित्तीय अनियमितताओं में संलिप्त होने का आरोप लगा था, जिसके कारण आयकर विभाग ने सोनू सूद से जुड़े ठिकानों पर सर्वे किया। तीन दिनों तक निरीक्षण करने के बाद यह सामने आया कि सोनू सूद ने 20 करोड़ की कर चोरी की है

लेकिन बात यहीं तक सीमित नहीं है। आयकर विभाग ने जो बयान जारी किया, और जो अनुसंधान किया है, उससे ‘दानवीर सोनू’ की छवि न केवल नष्ट हुई है, अपितु ये भी सामने आया है कि सोनू सूद न केवल एक भ्रष्ट व्यक्ति है, अपितु एक ऐसे ठग हैं, जो दान देने के नाम पर लोगों से पैसे भी ठगते थे, और दान देने का श्रेय भी लूटते थे।

CBDT यानि केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के विश्लेषण के अनुसार सोनू सूद के घर और उनके अन्य लोकेशन पर किये गए सर्वे के अनुसार टैक्स चोरी से संबंधित अकाट्य साक्ष्य प्राप्त हुए हैं। इसके लिए अभिनेता ने अपने अघोषित आय को जाली कंपनियों के जरिए फर्जी लोन प्राप्त करने में लगाया। इन फर्जी लोन के जरिए कई प्रकार के निवेश किये गए और अनेक प्रकार की प्रॉपर्टी भी खरीदी। जब बॉम्बे हाई कोर्ट में BMC ने जनवरी में मुकदमा दायर करते हुए यह कहा था कि सोनू सूद बहुत ‘पुराना खिलाड़ी है’, तो शायद उनका इशारा कहीं न कहीं इसी ओर था।

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परंतु बात वहीं पे नहीं रुकी। CBDT द्वारा जारी बयान में ये भी उजागर हुआ कि सोनू सूद ने बहुत विशाल मात्रा में दान के लिए धनराशि इकट्ठा की, पर उसका आधा भी सही जगह नहीं निवेश किया। लगभग 19 करोड़ की धनराशि दान के लिए इकट्ठा हुई, जिसमें से केवल पौने दो करोड़ से कुछ अधिक रुपये ही वास्तव में उपयोग में लाया गया, और बाकी के 17 करोड़ के बारे में कोई हिसाब किताब ही नहीं है।

CBDT के आधिकारिक बयान के अनुसार, “सोनू सूद द्वारा स्थापित चैरिटी संगठन ने 1 अप्रैल 2021 से अब तक लगभग 19 करोड़ रुपये [18.94], जिसमें अब तक कुछ 1.9 करोड़ रुपये राहत कार्यों में खर्च हुआ, और बाकी 17 करोड़ रुपये का कोई उपयोग नहीं किया गया है।”

अब प्रश्न ये उठता है कि बाकी 17 करोड़ गए तो गए कहाँ? इसके अलावा जब लगभग 19 करोड़ रुपये का दान मात्र अप्रैल से सितंबर के बीच में लिया गया है, तो सोनू सूद की चैरिटी फाउंडेशन इससे पहले कितने वर्षों से चैरिटी के नाम पर पैसे ले रही होगी? इनमें से वास्तव में कितना धन वास्तव में जरूरतमंदों पर खर्च किया होगा?

सोनू सूद 2020 में कई प्रवासी मजदूरों को अपने खर्चे पर मुंबई से उनके घरों तक भिजवाने के लिए काफी प्रसिद्ध हुए थे। इसके अलावा उन्होंने कोरोना से संबंधित कई उपकरण और दवाइयाँ भी समय समय पर दान की, जिससे सोशल मीडिया पर इनकी इमेज एक ‘दानवीर’ की बन गई। लेकिन हर चमकती चीज सोना नहीं होती, और यही बात सोनू सूद के मामले में भी सिद्ध हुई।

चाहे दवाइयों की जमाखोरी हो, फर्जी पेशंट को भर्ती कराने की बात हो, या फिर BMC से अवैध निर्माण को लेकर तनातनी हो, सोनू सूद जितना लाइमलाइट में रहे, उतने ही विवादों में भी घिरे रहे। लेकिन आयकर विभाग के छापे ने इनकी ‘दानवीर’ जैसे नकाब को उखाड़ फेंका है, जिसके पीछे छुपा एक धूर्त, भ्रष्ट ठग सामने आ चुका है।

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