दुबई में चल रहे टी20 विश्व कप के सेमीफइनल में ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी। पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया को 177 रन का विशाल लक्ष्य दिया था, जिसे ऑस्ट्रेलियन बल्लेबाज़ मैथ्यू वेड के शानदार बल्लेबाजी के कारण पाकिस्तान को यह मुकाबला गंवाना पड़ा। इस मैच के हारते हीं पाकिस्तान टी 20 विश्वकप से बाहर हो गया है। मैच खत्म होते हीं सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी क्रिकेट प्रशंसकों ने पाकिस्तान टीम और विशेष तौर पर पाकिस्तान के तेज़ गेंदबाज हसन अली को जमकर निशाना बनाया क्योकिं हसन अली ने अहम समय पर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मैथ्यू वेड का कैच छोड़ दिया था और यही नहीं पाकिस्तान के मैच हारने के बाद पाकिस्तानियों ने हसन अली के लिए उनके शिया मुसलमान होने के कारण बहुत ही भद्दे शब्दों का प्रयोग किया।
निशाना बनाया गया हसन अली को, क्योंकि वह शिया मुसलमान हैं
अली को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया गया क्योंकि प्रशंसकों ने सेमीफाइनल में सबसे पसंदीदा टीम होने के बाद भी विश्व कप में हारने का सबसे बड़ा जिम्मेदार हसन अली को ही ठहराया है। हसन अली का मुद्दा धीरे-धीरे धार्मिक हो गया है, पहले यह कहा जाता था कि पाकिस्तानी मुस्लमान हिन्दुओं से घृणा करते थे और हिन्दुओं के खिलाफ ज़हर उगलते थे पर अब यह मामला उल्टा पड़ता दिखाई दे रहा है।
हसन अली को मैच हारने का दोषी घोषित करने वाले पाकिस्तानी प्रशंसक यही नहीं रुके बल्कि उन्होंने सोशल मीडिया पर यहां तक कह दिया कि एक शिया मुस्लिम जिसकी पत्नी भारतीय है, उसने हमें मैच हरवा दिया। हालांकि, पाकिस्तान की ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार में मुख्य भूमिका पाकिस्तान की घटिया फील्डिंग और शाहीन अफरीदी के अंतिम ओवर में खराब गेंदबाजी ने निभाई, लेकिन निशाना बनाया गया हसन अली को, क्योंकि वह शिया मुसलमान हैं।
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चरमपंथ के जनक पाकिस्तानी गेंदबाज हसन अली का करियर नष्ट कर देंगे
हसन अली से चूंकि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मैथ्यू वेड का एक कैच छूट गया, इसलिए हसन अली को बलि का बकरा बना दिया गया, और उन्हें शिया मुसलमान होने के नाते खूब गालियां दी गई। मैच हारने के बाद और अपने साथ इस तरह का व्यव्हार देखकर हसन अली के आंसू छलक पड़े, लेकिन पाकिस्तान के क्रूर एवं गुंडे प्रशंसकों ने अली को अल्पसंख्यक शिया समुदाय से संबंधित होने के लिए निशाना बनाना शुरू कर दिया।
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इस बीच, अन्य लोगों ने अपमानजनक भाषा में उन्हें मैच फिक्सर कहा और उनके साथ अभद्रता भी की गई। यही नहीं अपितु उनकी पत्नी भारत से है, इस कारण उन्हें ताने भी दिए गए। वो अलग बात है कि सानिया मिर्जा की भांति वह भी एक मुसलमान है। गौरतलब है कि हसन अली के साथ हुए इस लज्जापूर्ण हरकत के बाद फिर से विश्व पटल पर शिया बनाम सुन्नी का मुद्दा उठ गया है। विश्व कप के इस सेमी फाइनल मैच के बाद जिस तरह से हसन अली को शिया मुसलमान होने पर गैर जिम्मेदार ठहराया गया है, उससे यह प्रतीत होता है कि चरमपंथ के जनक पाकिस्तानी गेंदबाज हसन अली के करियर को नष्ट करने पर तुले हैं।