समीर वानखेड़े के प्रति नवाब मलिक की नफरत के पीछे अपने दामाद से उनका लगाव है

समीर वानखेड़े नवाब मलिक

जब एक अधिकारी पूरी ईमानदारी और लगन से अपना कार्य करता है, बिना किसी लालच और लाग लपेट के करता है तो कुछ लोग ऐसे होते हैं जो उसके ऊपर सवालिया निशान खड़ा कर उसको दबाने का प्रयास करते हैं। अभी तक यह दृश्य आपने सिर्फ फिल्मों में देखा होगा जहां एक ईमानदार अफसर को नेता किस तरीके से झूठे आरोप में फंसाते हैं और उसको कर्तव्य का पालन करने से रोकते हैं। अब ये फिल्मी बातें हकीकत में सामने आ चुकी हैं, महाराष्ट्र की सरकार ईमानदारी से काम करने वाले अधिकारियों को जैसे देखना ही नहीं चाहती है। यह बात आपको सुनने में जरूर ही फिल्मी लगती होगी पर यह बात हकीकत में है।  अब समीर वानखेड़े पर जिस तरह का दबाव नवाब मलिक बना रहे हैं वो उनकी निजी दुश्मनी से प्ररित लगती है।

नवाब मलिक ने एक कथित जन्म प्रमाण पत्र में फर्जीवाड़े का आरोप लगाया

नवाब मलिक ने कथित जन्म प्रमाण पत्र की कॉपी ट्वीट कर इशारों में कहा कि समीर वानखेड़े के पिता और मां मुस्लिम हैं, और उन्होंने फर्जी जाति सर्टिफिकेट बनवाया है। जब इस से पेट नहीं भरा तो मंत्री नवाब मलिक ने ट्वीट में लिखा, “समीर दाऊद वानखेड़े का यहां से शुरू हुआ फर्जीवाड़ा” इसके साथ में एक फोटो भी अपलोड की। वहीं, मीडिया से बात करते हुए नवाब मलिक ने कहा, समीर वानखेड़े एक फर्जी व्यक्ति है। इसका जन्म प्रमाण पत्र समीर दाऊद वानखेड़े का है। इसने जन्म प्रमाण पत्र में छेड़छाड़ की और उनके पिताजी ने धर्मांतरण करने के बाद जो नाम बदला था उसे दुरुस्त किया। इसी आधार पर उसने अपना जाति प्रमाण पत्र निकाला।

नवाब मलिक को समीर वानखेड़े के पिता का ज़वाब

समीर वानखेड़े के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े ने नवाब मलिक के आरोपों पर कहा, जन्म से ही मैं हिंदू हूं। मैं पैदायशी हिंदू हूं। मेरे पढ़ाई से लेकर हर सर्टिफिकेट में मेरा नाम ज्ञानदेव वानखेड़े है और इससे ज्यादा क्या चाहिए। मेरे नाम के साथ दाऊद किसने जोड़ा है, मुझे पता नहीं है, लेकिन नवाब मलिक ऐसा कर सकता है। नवाब मलिक जानबूझकर ये गलत आऱोप लगा रहा है, नवाब मलिक सकुनी मामा की जैसी चालें चल रहे हैं।’

नवाब मालिक को समीर वानखेड़े के पिता ने भले ही जवाब दे दिया हो पर मलिक इतने पर नहीं रुकने वाले। इसके पीछे का कारण थोड़ा मलिक के लिए निजी भी है। दरअसल, जुलाई में एनसीबी (NCB) ने नवाब मलिक के दामाद को ड्रग्स के मामले में गिरफ्तार किया था। उसके बाद से समीर वानखेड़े निशाने लेने के अवसर ढूंढे जा रहे थे। आर्यन का केस सामने आने के बाद मलिक को वानखेड़े को निशाने पर लेने का एक बड़ा अवसर मिल गया। इससे पहले मलिक ने दावा किया था कि वानखेड़े ने उनका फोन भी टैप किया था। इतना ही नहीं उन्होंने आरोप लगाया कि वानखेड़े बॉलीवुड सेलेब्रिटी समेत कई बड़े लोगों के फोन टैप कर रहे हैं।

 कोई सरकार इस हद तक गिर सकती है   

दरअसल, मुंबई में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को क्रूज में पार्टी के दौरान ड्रग्स लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है, इसके बाद से ही मानों महाराष्ट्र सरकार केवल एक आरोपी के लिए नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को बदनाम करने में लग गई है।  एक के बाद एक ऐसे कई अनर्गल बयान सामने आए हैं जिससे साफ पता चलता है कि वाकई सरकार ईमानदारी से काम करने वाले अधिकारियों को देखना तक नहीं चाहती है इसलिए हर बार उन पर अलग-अलग तरीके के आरोप लगाए जा रहे हैं।

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नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर लगाए आरोप 

महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक सोशल मीडिया के माध्यम से समीर वानखेड़े और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के ऊपर आरोप लगाते रहे हैं। महाराष्ट्र के मंत्री और एनसीपी के नेता नवाब मलिक पिछले लंबे समय से वानखेड़े पर सवाल खड़े करते रहे हैं। वह लगभग रोजाना ही कोई न कोई नई बनावटी जानकारी देकर वानखेड़े पर आरोप लगाते हैं। नवाब मलिक जानबूझकर अनर्गल बयान दे रहे हैं, या यूं कहें कि बस यह अपने दमाद का बदला लेने के लिए इस समय मौका तलाश रहे हैं और किसी न किसी वजह से समीर वानखेड़े पर आरोप लगा रहे हैं।

ये बहुत शर्मनाक है कि महाराष्ट्र सरकार के सामने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को अग्नि परीक्षा देनी पड़ रही है। नवाब मलिक जैसे मंत्री तो मत्रांलय काम छोड़ समीर वानखेड़े के पीछे पड़ गए है।

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