अगर आप भारतीय मध्यम वर्गीय परिवार से आते हैं और एक लंबे समय से आपका सपना रहा है कि आप हवाई जहाज की यात्रा कर सकें तो आपके लिए खुशखबरी है! उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अब ऐलान कर दिया है कि देश में 100 दिन के भीतर 50 नए एयर रुट और लगभग 5 नयें एयरपोर्ट खुलेंगे। यह योजना 16 क्षेत्रों पर केंद्रित होगी जिनमें से आठ क्षेत्र नीतिगत हैं और चार सुधारों से संबंधित हैं। 100 दिन के लक्ष्य में तीन मुख्य लक्ष्य रखे गये हैं, पहला अधोसंरचना, दूसरा नीति के लक्ष्य और तीसरा लक्ष्य सुधार है। ऐसे में हम ये कहें कि कोरोना महामारी के बाद उड्डयन मंत्री सिंधिया सरकार की सुस्त ‘उड़ान योजना’ को गति दे रहे तो गलत नहीं होगा।
अब उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के ऐलान को देखें तो पहला नया एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में 255 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा जिससे यहां एयरबस 321 और बोइंग 737 जैसे विमानों की लैंडिंग हो सकेगी। दूसरा एयरपोर्ट देहरादून में बनेगा, यहां 457 करोड़ रुपये की लागत से नई टर्मिनल बिल्डिंग व अन्य कार्य किये जायेंगे। इस एयरपोर्ट से हर घंटे यहां 250 की बजाए 1800 यात्रियों की आवाजाही संभव हो सकेगी। तीसरा एयरपोर्ट त्रिपुरा के अगरतला में बनेगा और इसके लिये 490 करोड़ रुपये का निवेश होगा।
रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम या देसी भाषा में उड़ान (UDAN) का मतलब ही है ‘उड़े देश का आम नागरिक’! इस महत्वाकांक्षी योजना की नींव 2016 में रखी गई थी। इस योजना के तहत यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया था कि आम जनता भी हवाई मार्गो पर अपनी यात्रा पूरी करे। हमारे देश में हवाई मार्ग अभी भी आवश्यकता और जरूरत से ज्यादा लक्जरी ही है। ज्यादा किराया होने के कारण लोग हवाईयात्रा नही करते थे। हमारे देश में यह भी कमी थी कि हमारे पास हवाई जहाजों के लाइसेंसिंग से लेकर ट्रैफिक तक, सबमें लेट लतीफी और लाल फीताशाही थी। सरकार ने इन सबको खत्म करते हुए तय किया कि फ्लाइट को आम जन जन तक पहुंचाना है।
इस स्कीम में दो चीजों का लक्ष्य रखा गया है। पहला यह कि देश में रिकार्ड स्तर पर एयरपोर्ट बनाया जाए और दूसरा यह कि देश मे रिकार्ड प्लेन को जोड़ा जाए। इस योजना के अंतर्गत ही 2014 में 395 हवाईजहाजों को बढ़ाकर 2017 तक 548 हवाई जहाज कर दिया गया था। 2016-2017 के बजट में ₹4500 करोड़ दिया गया था ताकि देश के 50 एयरपोर्ट का जीर्णोद्धार किया जा सके। आजादी के बाद से देश में 75 एयरपोर्ट थे, एयरपोर्ट की संख्या में 36 की बढ़ोतरी इस सरकार में हुई है।
उड़ान की ही परियोजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उत्तर प्रदेश में कुशीनगर हवाई अड्डे का उद्घाटन किया और जेवर हवाई अड्डे की नींव रखी है। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि UDAN योजना के तहत 50 नए मार्ग 100 दिनों में शुरू करना अभी हमारी प्राथमिकता है।
उड़ान योजना के तहत गुजरात के केशोद, झारखंड के देवघर और महाराष्ट्र के गोंदिया और सिंधुदुर्ग में हवाई अड्डे, साथ ही साथ संजोली (शिमला), सासे (मनाली), हिमाचल प्रदेश में मंडी और बद्दी और उत्तराखंड में हल्द्वानी और अल्मोड़ा में हेलीपोर्ट भी होंगे। उन्होंने कहा कि 30 नवंबर से पहले परिचालन शुरू हो जाएगा। 50 नए मार्गों में से 30 उड़ान मार्ग 30 अक्टूबर तक शुरू हो जाएंगे।
TFI ने पहले भी बताया है कि कैसे महत्वाकांक्षी उड़े देश का आम नागरिक (उड़ान) योजना के तहत, मोदी सरकार ने 11 ऑपरेटरों को 235 मार्ग प्रदान किए थे। यह क्षेत्रीय संपर्क योजना (आरसीएस) का तीसरा चरण था जिसमें कुल 89 हवाई अड्डों के साथ 16 असेवित और 17 कम सेवा वाले हवाई अड्डों को जोड़ा जाएगा। योजना के तहत हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू और कश्मीर और पूर्वोत्तर राज्यों के पहाड़ी क्षेत्रों के पर्यटन स्थलों को प्राथमिकता दी गई थी।
अप्रैल 2018 से अप्रैल 2019 के बीच 242% ट्रैफिक बढ़ गया है। इससे ये समझ लेना चाहिए कि हमारे देश में लोग अब हवाई जहाजों में यात्रा पूरी कर रहे है। हवाई जहाज के दामों को कम किया गया है। इसके साथ ही बता दें कि अब यह नियम बन गया है कि 1 घण्टे के सफर के लिए आपको 2500 रुपया देना होगा, यानी कि जितना पैसा पटना से मुम्बई ट्रेन का भाड़ा है, उतने में ही आप हवाई जहाज से जा सकते है। ज्यादा हवाई रूट बन जाने से लोगों को सुलभता होगी। लोग अब छोटे छोटे नेटवर्क पर भी सफर कर सकेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार कहा था कि मेरा सपना है कि हवाई चप्पल पहनने वाले लोग भी हवाई जहाज की सैर करें।
आज उनकी नीतियों की बदौलत ही 2013-2014 में 6.1 करोड़ लोग हवाई जहाज में सफर किये थे, लेकिन 2017-18 में यही आंकड़ा बढ़कर 12 करोड़ पैसेंजर हो गया था। नए हवाई अड्डे और ज्यादा हवाईमार्ग के बाद यह आंकड़े और बढ़ने की उम्मीद की जा सकती है। उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया इसी तरह प्रयासरत रहे तो उड़ान योजना के तहत मोदी सरकार की योजना को सफल करने में लगे हैं।