पिछले कुछ वर्षों में भारतीय क्रिकेट टीम के टैलेंट पूल में आकाश पाताल का अंतर दिखाई पड़ा है। भारत के लिए जिन देशों में एक मैच जीतना भी असंभव माना जाता था, वहाँ टीम इंडिया सीरीज पर सीरीज जीत रही है। इसका श्रेय केवल एक ही व्यक्ति को जाता है राहुल द्रविड़। अब कोहली की मनमानियों पर लगाम लगने का समय आ गया है, और रवि शास्त्री की घटिया कोचिंग भी अब समाप्त होगी। BCCI प्रमुख सौरव गांगुली की दादागिरी में टीम के नए कोच की भूमिका अब भारतीय क्रिकेट के दिग्गज पूर्व खिलाड़ी राहुल द्रविड़ को दी जा सकती है। इससे भारतीय टीम का कायाकल्प होना शत प्रतिशत तय है।
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने टी-20 की कप्तानी से जिस वक्त इस्तीफा दिया था उस वक्त ही ये संकेत मिलने लगे थे, कि अब टीम में बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। वहीं खबरें ये भी है कि यदि टी-20 विश्व कप में भारत का प्रदर्शन ठीक नहीं रहा, तो विराट कोहली को वनडे और टेस्ट की कप्तानी से भी हाथ धोना पड़ेगा। वहीं, वर्तमान कोच रवि शास्त्री का BCCI के साथ कांट्रैक्ट समाप्ती के बाद टीम के कोच बदलने की चर्चा भी शुरू हो चुकी है। ऐसे में जो नाम सर्वाधिक चर्चा में है, वो टीम इंडिया के ‘द वॉल’ अर्थात राहुल द्रविड़ का है। संभावनाएं हैं कि टी-20 विश्व कप के बाद टीम में द्रविड़ की एंट्री हो सकती है।
और पढ़ें- रवि शास्त्री नवंबर तक पद छोड़ सकते हैं और यही समय है राहुल द्रविड़ के लिए कोच का पदभार संभालने का
राहुल द्रविड़ होंगे टीम इंडिया के नए कोच
दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट बताती है कि टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी राहुल द्रविड़ अब भारतीय क्रिकेट टीम के कोच होंगे। टी-20 वर्ल्ड कप के बाद वो टीम के साथ जुड़ेंगे। ख़बरें हैं कि दुबई में BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह की राहुल द्रविड़ से मुलाकात हुई थी, जिसमें उन्हें टी-20 विश्व कप के बाद टीम के साथ जुड़ने को कहा गया था। तय कार्यक्रम के मुताबिक द्रविड़ 2023 वर्ल्ड कप तक टीम के कोच बने रहेंगे। द्रविड़ के अलावा पारस म्हाम्ब्रे को गेंदबाजी कोच चुना गया है। उनका कार्यकाल भी 2023 के वर्ल्ड कप तक होगा। स्पष्ट है कि रवि शास्त्री के अलावा गेंदबाजी कोच भरत अरुण का भी BCCI के साथ कांट्रैक्ट समाप्त होने वाला है।
राहुल द्रविड़ फिलहाल नेशनल क्रिकेट अकादमी (NCA) के अध्यक्ष हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार IPL के फाइनल के दौरान एक BCCI अधिकारी ने बताया, “राहुल द्रविड़ भारतीय टीम के हेड कोच बनेंगे। वह जल्द ही NCA चीफ पद से इस्तीफा दे देंगे।” वहीं, गेंदबाजी कोच के तौर पर द्रविड़ की सहूलियत अनुसार उनके साथ काम कर चुके पारस म्हाम्ब्रे को नियुक्त किया गया है। हालांकि, फील्डिंग कोच आर. श्रीधर के रिप्लेसमेंट पर कोई फैसला नहीं किया गया है। वहीं, विक्रम राठौर टीम के बैटिंग कोच बने रहेंगे। द्रविड़ कुछ दिन पहले श्रीलंका दौरे पर टीम इंडिया के कोच थे। राहुल द्रविड़ भले ही टीम इंडिया में महज दो वर्ष कप्तान रहे हों, लेकिन उनके नेतृत्व में भारतीय टीम ने युवाओं का जोश और अनुभव दोनों का संतुलन बनाकर रखा था, जिसके परिणाम भारत के लिए सहज रहे थे।
युवा क्रिकेटरों को तराशा है द्रविड़ ने
युवा क्रिकेटरों को तराशने में भी राहुल द्रविड़ का बहुत अहम योगदान रहा है। जब 2015 में राहुल द्रविड़ को BCCI ने जूनियर टीम को प्रशिक्षण देने की कमान सौंपी थी, तो उन्होंने अगले ही वर्ष टीम इंडिया को अंडर 19 विश्व कप के फाइनल में पहुंचाया। तब U19 टीम ईशान किशन की कप्तानी में रनर अप रही थी, और बेहतरीन प्रदर्शन किया था। वहीं द्रविड़ की कोचिंग में ही वर्ष 2017-18 में पृथ्वी शॉ की कप्तानी में भारतीय टीम के युवाओं ने अंडर-19 विश्व जीता था। इन सभी सफलताओं में द्रविड़ की विशेष भूमिका थी। ये इतिहास ही है जो कि द्रविड़ का कौशल बताने के लिए लिए काफी है। पृथ्वी शॉ, शुभमन गिल, ऋषभ पंत, ईशान किशन, टी नटराजन, वाशिंगटन सुंदर, शुभम नागरकोटी इत्यादि सब इन्हीं के प्रयासों की देन हैं।
टीम इंडिया के कोच के तौर पर पिछले चार सालों से रवि शास्त्री बने हुए थे, उनका पहला कार्यकाल 2019 में खत्म हो रहा था, लेकिन कोहली की पसंद के चलते उनके कार्यकाल को बढ़ाया गया था। इसके विपरीत पिछले चार वर्षों में गिरे भारतीय टीम के प्रदर्शन के कारण विराट कोहली की लगातार आलोचनाएं हो रही थीं। ऐसे में कोहली के इस्तीफे को BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली के दबाव से जोड़कर देखा जा रहा था, जिसका संकेत TFI ने भी दिया था। ऐसी कई खबरें सामने आयी थीं कि विराट कोहली टीम में गुटबाजी को बढ़ावा दे रहे हैं और टीम चयन में खिलाड़ियों की प्रतिभा नहीं बल्कि अपनी पसंद को तरजीह दे रहे हैं। यह उसी ग्रेग चैपल के समय की याद दिलाता है जिसके कारण भारतीय टीम बिखर गयी थी और तब कप्तान द्रविड़ ही थे। अब वह स्वयं कोच होंगे तो टीम में चल रहे ‘Chappelism’ को समाप्त करेंगे।
If it’s true Rahul Dravid is to be the next Indian coach I think the rest of the world better beware … !
— Michael Vaughan (@MichaelVaughan) October 15, 2021
Best news to hear is #RahulDravid will be Head Coach for #TeamIndia
Wishing best luck#Coach pic.twitter.com/sXucWTX4d9— Munaf Patel (@munafpa99881129) October 16, 2021
वहीं द्रविड़ के कप्तान बनने की खबरों ने वैश्विक क्रिकेट में नए संकेत दे दिए हैं, क्योंकि द्रविड़ को उनके समय का दिग्गज माना जाता था, जो कि शांत स्वभाव के खिलाड़ी थे। ऐसे में ये माना जा रहा है कि यदि द्रविड़ ही भारतीय टीम के कोच बनते हैं, तो ये भारत के लिए एक सकारात्मक पहलू होगा। इसको लेकर इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने ट्वीट किया कि, “अगर राहुल द्रविड़ भारत के अगले कोच होंगे तो दुनिया के अन्य देशों को सावधान हो जाना चाहिए।” वहीं पूर्व गेंदबाज मुनाफ पटेल ने भी इस खबर को सकारात्मक बताया है।
और पढ़ें- देश के भावी क्रिकेटरों के लिए खुशखबरी, दादा और द्रविड़ मिलकर NCA को Center of Excellence में बदलेंगे
वहीं अब ये भी माना जा रहा है कि भारतीय टीम जिस कोहली के कारण पिछले लंबे वक्त से अच्छे प्रदर्शन के लिए जूझ रही है, अब उनके पर और कुतरे जा सकते हैं। राहुल द्रविड़ के कोच बनाने के बाद भारतीय टीम पुनः मजबूत होगी। यानी स्पष्ट है कि सौरव गांगुली अपनी दादागिरी से एक बार फिर भारतीय क्रिकेट को एक नई ऊंचाई देंगे जिसमें उनका पूरा साथ राहुल द्रविड़ भी देंगें। वहीं ये भी नहीं भूलना चाहिए कि टीम इंडिया के मेंटर का काम महेंद्र सिंह धोनी को दिया गया है, ऐसे में ये तिकड़ी भविष्य भारतीय क्रिकेट को एक नए मुकाम तक पहुंचा सकती है।