कांग्रेस पार्टी छत्तीसगढ़ और पंजाब में लगी आग बुझा रही थी, उधर कर्नाटक में ‘माइक कांड’ हो गया

डीके शिवकुमार

PC: The Hindustan Gazette

पिछले 70 वर्षों में कांग्रेस पार्टी ने अपने शासन के दौरान भ्रष्टाचार के नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं, पार्टी के नेताओं पर 12 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटलों का आरोप हैं, जो समय-समय पर बाहर आते रहते हैं। ऐसे में तीन राज्यों में बची पार्टी की सरकार आये दिन किसी न किसी कारण से बिखर रही है, क्योंकि नेता सत्ता सुख पाने के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं। ऐसे में कांग्रेस हाईकमान पंजाब, राजस्थान और छत्तीसगढ़ तीनों के ही नेतृत्व को समझाने के साथ ही वहां चल रहे टकराव को खत्म करने की कोशिश कर रहा है, तो दूसरी ओर भ्रष्टाचार की प्रवृत्ति वाले नेताओं ने कर्नाटक के दिग्गज कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार को झटका दिया है, क्योंकि डीके शिवकुमार के मंत्री रहते भ्रष्टाचार की बातें दो नेताओं की गुपचुप बातचीत के जरिए सामने आईं हैं, जिसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

नेताओं की अनभिज्ञता 

कांग्रेस में कई ऐसे नेता हैं, जो सार्वजनिक स्थाऩों पर बिना सोचे समझे कुछ भी बोल देते हैं, और फिर उनकी बातें वायरल हो जाती हैं। कांग्रेस नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तो इन आपत्तिजनक मूंमेट्स के पुरोधा माने जाते हैं, लेकिन ये झटका एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान लगा है।

ताजा मामले में पूर्व लोकसभा सदस्य वीएस उग्रप्पा और कांग्रेस पार्टी के मीडिया समन्वयक एमए सलीम कर्नाटक के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार को बेनकाब करते हुए कैमरे में कैद हो गए। दरअसल, कर्नाटक में प्रेस कॉन्फ्रेंस के द्वौरान पार्टी के मीडिया समन्वयक और प्रवक्ता पार्टी की आंतरिक बात कर रहे थे, लेकिन वो इस बात से अनभिज्ञ थे कि मीडिया का माइक ऑन है, जिसका नतीजा ये हुआ कि पार्टी के कर्नाटक के सबसे अमीर राजनेता डीके शिव कुमार की फजीहत हो रही है, क्योंकि ये लीक हुई बातचीत उनके मंत्री रहते हुए भ्रष्टाचार से संबंधित है। इतना ही नहीं इन दोनों नेताओं की बातचीत में ये खुलासा भी हुआ है कि डीके शिवकुमार एक नशीले पेय पदार्थों का सेवन करते रहते हैं।

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आतंरिक भ्रष्टाचार की बात 

दरअसल, दोनों नेताओं का वीडियो रिकॉर्डिंग सामने आया है, जिसमें डीके शिवकुमार द्वारा रिश्वत लेने की बात कही जा रही है। दोनों नेताओं को यह भी कहते हुए भी सुना गया कि कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष के सहयोगियों ने 100 करोड़ रुपये उगाही कर कमाए।  वीडियो में सलीम को कहते हुए सुना गया कि ‘शिवकुमार पहले 6 – 8 प्रतिशत कमीशन लिया करते थे, लेकिन अब बढ़ाकर इसे 10-20 प्रतिशत कर दिया है। ये महाघोटाला है और आप जितना खोदोगे, उतना निकलेगा। सलीम ने आगे कहा, ‘डीके के सहयोगी मुलगुंड ने 50 से 100 करोड़ कमा लिए हैं। मुलगुंड (शिवकुमार के करीबी) ने 50 से 100 करोड़ रुपये कमाए हैं और सोचिए जब मुलगुंड के पास इतना है तो डीके के पास कितना होगा? वीडियो में सलीम शिवकुमार पर शराब पीने का आरोप भी लगाते हुए कह रहे हैं कि ‘वो बात करते समय अक्सर हकलाते हैं और उन्हें शक है कि वो शराब पीकर आते हैं’। ध्यान देने वाली बात ये है कि ये बातचीत उस समय की है, जब डीके शिवकुमार सिंचाई से संबंधित मंत्रालय का कार्यभार संभाले हुए थे। डीके वर्तमान में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं। ऐसे में अब इस लीक वीडियो के बाद से पार्टी में सिर फुटौव्वल की स्थिति बन गई है, नतीजा ये है कि पार्टी ने दोनो नेताओं के खिलाफ कार्रवाई का आदेश जारी कर दिया है।

 दोनों नेताओं के खिलाफ कार्रवाई

इस पूरे प्रकरण के बाद कांग्रेस पार्टी डैमेज कंट्रोल की स्थिति है, जिसके तहत पार्टी के प्रवक्ता उग्रप्पा से अगले तीन दिनों के अंदर सफाई मांगी है तो वहीं, मीडिया प्रमुख अहमद सलीम को 6 साल के लिए निलंबित कर दिया गया है। अब उग्रप्पा ने अपनी सफाई में अजीबो-गरीब तर्क दिया है, जो कि हास्यास्पद ही प्रतीत होता है। उन्होंने कहा है कि वे लोग कर्नाटक, महाराष्ट्र समेत चार राज्यों में हुई इनकम टैक्स की रेड से संबंधित भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं की प्रतिक्रिया के बारे में बातचीत कर रहे थे। सलीम अहमद उन्हें बता रहे थे कि इस रेड के बारे में बीजेपी के लोग क्या-क्या बातें कर रहे हैं।

 भाजपा के लिए सुनहरा मौका

स्पष्ट है कि डीके शिवकुमार को बचाने के लिए और पार्टी को अपनी छवि को साफ दिखाने की कोशिश में कांग्रेस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की, लेकिन प्रश्न वही उठता है क्या इससे स्थितियां सहज हो सकती हैं? शायद नहीं, क्योंकि भाजपा अब राज्य में इसे बड़ा मुद्दा बना सकती है। बीजेपी नेता अमित मालवीय ने इस मुद्दे पर ट्वीट किया,कांग्रेस के पूर्व सांसद वीएस उग्रप्पा और केपीसीसी के मीडिया समन्वयक सलीम चर्चा कर रहे हैं कि कैसे पार्टी अध्यक्ष डीके शिवकुमार रिश्वत लेते हैं और उनके एक करीबी ने 50-100 करोड़ के बीच की वसूली की है। वे यह भी चर्चा कर रहे हैं कि कैसे बात करते समय वह हकलाता जैसे वो नशें में हो।”

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 पार्टी में बढ़ेगा टकराव

कांग्रेस इस वक्त पंजाब, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ राजस्थान समेत अनेक राज्यों में आंतरिक टकरावों से जूझ रही है। कुछ ऐसी ही स्थिति कर्नाटक की भी है, जहां पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार और पूर्व सीएम सिद्धारमैया के बीच चुनाव होने से पहले ही सीएम पद को लेकर टकराव की स्थिति है। ऐसे में डीके शिवकुमार के भ्रष्टाचारों का खुलासा होने के बाद अब सिद्धारमैया को उनके खिलाफ बोलने का सॉलिड मौका मिल गया है, जो कि डीके की दावेदारी को कमजोर करने वाला है। संभव है कि कर्नाटक में पार्टी में एक भयंकर आंतरिक टकराव दिखेगा, जिसकी स्थिति पार्टी को गर्त के एक नए रसातल में ले जा सकती है।

 

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