क्रिकेट प्रेमियों के दोहरे मापदंड- खेल भावना को ठेस पहुँचाने पर वार्नर को वाह-वाह और अश्विन को हाय-हाय!

विदेशी मीडिया और विदेशी खिलाड़ियों का दोहरा चरित्र!

वार्नर गंभीर

क्रिकेट भारत के सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक है। क्रिकेट में आस्था रखने वाले लोग यह जानते हैं कि यह अनिश्चितता का खेल है। क्रिकेट के सभी प्रारूपों में कई नियम हैं जिसका पालन क्रिकेटर्स को करना पड़ता है, अन्यथा उसे ICC जो कि अंतराष्ट्रीय क्रिकेट संगठन है, उसके दंड संहिता के हिसाब से क्रिकेटर्स को सजा देने का भी प्रावधान है। हाल के दिनों में क्रिकेट के सन्दर्भ में बहुत से विवाद सामने आ रहे हैं, जिसे समय-समय पर मीडिया घराने और सोशल मीडिया पर क्रिकेट प्रशंसकों के द्वारा उठाया जाता है। मौजूदा समय में यह मामला सुर्खियों में है कि टी 20 विश्व कप के सेमी फाइनल मैच में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ डेविड वार्नर ने पाकिस्तान के तरफ से गेंदबाज़ी कर रहे मोहम्मद हफ़ीज़ की दो टप्पा खाती हुई गेंद पर छक्का मारा, जिसको लेकर क्रिकेट प्रशंसक और पूर्व क्रिकेटर गंभीर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।

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वार्नर के छक्के मारने का कृत्य खेल भावना के विरुद्ध है: गौतम गंभीर  

हालांकि, क्रिकेट जगत की ओर से इस मुद्दे पर कोई नकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं आई है, विशेष रूप से सबसे कुंठित ब्रिटिश और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट मीडिया ने इस मामले पर चुप्पी साध ली है। किन्तु भारत के पूर्व ओपनर बल्लेबाज और वर्तमान में पूर्वी दिल्ली से सांसद गौतम गंभीर ने इस घटना पर अपना विचार व्यक्त करते हुए, वार्नर के छक्के मारने के कृत्य को खेल भावना के विरुद्ध बताया है।

वार्नर के दो टप्पे वाली गेंद पर छक्के मारने को लेकर गंभीर ने ट्वीट करके अपना गुस्सा व्यक्त किया और साथ हीं अपने ट्वीट में अश्विन को भी टैग किया। आर अश्विन को टैग करने के पीछे गंभीर का उद्देश्य था कि अश्विन को लेकर जिन क्रिकेट पंडितों द्वारा क्रिकेट की भावना को तोड़ने का भारी आरोप लगाया गया था, जब उन्होंने आईपीएल में जोस बटलर को मांकडिंग (गेंद डालने से पहले रन-अप पर ही नॉन स्ट्राइकर को रन आउट करना) किया था। वहीं, इस मुद्दे पर विदेशी मीडिया ने गंभीर पर पलटवार किया और कहा कि गंभीर दोनों घटनाओं को बराबरी पर ला रहे हैं।

इस मैच के बाद के एक शो में बोलते हुए गंभीर ने रिकी पोंटिंग और शेन वार्न जैसे ऑस्ट्रेलियाई दिग्गजों की आलोचना की और वार्नर के शॉट पर उनकी चुप्पी पर सवाल उठाया और कहा कि शेन वार्न हर चीज पर कमेंट और ट्वीट करते हैं पर यहां कुछ नहीं बोले, क्योंकि यह मुद्दा उनके देश के क्रिकेटर का है। यहां तक ​​कि गंभीर ने कहा कि रिकी पोंटिंग भी खेल की भावना के बारे में बड़ेबड़े दावे करते हैं। इस बारे में उनका क्या कहना है?

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अश्विन ने भी दी प्रतिक्रिया

गंभीर ने शेन वार्न पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि, जब अश्विन मांकडिंग करते हैं, तो वे बड़ी टिप्पणियों के साथ आते हैं। आज डेविड वॉर्नर के बारे में शेन वार्न का क्या कहना है? क्योंकि किसी की आलोचना करना आसान है लेकिन अपने खिलाड़ियों की आलोचना करना बेहद कठिन है।

इसी बीच बहस में आश्विन भी कूद पड़े और गंभीर की ट्वीट पर एक विदेशी यूजर को उत्तर देते हुए कहा कि “गंभीर का यहां बस कहना है कि अगर यह सही है, तो मांकडिंग भी सही है। अगर वह गलत था, तो यह भी गलत है। जिसका उन्होंने निष्पक्ष मूल्यांकन किया है।

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अब इस मामले को लेकर यह साफ पता चलता है कि भारत में रहकर आईपीएल में खूब पैसे कमाने वाले विदेशी खिलाड़ी, भारतीय खिलाडियों की बिना गलती पर भी बढ़-चढ़ कर बोलते हैं, पर जब उनके स्वदेशी खिलाड़ी कोई गंभीर कृत्य करते हैं, तो विदेशी मीडिया और विदेशी खिलाड़ियों को सांप सूंघ जाता है और इनके पक्षपाती चेहरे भी सामने आ जाते हैं।

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