ममता बनर्जी इस समय अपने राष्ट्रीय एजेंडे पर चल रही हैं। फ़िलहाल, उनके प्रधानमंत्री बनने की हसरतों पर पानी फिरता दिख रहा है तो वो दो-चार राज्यों के मुख्यमंत्री पद से संतुष्ट होने को तैयार हैं। इस चक्कर में वह कई राज्यों में तृणमूल कांग्रेस की सत्ता लाने के लिए आतुर दिख रही हैं। इसी महत्वाकांक्षी योजना के तहत वे गोवा के तीन दिवसित दौरे पर हैं। खैर, बंगाल से तुष्टिकरण की राजनीति कर लेने के बाद उनके लिए तो संसार का हर व्यक्ति और हर माहौल एक जैसा हो गया होगा! अफसोस कि गोवा में उल्टा हो गया। ममता बनर्जी को जय श्री राम के पोस्टर देखने पर मजबूर कर दिया गया और हालात तो यह हो गई कि गोवा में पुर्तगाली जोश के साथ गई ममता बनर्जी के स्वागत का भगवाकरण हो गया।
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गुरुवार को गोवा में तीन दिवसित दौरे के लिए उतरीं क्योंकि TMC ने एलान किया है कि वह राज्य में 2022 के विधानसभा चुनाव लड़ेगी। बनर्जी का स्वागत टीएमसी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और नवेलिम के पूर्व विधायक लुइज़िन्हो फलेरियो और संगुम से निर्दलीय विधायक प्रसाद गांवकर ने किया।
जय श्री राम, जय श्री राम-
हवाई अड्डे पर मौजूद भगवा समूहों ने बनर्जी के आगमन का विरोध करने के लिए काले झंडे लहराए और ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए। समूहों ने विरोध के दौरान स्थापित पुलिस घेरे को भी तोड़ा। बनर्जी की यात्रा के लिए राज्य भर में ‘जय श्री राम’ के होर्डिंग लगाए गए थे, जो ममता बनर्जी को बंगाल चुनावों के दौरान लगाये गए नारों की कड़वी याद दिला रहे होंगे। अंतर बस यही है कि बंगाल में भाजपा ने बनर्जी का विरोध करने के लिए नारों का इस्तेमाल किया था, लेकिन गोवा में राज्य भाजपा इकाई ने अपनी संलिप्तता से ही इनकार कर दिया है।
यह बात TMC नेताओं को कितनी बुरी लगी है, यह वहां के नेताओं के बयान को देखकर समझा जा सकता है। गोवा के पूर्व सीएम और गोवा में टीएमसी नेता लुइज़िन्हो फलेरियो ने कहा “भाजपा के कुछ समर्थक जय श्री राम के नारे लगा रहे थे। ममता बनर्जी ने उन्हें नमस्कार किया और हम आगे बढ़ गए।”
पोस्टर भी नहीं बचे-
राज्य में ममता बनर्जी के जितने भी पोस्टर लगे थे, वो सारे पोस्टर हटा दिए गए है। उनके ऊपर गोंद लगाकर किसी अन्य समूह ने अपना पोस्टर लगा दिया है। हालांकि, खबरों की माने तो TMC इसके लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहरा रही है। टीएमसी ने कहा कि पूरे राज्य में बैनर हटाकर बीजेपी ने साबित कर दिया है कि गोवा में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब है।
जयेश शेतगांवकर ने कहा, “यह बहुत बुरा है। कोई भी, कभी भी पोस्टरों को नष्ट नहीं कर सकता है। वे गोवा को यूपी बनाना चाहते हैं।”
इस बीच, पूर्व विधायक लवू मामलेदार ने TMC द्वारा लगाए गए पोस्टरों को हटाने और नष्ट करने के लिए विरोधी कार्यकर्ताओं की निंदा करते हुए कहा, “टीएमसी के पोस्टरों को फाड़ने व रंगे जाने की वीडियो क्लिप और तस्वीरें हैं। यह पहली बार है जब हमने इतनी नफरत देखी है। अब ऐसा कटु व्यवहार और घृणा क्यों है? यह साफ है कि हमारे द्वारा जारी चार्जशीट के बाद से वे टीएमसी से डरे हुए हैंl उनके पास कोई जवाब नहीं है।”
इस घटना से एक दिन पहले ही तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष की तस्वीरों वाले कई होर्डिंग गोवा में उनकी यात्रा से पहले तोड़े और फाड़े गए थे। उस घटना को देखते हुए टीएमसी ने दावा किया कि यह भाजपा की “असहिष्णुता” को दर्शाता है।
खैर, यह भाजपा का किया है या नहीं, उझसे फर्क नहीं पड़ता है। ममता बनर्जी के राज में हिंदुओं की जो दुर्दशा हुई है, जो बंगाल में चल रहा है, उसका जवाब जय श्री राम में ही है। इस नारे से उत्तरप्रदेश में भी एक सरकार आई जिसने प्रशासन को ऐसा मजबूत किया कि हिन्दू गरिमा यहां फल-फूल रही है। ममता बनर्जी को भी सही संदेश गया कि देश अब और तुष्टिकरण की राजनीति नहीं झेल सकता है।