आलिया भट्ट को अपने विवादास्पद Manyavar एड के लिए करना पड़ेगा कानूनी कार्रवाई का सामना

यदि सब कुछ ऐसे ही चलता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब बॉलीवुड सनातन धर्म पर कीचड़ उछालने से पहले दस बार सोचेगा!

Manyavar एड

इन दिनों बॉलीवुड के एलीट वर्ग के भाग्य के क्या कहने। जब भी वे भारत की संस्कृति पर कीचड़ उछालने चलते हैं, उन्हें न केवल जनविद्रोह का सामना करना पड़ता है, अपितु अब उन्हें कानूनी कार्रवाई का भी भय धीरे-धीरे सही, परंतु सताने लगा है। मान्यवर (Manyavar) के जिस विवादास्पद एड के कारण आलिया भट्ट पर सनातन धर्म पर कीचड़ उछालने का आरोप लगा था, उसके पीछे अब आलिया को जल्द ही कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।

हाल ही में बॉलीवुड अभिनेत्री आलिया भट्ट के विरुद्ध मुंबई के सांताक्रूज थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई हैं। याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया कि आलिया भट्ट ने हिन्दू भावनाओं को आहत‍ किया है और कन्यादान को प्रतिगामी तरीके से दिखाया है। इस मामले में मान्यवर कंपनी और आलिया भट्ट के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है।

मूल विवाद

विवाद आखिर किस बात पर उत्पन्न हुआ? असल में मान्यवर के नए एड में विवाह के दौरान होने वाले ‘कन्यादान’ को एक दमनकारी परंपरा के तौर पर दिखाया गया है और उसकी जगह ‘कन्यामान’ को एक विकल्प के तौर पर सुझाया गया है। मान्यवर ने दावा किया कि इससे परंपराओं के बारे में प्रगतिशील तरीकों को सोचने को बढ़ावा दे रहा है। इस एड में आलिया भट्ट को दुल्हन के रूप में दिखाया गया है। वह शादी के मंडप में बैठी हैं और सवाल करती हैं कि मैं क्या कोई दान की चीज हूँ?

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मान्यवर एड के सामने आते ही आलिया एवं मान्यवर कंपनी पर सनातन धर्म को अपमानित करने का आरोप लगाया। इस एड के बारे में आलिया भट्ट ने कोई पश्चात्ताप न प्रकट हुए कहा, “मैं पूरी तरह से इस विचारधारा से इत्तेफाक रखती हूँ और ये एक ऐसी चीज है, जो मेरे दिल के बहुत करीब है। मैं इस बात से खुश हूँ कि मैं इस एड का हिस्सा बन पाई और लोगों तक एक ऐसा संदेश पहुँचा पाई जिससे समाज में एक सकारात्मक बदलाव हो।

अभिनेत्री कंगना रनौत ने भी बीते दिनों आलिया भट्ट के इस ‘कन्यादान’ विज्ञापन को लेकर उनपर हमला किया था और कहा था, “सभी ब्रांड्स से निवेदन है कि धर्म, माइनॉरिटी, मेजॉरिटी पॉलिटिक्‍स को चीजें बेचने के लिए इस्‍तेमाल न करें।”

इसी परिपाटी पर जावेद अख्तर को मिला है कानूनी कार्रवाई का नोटिस

हालांकि, इसे कदापि मत समझिएगा कि यह कार्रवाई केवल आलिया भट्ट तक सीमित रहेगी। हाल ही में विवादास्पद गीतकार जावेद अख्तर द्वारा RSS की तालिबान से अपमानजनक एवं तर्कहीन तुलना करने के लिए मानहानि का मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसके अंतर्गत ठाणे के कोर्ट ने कारण बताओ नोटिस भी भेजा है।

सितंबर के प्रारंभ में बॉलीवुड में चर्चित नाम जावेद अख्तर ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की तुलना तालिबान से की थी, जिसके पीछे काफी हंगामा हुआ था। इस परिप्रेक्ष्य में RSS कार्यकर्ता विवेक चंपानेरकर ने जावेद के विरुद्ध ठाणे कोर्ट में मानहानि का केस दायर किया और हर्जाने के रूप में अख्तर से 1 रुपए की मांग की। इसी संबंध में कोर्ट ने जावेद अख्तर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है और तत्काल प्रभाव से अख्तर को 12 नवंबर 2021 को कोर्ट में पेश होने को कहा गया।

अब हिन्दू जागृत हैं और उन्हें ललकारना बॉलीवुड या किसी अन्य संस्था के लिए भारी भूल होगी

जिस प्रकार से आलिया भट्ट के विरुद्ध धार्मिक भावनाएँ आहत करने के परिप्रेक्ष्य में FIR दर्ज की गई है, तथा जावेद अख्तर को उसके घटिया बयान के लिए कारण बताओ नोटिस थमाया गया है, उससे एक बात स्पष्ट है – पहले देश के हिन्दू / सनातनी पहले की भांति अपमान को लेकर शिष्टाचार का घूंट पीकर नहीं रह जाते, अपितु अब आवश्यकता पड़ने पर पलटकर जवाब देना भी जानते हैं। यदि सब कुछ ऐसे ही चलता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब बॉलीवुड क्या, देश में कोई भी संस्था सनातन धर्म पर कीचड़ उछालने से पहले दस बार सोचेगी।

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