विराट कोहली द्वारा T20 फॉर्मेट में कप्तानी छोड़ने की खबरें बाहर आ रही है। ऐसा बताया जा रहा है कि विराट कोहली जल्दी ही शॉर्टर फॉर्मेट की जिम्मेदारी से मुक्ति पाएंगे और अब यह जिम्मेदारी रोहित शर्मा को दी जाएगी। बहुत जल्द टी20 वर्ल्ड कप के बाद टीम इंडिया की कप्तानी में बदलाव होगा। रिपोर्टों से पता चलता है कि रोहित शर्मा वर्तमान कप्तान विराट कोहली को अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान केंद्रित करने की समय देने के लिए टीम के सीमित ओवरों के कप्तान के रूप में कार्यभार संभालेंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो विराट कोहली ने पिछले कुछ महीनों में रोहित शर्मा और टीम प्रबंधन के साथ इस विषय पर लंबी चर्चा की है। खासकर ऑस्ट्रेलिया में टीम इंडिया की जीत के बाद वो ऐसा करना चाह रहे हैं और खबरों के मुताबिक पिता बनने के बाद से विराट कोहली जल्द से जल्द यह कदम उठाना चाहते हैं।
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TOI के अनुसार विश्वसनीय स्रोत ने बताया है कि “विराट खुद इस फैसले की घोषणा करेंगे। उनका विचार है कि उन्हें अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान केंद्रित करने और दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज बनने के लिए वापस जाने की जरूरत है।”
यह बात सही है कि विराट कोहली अपने बैटिंग के प्रदर्शन से जूझ रहे हैं। नवम्बर में उन्हें शतक लगाए हुए 2 दो साल हो जाएगा। कप्तान कोहली ने आखिरी बार नवंबर 2019 में कोलकाता में बांग्लादेश के खिलाफ मैच के दौरान अंतरराष्ट्रीय शतक लगाया था। डे-नाइट टेस्ट मैच के दौरान उन्होंने 136 रन बनाए थे। इस मैच के बाद उन्होंने अब तक कुल 46 अंतरराष्ट्रीय पारियां खेलीं है, जिसमें उन्होंने 1703 रन का स्कोर भी बनाया है। नवंबर 2019 के मैच के बाद से कप्तान कोहली ने टेस्ट में 345 रन, वनडे में 649 रन और टी20 में 709 रन बनाए हैं। उन्होंने उस मैच के बाद से आठ टेस्ट, 15 वनडे और 18 टी20 खेले हैं लेकिन एक भी शतक नहीं लग पाएँ। यह कहा जा सकता है कि तीनों फॉर्मेट की कप्तानी के दबाव में आकर वो ऐसा नहीं कर पा रहे हैं।
कप्तानी की बात करें तो रोहित शर्मा अब तक छोटे प्रारूप में विराट कोहली की तुलना में अच्छे कप्तान साबित हुए हैं। ये हम नहीं, आंकड़े बताते हैं। 5 बार के आईपीएल विजेता मुम्बई इंडियंस के कप्तान के सामने विराट की रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने एक भी कप नहीं जीता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी रोहित शर्मा का पलड़ा भारी है। विराट कोहली के 45 टी20 मैच में 27 विजय और 14 असफलता है, यानी जीतने का औसत 60 प्रतिशत है। वहीं रोहित शर्मा ने 19 मैचों में भारत को 15 बार सफलता दिलाई है, जिससे उनकी सफलता का दर 79% पहुंच जाता है।
खबर का बाजार गरम होते ही बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने कहा कि विराट कोहली तीनों प्रारूपों में कप्तान बने रहेंगे और ऐसी कोई बैठक नहीं हुई जिसमें कप्तानी के विकल्पों पर विस्तार से चर्चा हुई हो। उन्होंने कहा, “यह सब बकवास है। ऐसा कुछ नहीं हो रहा है। यह सब आप लोग (मीडिया) बात कर रहे हैं। इस मुद्दे (कप्तानी) पर बीसीसीआई की न तो कोई बैठक हुई है और न ही कोई चर्चा हुई है। विराट सभी प्रारूपों के कप्तान बने रहेंगे। ऐसी कोई बैठक नहीं हुई।” अब यह तो वक्त ही बताएगा कि विराट कप्तानी छोड़ते हैं या नहीं लेकिन देश में उनके खराब प्रदर्शन के कारण कप्तानी पर भी सवाल अवश्य उठने लगे हैं।