मोहम्मद शमी के खिलाफ काल्पनिक विरोध की निंदा के नाम पर हिन्दू विरोध को बढ़ावा दे रहे विराट कोहली

विराट कोहली की हरकतों के कारण देश को शर्मनाक स्थिति का सामना करना पड़ा, टी 20 विश्व कप के प्रारम्भिक मैच में पाकिस्तान से 10 विकेट से हार गए। इसके साथ ही साथ वामपंथियों को प्रसन्न करने के लिए जबरदस्ती टीम को ‘घुटने टेकने’ पर विवश कर अपनी किरकिरी कराई वो अलग। लेकिन अपनी गलतियाँ मानने और टीम के प्रदर्शन में सुधार करने के बजाए विराट कोहली उलटे हिन्दू विरोध को ही बढ़ावा देने में लगे हुए हैं, और उन लोगों का अपमान कर रहे हैं, जिन्होंने उनके घटिया प्रदर्शन की निंदा की है।

विराट कोहली ने तेज़ गेंदबाज मोहम्मद शमी को कथित रूप से ट्रोल किए जाने को लेकर अपना विरोध दर्ज कराया है। उन्होंने भारत के घटिया प्रदर्शन का विरोध करने वाले लोगों को ‘रीढ़विहीन’ बताते हुए कहा कि उनके लिए किसी का मजाक बनाना मनोरंजन का जरिया हो गया है। उन्होंने कहा कि ये प्रकरण हतोत्साहित करने वाला है।

विराट कोहली ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा, “मैं कहता हूँ कि कोई व्यक्ति सबसे बुरा काम अगर कर सकता है तो वो ये है कि किसी को उसके मजहब के आधार पर निशाना बनाया जाना। हर किसी को अपने विचारों को प्रकट करने का अधिकार है और ये बताने का कि किसी परिस्थिति को लेकर वो क्या सोचते हैं। मैं व्यक्तिगत रूप से मजहब के आधार पर किसी के साथ भेदभाव करने की सोच भी नहीं सकता। हर मनुष्य के लिए वह एक बेहद ही पवित्र और व्यक्तिगत चीज है।”

परंतु जनाब यहीं पर नहीं रुके, वे आगे कहते हैं, “ये एक अच्छा कारण है कि पिच पर हम लोग खेलते हैं, सोशल मीडिया के ‘रीढ़विहीन’ कायर लोग नहीं, जिन्हें किसी के सामने कुछ कहने की हिम्मत नहीं है लेकिन सोशल मीडिया पर किसी अन्य पहचान में छिप कर ये सब करते हैं। ये किसी व्यक्ति की क्षमता का सबसे निचला स्तर हो सकता है और मैं इन लोगों को वैसे ही देखता हूँ। हमें समझ है कि मैदान पर क्या करना है और और मैदान के बाहर कैरेक्टर और मानसिक मजबूती के लिए क्या करना है।”

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वाह जी वाह, एक तो चोरी उसके ऊपर से सीनाज़ोरी! बेशर्मी का ऐसा प्रदर्शन तो कोई विराट कोहली से सीखे। टीम लगभग विश्व कप से बाहर होने के मुहाने पर खड़ी है, और अपने प्रदर्शन को सुधारने के बजाए ये व्यक्ति उन्हीं लोगों को निशाने पर ले रहा है, जो इसे पाकिस्तान के विरुद्ध देश का मान सम्मान बेचने पर आईना दिखा रहे थे। ये जानते हुए भी कि मोहम्मद शमी के विरुद्ध  अधिकतम ट्वीट्स और पोस्ट्स पाकिस्तान से आते हैं, विराट कोहली ने न केवल हिन्दू विरोध को बढ़ावा दिया है, अपितु सनातन धर्म के प्रति अपनी घृणा को अब जगज़ाहिर कर दिया है।

लेकिन विराट कोहली का यह पहला ऐसा मामला नहीं है। विश्व कप शुरू होने से ठीक पहले यह महोदय अपने ट्विटर प्रोफ़ाइल पर लोगों को बता रहे थे कि दीपावली कैसे ‘सार्थक रूप में मनाई जाए’। ऐसे में विराट के इस निरर्थक ज्ञान से लोग बुरी तरह भड़क गए, और उन्होंने सोशल मीडिया पर जमकर आक्रोश निकाला।

नवरूप सिंह नामक यूज़र ने स्पष्ट लिखा, “फिर से विराट कोहली ने वोक ज्ञान दिया। किसी ने शमी पर हमला नहीं किया। सब पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा और ISI के बॉटस। ये गिल्ट ट्रिप पे डालना बंद करो हमें!”

एक अन्य ट्विटर यूज़र सुजाता गांगुली ने अपना आक्रोश स्पष्ट व्यक्त करते हुए लिखा, “चुप करो विराट कोहली, यह सिद्ध हो चुका है कि पाकिस्तान के लोगों ने उसे [शमी] ट्रोल किया है। तुम्हें भारत के क्रिकेट प्रेमियों से क्षमा माँगनी चाहिए। हम पर आरोप लगाना ये सिद्ध करता है कि तुम अपने प्रशंसकों से कितने बिछड़ चुके हो। तुम्हें अपने ही लोगों से कोई वास्ता नहीं। तुम सबकी नज़रों में गिर चुके हो! दुखद!”

सच कहें तो विराट कोहली को देखकर एक कहावत स्मरण होती है, ‘विनाश काले विपरीते बुद्धि’, यानि जब बुरा समय निकट हो, तो बुद्धि पहले ही भ्रष्ट हो जाती है। भारत आज न्यूज़ीलैंड से विजयी होगी या नहीं, ये तो बाद में देखा जाएगा, लेकिन यदि आज टीम पराजित हुई, और विश्व कप से बाहर हुई, तो इसका दोषी सिर्फ और सिर्फ एक व्यक्ति होगा – विराट कोहली!

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