रमीज़ राजा ने बताया कि अगर भारत चाहे तो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पल भर में दम तोड़ सकता है

दिवालिया होने की कगार पर है पाकिस्तान!

Ramiz Raja, PM Modi

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क्रिकेटर से प्रशासक बने रमीज़ राजा ने पाकिस्तान क्रिकेट की दिन प्रतिदिन बिगड़ती दशा पर अपनी चिंता जाहिर की है। अपनी सरकार को दर्पण दिखाते हुए उन्होंने भारत की ताकत का एहसास कराने का प्रयास किया है। सीनेट स्टैन्डिंग कमेटी की एक मीटिंग को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यदि पाकिस्तानी प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया तो समय आने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक इशारे पर बीसीसीआई PCB का सर्वनाश करा सकता है।

रमीज़ राजा के बयान के अनुसार, “पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का पचास प्रतिशत खर्च आईसीसी उठाती है और ICC का 90 प्रतिशत से भी ज्यादा खर्च बीसीसीआई उठाती है। यदि कल हिंदुस्तान के वज़ीर-ए-आजम [पीएम मोदी] चाहे कि हमें पाकिस्तान को कोई फंडिंग नहीं देनी, तो इस बोर्ड को बिखरने में ज़रा भी वक्त नहीं लगेगा”

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पाकिस्तान का ‘आंतक प्रेम’ डूबा रहा नैया

PCB के अध्यक्ष रमीज़ मियां यहीं पर नहीं रुके। उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट की दयनीय स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा, “हमारी क्रिकेट आईसीसी के रहम पर ज़िंदा है। जब मैं हमारे हिसाब को देखता हूँ, तो मेरी रूह कांप उठती है क्योंकि इसमें हमारे उद्योगपतियों का कोई योगदान ही नहीं रहता”।

जबसे रमीज़ ने PCB की कमान संभाली है, उन्हें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। पाकिस्तानी प्रशासन के ‘आतंक प्रेम’ के कारण न्यूज़ीलैंड को अपना प्रस्तावित क्रिकेट दौरा रद्द करने पर विवश होना पड़ा, जिसके पश्चात इंग्लैंड और यहां तक कि श्रीलंका ने भी अपनी किसी भी टीम को पाकिस्तान भेजने से मना कर दिया।

जब क्रिकेट खेलने वाले बड़े देश सुरक्षा कारणों से आपके देश में खेलने से ही मना कर दें, तो स्थिति स्पष्ट है कि आपके देश में क्रिकेट का स्तर बहुत गया-गुजरा है। ये बात रमीज़ राजा से बेहतर कौन समझ सकता है, जो स्वयं 1992 की विश्व चैंपियन टीम का हिस्सा रह चुके है। अब चूंकि न्यूज़ीलैंड और इंग्लैंड ने अपने प्रस्तावित दौरे को रद्द कर दिया है, इसलिए पाकिस्तान अब पूर्णतया आईसीसी की वित्तीय सहायता पर निर्भर होने वाला है।

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…मोदी सरकार PAK को कहीं का नहीं छोड़ेगी

असल में पाकिस्तान अपने देश में क्रिकेट को बहाल करने के लिए बहुत लालायित है। 2009 में श्रीलंका की टीम पर लाहौर में हुए आतंकी हमले के पश्चात कोई भी क्रिकेट टीम पाकिस्तान में आकर खेलने को तैयार नहीं थी। वेस्टइंडीज़, श्रीलंका और जिम्बॉब्वे जैसी कमज़ोर टीमों को छोड़कर कोई भी बड़ा देश इनसे खेलने को तैयार नहीं था। लेकिन इनके भाग्य बदले, जब विश्व कप के विजेता इंग्लैंड और उपविजेता न्यूज़ीलैंड एक के बाद एक एकदिवसीय मैच एवं टी20 मैचों के दौरे के लिए तैयार हुए।

वर्षों बाद पाकिस्तानी धरती पर क्रिकेट खेली जाने वाली थी लेकिन इमरान सरकार के ‘आतंक प्रेम’ ने सारे किए कराए पर पानी फेर दिया। पाकिस्तान के समर्थन से अफगानिस्तान में तालिबान ने पुनः आधिपत्य स्थापित कर लिया। ऐसे में पाकिस्तान में आना खतरे से खाली नहीं था लेकिन पाकिस्तानी प्रशासन की बेशर्मी तो देखिए, अपनी भूल सुधारने की बजाए उल्टा भारत को ही दोषी ठहराने लगे। ऐसे में रमीज़ राजा ने उन्हें याद दिलाया है कि यदि वे अब भी नहीं समझे, तो समय आने पर भारत, विशेषकर मोदी सरकार पाकिस्तान और खासकर PCB को कहीं का नहीं छोड़ेगी।

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