SONY-ZEE विलय: मनोरंजन के क्षेत्र में हुए सभी विलयों का ‘बाप’ यहाँ है

विदेशी कंपनियों को टक्कर देने के लिए भारत की दो सबसे बड़ी एंटरटेनमेंट कंपनियों आई साथ!

Zee Sony विलय

ओटीटी प्लेटफॉर्म देश के एक बड़े हिस्से पर अपना कब्जा जमा रहे हैं, अमेजन प्राइम हो या नेटफ्लिक्स या फिर डिस्कवरी… ये सभी प्लेटफॉर्म भारत में लगातार अपनी पकड़ मजबूत कर रहे हैं। ऐसे में विदेशी कंपनियों से चुनौतियां पा रहीं भारतीय एंटरटेनमेंट कंपनियों को विशेष परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसके चलते भारत की दो सबसे बड़ी मीडिया एवं एंटरटेनमेंट कंपनियों ने एक साथ आने का फैसला किया है और ये दोनों कम्पनियाँ भारत की सबसे ज्यादा व्यूवरशिप हासिल करती हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं, Zee इंटरटेनमेंट एवं Sony टेलिविजन पिक्चर्स के विराट विलय की। खास बात ये भी है कि इन दोनों कंपनियों को भारत में एंटरटेनमेंट इडस्ट्री के जनक के रूप में जाना जाता है। ऐसे में इन दोनों के मिलने से जो कंपनी बनेगी, वो भारतीय इंटरटेनमेंट इंडस्ट्री की सबसे बड़ी कंपनी होगी।

विराट है यह विलय

डिजिटल माध्यम में पीछे छूटने के चलते देश के एंटरटेनमेंट सेक्टर का मार्केट शेयर लगातार गिर रहा है। इसके बावजूद यदि कोई सबसे बड़ी मीडिया कंपनी है, तो वो ज़ी एंटरटेनमेंट ही है। हालांकि, Zee के साथ Sony भी अपने मार्केट शेयर को लेकर सकारात्मक संकेत देती है, लेकिन इन दोनों ने अलग रहकर विदेशी कंपनियों को कोई ज्यादा चोट नहीं पहुंचाई है। ऐसे में इन दोनों ही कंपनियों ने मर्जर कर एक नई कंपनी बनाने का फैसला किया है। दरअसल, Zee Entertainment Enterprises (ZEEL) ने ऐलान किया है कि 21 सितंबर 2021 को हुई बोर्ड की बैठक में उपस्थित और मतदान करने वाले उसके निदेशक मंडल ने सर्वसम्मति से Sony Pictures Networks India (SPNI) और ZEEL के बीच विलय के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है।

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वहीं, इस मामले में ये भी सामने आया है कि दोनों कंपनियों के विलय के बाद बनने वाली कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO पुनीत गोयनका ही रहेंगे। विलय के बाद Zee एंटरटेनमेंट के पास 47.07 फीसद हिस्सेदारी रहेगी। Sony पिक्चर्स के पास 52.93 फीसद हिस्सेदारी होगी। इस नई कंपनी में Sony करीब 11,605  करोड़ रुपए निवेश करेगी। इस डील का ड्यू 90 दिन का होगा। खास बात ये है कि मौजूदा प्रोमोटर फैमिली Zee के पास अपनी शेयरहोल्डिंग को 4 फीसदी से बढ़ाकर 20 फीसदी करने का विकल्प होगा। बोर्ड में ज्यादातर डायरेक्टर को नॉमिनेट करने का अधिकार सोनी ग्रुप के पास होगा।

बढ़ जाएगा मार्केट शेयर

Zee के कारोबार की बात करें तो ये एटरटेनमेंट नेटवर्क करीब 190 देशों में 10 भाषाओं में है। इस समूह के करीब 100 से अधिक चैनल हैं, जो कि Zee के विराट नेटवर्क एवं कारोबार को प्रतिबिंबित करते हैं। वहीं Sony का नेटवर्क 167 देशों का ही है, भारत में इसके करीब 31 चैनल हैं। व्यूवरशिप और मार्केट शेयर की बात करें तो ज़ी का मार्केट शेयर करीब 19 फीसदी है। वहीं देश में Sony का मार्केट शेयर 9 प्रतिशत के करीब का है। स्पष्ट है कि ये दोनों ही भारत के प्रमुख एटरटेनमेंट ग्रुप हैं, और ये एक साथ मिलकर भारत की सबसे बड़ी एंटरटेनमेंट कंपनी बन जाएंगे। खास बात ये भी है कि मर्जर की बात सामने आने के Zee के शेयर में भारी बढ़ोतरी हुई थी।

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विदेशी कंपनियों को मिलेगी टक्कर

आज की स्थिति के बात करें तो भारत में डिजिटल प्लेटफॉर्म पर डिज्नी, डिस्कवरी अमेजन प्राइम, नेटफल्किस का दबदबा है। वहीं टेलिविजन मार्केट में भी कई विदेशी कंपनियों ने अपनी पकड मजबूत की है। ऐसे में टेलीविजन के स्तर पर मर्जर के साथ ही इन दोनों ही कंपनियों ने तय किया है कि ये डिजिटल माध्यम में भी सहयोग स्थापित करेंगे। भारत में एंटरटेनमेंट के क्षेत्र में इसीलिए इस विलय को ऐतिहासिक माना जा रहा है, जो कि भारत को ही मजबूती देगा। इतना ही नहीं, Zee, Sony के विलय की सफलता सामने आने पर संभव है कि देश में अन्य एंटरटेनमेंट सेक्टर्स  की अन्य कंपनियां भी आपस में ऐसे ही विलय करें, जो कि विदेशी कंपनियो के खिलाफ भारतीय कंपनियों की एक सर्जिकल स्ट्राईक होगी।

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