नवाब मलिक ने खुद को समझा शिकारी, ED और फडणवीस ने बना दिया शिकार

नवाब मलिक के मंत्रालय से सम्बंधित घोटाले में ED ने की 7 जगहों पर छापेमारी

नवाब मलिक प्रवर्तन निदेशालय

महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी सरकार के मंत्री और इसमें शामिल गठबंधन की पार्टियों के नेता इतने अधिक बड़बोलेपन से ग्रसित हैं, कि आए दिन अपने लिए ही मुसीबत खड़ी करते रहते हैं। पूर्व गृहमंत्री से लेकर वर्तमान कैबिनेट मंत्री अनिल परब तक, सब अपने लिए खुद गड्डे खोद चुके हैं l इसमें अब एक नया नाम कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक का भी जुड़ गया है, जिन्होंने ड्रग्स केस में फंसे शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को बचाने के लिए एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े को ही निशाने पर ले लिया है। इसके विपरीत अब उनके मंत्रालय के घोटलों को लेकर एक तरफ जहां NIA ने सघन जांच शुरू कर दी है, तो दूसरी ओर उनके अंडरवर्ल्ड कनेक्शन का भंडाफोड़ महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने कर दिया है।

शिकारी ही बन गया शिकार ?

महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक पिछले काफी वक्त से चर्चा का विषय बने हुए हैंl जब से ड्रग्स केस में शाहरुख के बेटे आर्यन का नाम सामने आया है, तब से नवाब मलिक एनसीबी अधिकारी समीर वानखेडे पर हमलावर हैं; इसकी एक बड़ी वजह ये है कि उनके दामाद समीर खान के खिलाफ भी समीर वानखेड़े ने ही एक्शन लिया था। वहीं दूसरी ओर नवाब मलिक राज्य के पूर्व सीएम और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ हाइड्रोजन बम फोड़ने का ऐलान भी कर चुके थे, किंतु इसी बीच अब नवाब मलिक के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने जांच शुरू कर दी है। उनकी स्थिति को देखकर लगता है मानों शिकारी स्वयं ही शिकार बन गया है।

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ईडी के रडार में मलिक 

खबरों के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय ने वक्फ बोर्ड की जमीन के घोटाले के मामले में करीब 7 जगहों पर छापेमारी कर चुकी है। वहीं पुणे के बंदगार्डन से दो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है, जो कि वक्फ बोर्ड के ट्रस्टी भी माने जाते हैं। ध्यान देने वाली बात ये भी है कि ये जो घोटाला और भ्रष्टाचार का मामला है, ये नवाब मलिक के मंत्रालय से ही जुड़ा है। ऐसे में संभावनाएं हैं कि जल्द ही उनके साथ भी पूछताछ हो सकती है। यदि ऐसा होता है तो महाराष्ट्र के एक और मंत्री के खिलाफ मजबूरन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक्शन लेना पड़ सकता है।

सफाई देने की करने लगे कोशिश

एक तरफ जहां ईडी ने घोटाले की जांच शुरू की तो, दूसरी ओर इस मामले में नवाब मलिक ने भी अपनी सफाई देना शुरू कर दिया। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, “खबरें चल रही हैं कि अब प्रवर्तन निदेशालय नवाब मलिक के घर तक पहुंच जाएगी। अगर ऐसा है तो मैं कहना चाहूंगा कि ईडी का स्वागत है। वक्फ से ऐसी करीब 30 हजार संस्थाएं जुड़ी हैं। हम तो चाहते हैं कि ईडी सबकी जांच कर ले, क्योंकि हम खुद वक्फ बोर्ड में ‘ऑपरेशन क्लीनअप’ चला रहे हैं, जिसमें पहले भी FIR दर्ज कराई गई हैं। अगर क्लीनअप में ईडी का सहयोग मिल रहा है तो यह अच्छा है।”

महाराष्ट्र के प्रत्येक मंत्री जिस तरह अपने खिलाफ चल रही जांच को लेकर बड़ी ही जल्दी छाती पीटने लगते हैं, कुछ वैसा ही सुर नवाब मलिक ने भी छेड़ दिया है। उन्होंने कहा, “ऐसा कहा जा रहा है कि आगे नवाब मलिक की मुश्किलें बढ़ेंगी। अगर सोचा जा रहा है कि इस तरह से मुझे डरा देंगे, तो इस तरह की गलतफहमी से बाहर आने की जरूरत है। बेकसूर लोगों को जेल भेजने के खिलाफ, अत्याचार के खिलाफ जो उन्होंने लड़ाई शुरू की है, वह आगे भी जारी रहेगी।”

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फडणवीस भी हैं आक्रामक

एक तरफ जहां नवाब मलिक केंद्रीय एजेंसियों और भाजपा पर हमलावर हैं, तो दूसरी ओर भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने मलिक के अंडरवर्ल्ड कनेक्शन का खुलासा कर उन्हें ही एक्सपोज़ कर दिया है, जिसका बदला लेने के लिए नवाब मलिक ने फडणवीस की पत्नी पर निजी हमले किए हैं, जिसके बाद अब नवाब मलिक के खिलाफ फडणवीस की पत्नी ने क़ानूनी नोटिस भेज दिया है, जो कि उनके लिए नई मुसीबत लेकर आने वाला है। इसके पहले समीर वानखेड़े का परिवार भी नवाब मलिक के खिलाफ मानहानि का केस कर चुका है। ऐसे में अब मलिक चौतरफा घिर चुके हैं।

आर्यन खान के केस में उसे बचाने के लिए नवाब मलिक शेख चिल्ली बन रहे थे, लेकिन अब स्थिति ये है कि वो स्वयं भीगी बिल्ली बनने की अवस्था में आ सकते हैं, क्योंकि उनके खिलाफ बन रहा केस काफी मजबूत हो चुका है।

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