नकली ‘कॉमेडियन’ मुनव्वर फारूकी के सभी शो रद्द होते हीं निकले घड़ियाली आंसू

खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे!

कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी

देश में स्टैंडप कॉमेडी का चलन पिछले कुछ वर्षों में बढ़ा है। मानव जीवन में किसी को हंसाना एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती है परन्तु आज के परिदृश्य में कुछ लोग कॉमेडी के स्तर को नीचे गिरा चुके हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि कुछ कॉमेडियन अपनी कॉमेडी के माध्यम से फूहड़ता के साथ-साथ धार्मिक भावनाएं को भी ठेस पहुंचाने का कृत्य करते फिर रहे हैं। वहीं, मुनव्वर फारूकी जैसे कुछ कॉमेडियन अपनी कला का प्रदर्शन करने के बजाय धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश करते हैं, जिससे समाज में अशांति पैदा होती है। आज के समय में हिन्दुओं की आस्था पर नकारात्मक टिपण्णी करना आम बात हो गई है। हिन्दुओं के सहिष्णु होने के कारण कुछ कट्टरवादी मानसिकता वाले व्यक्ति इसका गलत फायदा उठाते हैं। वहीं, ऐसे कॉमेडियन का जब बहिष्कार होता है, तब ये घड़ियाली आसूं बहाने लगते हैं।

हिन्दू देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिपण्णी

हाल ही में, हिन्दुओं की आस्था को चोट पहुंचाने के सन्दर्भ में एक मामला सामने आया है, जिसमें कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी ने स्टैंडप कॉमेडी के मंच पर हिन्दू देवी -देवताओं को लेकर आपत्तिजनक शब्द का प्रयोग किया था। आपको ज्ञात हो कि इस साल की शुरुआत में, मुनव्वर फारूकी को इंदौर पुलिस ने कथित तौर पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने के एक मामले में गिरफ्तार किया था और उसको लगभग एक महीने तक जेल में रखा गया था। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद 7 फरवरी को उसे इंदौर सेंट्रल जेल से रिहा कर दिया गया था।

गौरतलब है कि फारूकी को 1 जनवरी को तब गिरफ्तार किया गया था, जब भाजपा विधायक के बेटे ने शिकायत की थी कि नए साल के दिन इंदौर के एक कैफे में एक कॉमेडी शो के दौरान हिंदू देवताओं और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी।

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इसके बाद फारूकी ने अपना पक्ष रखते हुए कहा था कि “मैंने उस शो पर कभी मजाक नहीं उड़ाया, जिसके लिए मुझे गिरफ्तार किया गया था क्योंकि शो शुरू होने से पहले ही मुझे गिरफ्तार कर लिया गया था।” हालांकि, वीडियो में मिले सबूत के आधार पर जो घटना घटी थी वह कथित तौर पर देश के विभिन्न हिस्सों में उनके पहले के शो से जुड़ी थी, किन्तु इंदौर में ऐसा कुछ नहीं हुआ।

मुनव्वर फारूकी ने हिन्दु भावनाओं को ठेस पहुंचाया

मुनव्वर फारूकी पर पहले भी हिन्दु भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगा था परन्तु वो कॉमेडी के नाम पर अपने आपको बचाने की कोशिश करते थे। धीरे -धीरे उनका हिन्दुओं के प्रति नफरत उजागर होने लगा, जिसके बाद वो देश के राष्ट्रवादी और हिन्दू संगठनों की नज़र में खटकने लगे थे। धार्मिक प्रवृति वाले संस्थानों द्वारा मुनव्वर फारुकी के विरोध के कारण पिछले कुछ महीनों से उनके कॉमेडी शो का लगातार बहिष्कार किया जा रहा है। कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी ने हाल ही में, इंस्टाग्राम पर एक गंभीर पोस्ट शेयर किया है, जिसमें उन्होंने बैंगलोर में अपने हालिया शो के आयोजन स्थल पर धमकी मिलने के कारण रद्द होने के बारे में अपनी बात कही।

टाइम्स ऑफ़ इंडिया के रिपोर्ट के अनुसार, विवादास्पद कॉमेडियन को शाम 5 बजे बैंगलोर के गुड शेफर्ड ऑडिटोरियम में परफॉर्म करना था। हालांकि, उन्होंने इंस्टाग्राम पर खुलासा किया कि सुरक्षा कारणों से उनका शो रद्द कर दिया गया था। धमकियों के कारण अपने शो के लगातार रद्द होने पर उन्होंने अपनी शिकायत व्यक्त की और इसे अनुचित बताया।

“मुझे एक मजाक के लिए जेल में डालकर मैंने अपने शो को रद्द करने के लिए कभी नहीं कहा, इसमें कुछ भी समस्या नहीं है। इस शो को भारत में लोगों से उनके धर्म के बावजूद इतना प्यार मिला है पर आज जो हो रहा है, यह अनुचित है।”

ऐसे कॉमेडियन गलत कृत्य पर आंसू बहाते हैं

उन्होंने खुलासा किया कि “शो के लिए उनके पास सेंसर सर्टिफिकेट था ताकि यह दिखाया जा सके कि शो में कुछ भी समस्या नहीं है।” उन्होंने आगे कहा कि “बर्बरता की लगातार धमकियों के कारण उन्हें पिछले 12 महीनों में 12 शो रद्द करने के लिए मजबूर होना पड़ा।”

मुनव्वर ने यह कहते हुए अपनी बात का अंत किया कि, “मुझे लगता है कि यह अंत है, मेरा नाम मुनव्वर फारूकी है और अब मेरा समय हो गया है, आप लोग अद्भुत दर्शक थे। अलविदा! मेरा काम हो गया।” ऐसे में, यह कहना गलत नहीं होगा कि मुनव्वर फारूकी जैसे तथाकथित कॉमेडियन चंद तालियों के लिए दुसरे धर्मों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करते हैं पर जब अपने गलत कृत्य पर जवाबदेही का समय आता है, तो वो आंसू बहाना शुरू कर देते हैं।

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