कमर, वज़न, लंबाई: वैवाहिक विज्ञापन के नाम पर अपनी कुत्सित सोच को किया जगजाहिर!

महिलाओं के लिए ऐसा घिनौना विज्ञापन शर्मनाक है!

matrimony वैवाहिक विज्ञापन

Source : Google

विज्ञापन आज के दौर में जनमानस तक पहुँचने का सबसे आसन माध्यम बन चुका है। टीवी चैनल, रेडियो स्टेशन, न्यूज़ पेपर यहां तक कि सोशल मीडिया में विज्ञापनों का भरमार देखने को मिलता है। विशेष तौर पर अख़बारों में विज्ञापन की एक लम्बी कतार होती है, यूं कह लीजिए कि एक स्पेशल एडिशन। इनमें एक विज्ञापन आपको शादी -विवाह के लिए वर-वधु की आवश्यकता वाला होता है, जिसमें आपकी जाति से लेकर समाज और धर्म तक का विवरण दिया होता है। इस तरह के विज्ञापन को हम वैवाहिक विज्ञापन कहा जाता है। हाल में वैवाहिक विज्ञापन को लेकर एक मामला सामने आया है,  जिसमें महिलाओं के शारीरिक मानकों का खुलेआम जिक्र किया गया है।

महिलाओं पर इतना घिनौना विज्ञापन

मामले के अनुसार, विज्ञापन में एक व्यक्ति ने अजीबोगरीब विशिष्ट आवश्यकताओं की सूची के साथ एक पोस्ट किया है, जिसमें महिला की शारीरिक मानक ( ब्रा, कमर और पैरों ) के आकार शामिल हैं। इस विज्ञापन ने तो विवेक की सीमाओं को पार कर दिया है। यह विज्ञापन बेटरहाफ डॉट एआई नामक एक वैवाहिक साइट पर दुल्हन की तलाश करने वाले एक व्यक्ति द्वारा पोस्ट किया गया था। विज्ञापन के अनुसार संदिग्ध व्यक्ति एक ऐसी दुल्हन की तलाश कर रहा है, जो “रूढ़िवादी, उदार और जीवन समर्थक” हो। यही नहीं, इस विज्ञापन में संभावित दुल्हन की कमर का आकार और उसके स्तनों का उल्लेख भी किया गया है।

वह आदमी, अपने वैवाहिक विज्ञापन के माध्यम से आगे कहता है कि “उसका साथी “मैनीक्योर/पेडीक्योर्ड और काफी साफ-सुथरा होना चाहिए।” विज्ञापन में लिखा है, “आपका पहनावा 80% casual और 20% formal होना चाहिए, लेकिन बिस्तर में कपड़े पहने हुए होना चाहिए।”

 

बता दें कि वैवाहिक विज्ञापन एक संभावित दुल्हन के लिए योग्य दूल्हे और संभावित दूल्हे के लिए उपयुक्त दुल्हन खोजने के विशिष्ट उद्देश्य से प्रकाशित किए जाते हैं। दैनिक समाचार पत्र, वैवाहिक संबंधों की तलाश का सबसे भरोसेमंद और प्रचलित तरीका होने के कारण इसे बहुसंख्यक लोगों द्वारा उपयोग किया जाता है। आज के समय में वैवाहिक विज्ञापन के प्रचार का चलन इतना बढ़ गया है कि कुछ लोग इसका गलत इस्तेमाल भी कर रहे हैं।

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फूहड़ विज्ञापन की कड़ी आलोचना कर रहे हैं लोग

गौरतलब है कि भारत देश जहां महिलाओं के मान-सम्मान की बात होती है, महिला सशक्तिकरण का गुणगान किया जाता है, महिला को देवी का स्वरुप माना जाता है, वहीं, इस तरह का विज्ञापन उस व्यक्ति विशेष की घिनौनी मानसिकता को प्रदर्शित करता है। सवाल यह भी है कि आखिर किस आधार पर संबंधित वैवाहिक वेबसाइट ने उस व्यक्ति की पोस्ट को अनुमति प्रदान की? लिहाजा, पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और इस फूहड़ विज्ञापन को लेकर उस इंटरनेट यूजर की लोग काफी आलोचना कर रहे हैं।

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